तब राक्षस राम से विद्वेष रखते थे अब कुछ लोगों को राम मंदिर से समस्या
लखनऊ। “अवधपुरी सम प्रिय नहीं कोउ, यह प्रसंग जाने कोउ कोउ” …….तुलसीकृत रामचरितमानस के इस दोहे के साथ मुख्यमंत्री ने धर्मनगरी अयोध्या को राष्ट्रीय गौरव की प्रतीक नगरी बताया है। बुधवार को विधानसभा में अपने वक्तव्य में मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या हमारे लिए राष्ट्रीय गौरव का विषय है। यह विश्व के सबसे प्राचीनतम नगरों में से है। महाराजा मनु सृष्टि के पहले राजा थे, अयोध्या उनकी राजधानी थी। यह सूर्यवंशी राजाओं की नगरी थी। उन्होने कहा राम पूरी दुनिया में पूजनीय हैं पर यहां कुछ लोगों को आज भी राम से विद्वेष है। तब भी राक्षस कुछ ऎसा ही करते थे। आखिर अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनने से किसी को क्या दिक्कत हो सकती है? लोग अपनी आस्था से श्रीराम मंदिर निर्माण से जुड़े हैं।
श्रीराम मंदिर निर्माण न्यायालय के प्रति विश्वास की विजय: सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण देश की न्यायपालिका के प्रति विश्वास की जीत है। राम मंदिर निर्माण में पूरे देश से लोग सहर्ष सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या दीपोत्सव और काशी की देव दीपावली की सर्वत्र सराहना हुई। माघ मेला चल रहा है। कल्पवासी आये हैं। हमने सारे बंदोबस्त किए हैं, कहीं कोई दिक्कत नहीं हैं। सभी कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं। अभी वृंदावन संत समागम गया था। सभी लोग अपनी आध्यात्मिक सांस्कृतिक परंपरा का पालन कर रहे हैं। मथुरा हो या वृन्दावन ये सभी प्राचीन नगरियां अपनी प्राचीन विरासत को संजोए, आधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित हो रही हैं।
गौरतलब है मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हवाई अड्डा: अयोध्या के निर्माण के लिए वर्ष 2021-22 के बजट में 101 करोड़ रुपए की धनराशि प्रस्तावित की गई है। अयोध्या स्थित सूर्यकुण्ड के विकास सहित अयोध्या नगरी के सर्वांगीण विकास की योजना हेतु 140 करोड़ रुपए की व्यवस्था का प्रस्ताव किया गया है। अयोध्या को राज्य स्मार्ट सिटी योजना के तहत स्मार्ट एवं सेफ सिटी के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है। अयोध्या सहित 07 नगर निगमों के लिए इस योजना के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में 175 करोड़ रुपए की व्यवस्था प्रस्तावित की गई है। श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर, अयोध्या धाम तक पहुँच मार्ग के निर्माण हेतु 300 करोड़ रुपए की व्यवस्था आगामी वित्तीय वर्ष के बजट में प्रस्तावित की गई है। आगामी बजट में राज्य सरकार ने अयोध्या में पर्यटन सुविधाओं के विकास एवं सौन्दर्यीकरण हेतु 100 करोड़ रुपए की व्यवस्था प्रस्तावित की है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे परियोजना जनपद अयोध्या से गुजर रही है।