अयोध्या/लखनऊ। श्री राम मंदिर निर्माण समिति का ध्यान अब मंदिर को सजाने पर है। उसकी सोच है कि श्री राम लला का दर्शन करने आने वालों को प्रभु श्रीराम के जीवन के बारे में एक गैलरी यानी दीर्घा के जरिए भी बताया जाए। इसके अलावा इस दीर्घा के जरिए श्रीराम मंदिर आंदोलन के इतिहास को भी बताने की योजना है।
श्रीराम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र के अनुसार मंदिर परिसर के प्रथम व द्वितीय तल पर म्यूजियम बनाया जा रहा है। इसमें 12 दीर्घाएं होंगी। इनमें पांच दीर्घाएं लेटेस्ट टेक्नोलॉजी 3डी 7डी और एमरशिप टेक्नोलॉजी से सुसज्जित होंगी। इसके अलावा दीर्घा में राम मंदिर के लिए 500 वर्षों के संघर्ष का इतिहास भी बताया जाएगा। इसमें सभी कानूनी डॉक्यूमेंट रखे जाएंगे। इसके अलावा दीर्घा में, खुदाई के दौरान मिले तथ्य भी रखे जाएंगे। यहां बनने वाले म्यूजियम की दीर्घा में हनुमान जी को एमरशिप टेक्नोलॉजी से दिखाया जाएगा। इस दीर्घा में भगवान श्री राम की लीला और कृत्य को भी दिखाया जाएगा।
परिसर में इसके अतिरिक्त राम मंदिर आंदोलन में अपने प्राण न्योछावर करने वाले विभूतियां को अमर रखने के लिए उनकी गाथा दिखाई जाएगी। ऐसे में राम लला का दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु उनके दर्शन के साथ-साथ म्यूजियम का भी अवलोकन कर सकेंगे। इसके अलावा यहां के यात्री सुविधा केंद्र में गोस्वामी तुलसीदास की प्रतिमा की स्थापना भी कराई जाएगी। परिसर में सभी मूर्तियों की स्थापना का काम मार्च तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। श्री मिश्र ने बताया कि मंदिर में लगने वाली सभी मूर्तियों की स्थापना भी मार्च तक कर दी जाएगी।
अभयानंद शुक्ल
राजनीतिक विश्लेषक