स्वास्थ्य के लिए तुलसी अर्क है गुणकारी

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तुलसी अर्क के नियमित इस्तेमाल से शरीर के तमाम तरह के विकार दूर हो जाते हैं, साथ ही प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।

संक्रमण का उपचार : कई प्रकार के संक्रमणों जैसे कि मूत्राशय संक्रमण, कटने से संक्रमण, त्वचा संक्रमण घाव के उपचार के लिए तुलसी अर्क उपयोगी है। इसका इस्तेमाल हम वायरल संक्रमण के उपचार में भी कर सकते हैं।

पाचन रखे दुरुस्त : तुलसी अर्क में वायुनाशी गुण है। इसके उपयोग से अपच, कब्ज, पेट फूलने और ऐंठन जैसी समस्याओं से निजात पाई जा सकती है। गैस और आंतों के दर्द को भी दूर करने में तुलसी अर्क कारगर है।

उल्टी रोके : तुलसी अर्क उल्टी रोकने में भी कारगर है। उल्टी या मीतली को दूर करने में तुलसी अर्क की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसके इस्तेमाल से आप उल्टी की समस्या से निजात पा सकते है।

जुकाम में राहत : सर्दी जुकाम में भी तुलसी अर्क का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा ये इन्फ्लुएंजा और सर्दी से जुड़े बुखार के उपचार में भी उपयोगी है। काली खांसी के इलाज के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।

खुजली से राहत : किसी कीड़े के काटने या अन्य किसी कारण से हो रही खुजली को दूर करने का सर्वोत्तम तरीका है तुलसी अर्क। इसे उपर से लगाया जा सकता है। गुनगुने पानी में इसे डालकर पीने से भी राहत मिलती है।

अस्थमा में लाभकारी : अस्थमा में भी तुलसी अर्क कारगर है। ब्रोंकाइटिस और साइनस संक्रमणों के इलाज में भी तुलसी अर्क का इस्तेमाल किया जा सकता है। श्वसन संबंधी समस्याओं को भी इससे दूर किया जा सकता है।

तनाव करे दूर : तुलसी अर्क के सेवन से सिरदर्द, मानसिक थकान, उदासी, तनाव और अवसाद जैसी समस्याओं का भी उपचार कर सकते हैं। तुलसी मानसिक शक्ति प्रदान करने के साथ ही रक्त परिसंचरण में सुधार करता है।

बालों के लिए: बालों की कई समस्याओं से निजात में तुलसी अर्क की महत्वपूर्ण भूमिका है। रुसी, सूखे बाल, और खुजली से परेशान हैं तो नारियल के तेल के साथ तुलसी अर्क को मिलाकर इस्तेमाल करने से राहत मिलेगी।

मुंहासा दूर करे : तुलसी अर्क बार-बार निकलने वाले मुंहासों से भी बचाव करता है। इसे सीधे फेसवास की तरह इस्तेमाल करें। त्वचा पर मालिश करने के बाद सादा जल से धोने से लाभ मिलेगा।

ध्यान दें
– जिनका रक्तचाप कम है वो तुलसी अर्क का ज्यादा इस्तेमाल न करें क्योंकि ये रक्तचाप को कम करता है।
– गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को भी इसके इस्तेमाल से बचना चाहिए।
– सर्जरी के दौरान भी इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि ये रक्तस्त्राव को बढाता है।

आनंद कुमार मिश्र संस्थापक एवं संचालक, आर्गेनिक हाट, करौदी, वाराणसी