81 करोड़ का फर्जी बिल बनाकर 12.4 करोड़ की टैक्स चोरी, 3 गिरफ्तार

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मुख्य आयुक्त कार्यालय, सीजीएसटी और सीमा शुल्क, मेरठ जोन, द्वारा साझा की गई सूचना के आधार पर, सीजीएसटी गाजियाबाद आयुक्तालय के अधिकारियों ने श्रीमती पिंकी पुंडीर, भवानी एसोसिएट्स गाजियाबाद और श्याम एसोसिएट्स गाजियाबाद की फर्मों के आवासीय परिसर में छापेमारी की । केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) विभाग ने सात फर्जी फर्मों पर छापेमारी कर 12.4 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी है। इस अपराध में महिला सहित तीन लीगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक फर्जी फर्मों से 81.29 करोड़ की फर्जी खरीद-फरोख्त की गई। इनसे जुड़े अन्य फर्मों की भी जांच की जा रही है।

मॉडस ऑपरेंडी इंटर आलिया में फर्जी फर्मों का निर्माण और उनके माध्यम से नकली फर्जी चालान तैयार करना और सामानों की वास्तविक आपूर्ति के बिना ऐसे नकली फर्जी चालान के बल पर बेवजह इनपुट टैक्स क्रेडिट पारित करना शामिल है। सात फर्जी फर्म चला रहे आरोपित लोहा और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में करोड़ों रुपये की फर्जी खरीद-फरोख्त करते थे।

अधिकारियों ने बताया कि फर्जी बिल लगाकर एक-दूसरे की फर्म से खरीद-फरोख्त होती रही, लेकिन रिटर्न जमा नहीं हुआ। तीनों ने 12.4 करोड़ की आईटीसी भी क्लेम कर ली। मेरठ ऑफिस से इनकी निगरानी की गई। जिसके बाद जांच टीम ने फर्म के बिल जुटाने शुरू किए। फर्जी चालान और फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट के इस रैकेट का भंडाफोड़ करने में अभिनव उज्जैनिया, उपायुक्त और श्रीमती प्रभजोत कौर की अगुवाई वाली टीम ने ज्वाइंट कमिश्नर हर्षवर्धन के नेतृत्व में ये छापेमारी की। सेंट्रल जीएसटी गाजियाबाद के एंटी-एविज़न विंग के अधिकारी अंबुज श्रीवास्तव, राजीव रंजन, गहलावत, विजय मीणा, शुमित त्यागी, इंदु भूषण, इंस्पेक्टर, अरशद अली, अनादि शुक्ला, विनय सिंह और मनोज श्रीवास्तव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।