वाराणसी। जहरीले कीटनाशक और खाद वाली खेती छोड़कर किसान अब जैविक खेती से जुड़ रहे हैं। जैविक खेती से तात्पर्य फसल उत्पादन की उस पद्धति से है जिसमें रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशियों, व्याधिनाशियों, पादप वृद्धि नियामकों और पशुओं के भोजन में किसी भी रसायन का प्रयोग नहीं किया जाता है। उचित फसल चक्र, फसल अवशेष, पशुओं का गोबर व मलमूत्र, फसल चक्र का समावेश कर जैविक तरीकों से मिट्टी की उपजाऊ बनाया जाता है। जैविक विधियों से कीट-पतंगों और खरपतवारों का नियंत्रण किया जाता है।
जैविक खेती एक पर्यावरण अनुकूल कृषि प्रणाली है। इसमें खाद्यान्नों, फलों और सब्जियों की पैदावार के दौरान उनका आकार बढ़ाने या वक्त से पहले पकाने के लिये किसी प्रकार के रसायन या पादप नियामकों का प्रयोग भी नहीं किया जाता है। जैविक खेती का उद्देश्य रसायनमुक्त उत्पादों और लाभकारी जैविक सामग्री का प्रयोग करके मृदा स्वास्थ्य में सुधार और फसल उत्पादन को बढ़ावा देना है। पहले जैविक खादों से ही लोग खेती करते थे। लेकिन हरित क्रांति की शुरुआत के बाद से रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल की अंधी दौड़ शुरू हो गई। जैविक खेती को मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, यूपी, ओडिशा, कर्नाटक, झारखंड और असम के किसानो ने अपनाया है।
जैविक खाद्य पदार्थों की विशेषताएं
# जैविक खाद्य पदार्थों में आमतौर पर विषैले तत्व नहीं होते हैं क्योंकि इनमें कृषि रसायनों, कीटनाशियों, पादप हार्मोन और संरक्षित रसायनों जैसे नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थों का प्रयोग नहीं किया जाता है। ज्यादातर कीटनाशियों में ऑर्गेनो-फास्फोरस जैसे रसायनों का प्रयोग किया जाता है जिनसे कई तरह की बीमारियाँ होने का खतरा रहता है।
# जैविक रूप से तैयार किये गए खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिये काफी लाभप्रद हैं। सामान्य खाद्य पदार्थों की अपेक्षा इनमें अधिक पोषक तत्व पाये जाते हैं, क्योंकि इन्हें जिस मिट्टी में उगाया जाता है, वह अधिक उपजाऊ होती है। जैविक खाद्य पदार्थ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। साथ ही इनको लम्बे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है। जैविक खेती द्वारा उगाए जाने वाले फलों एवं सब्जियों में ज्यादा एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं क्योंकि इनमें कीटनाशी अवशेष नहीं होते हैं। जैविक रूप से उगाए खाद्य पदार्थ हमें नुकसान से बचाते हैं। जैविक अनाज व सब्जियों में नाइट्रेट की मात्रा 50 प्रतिशत कम होती है जो मानव स्वास्थ्य के लिये अच्छी है।
आर्गेनिक हाट करौंदी वाराणसी में जैविक खाद्य पदार्थ के साथ ही शुद्ध व कुटीर उद्योग के जुड़े उत्पाद मिलते हैं। जैविक उगाना है, शुद्ध खाना है मुहीम को बढ़ाने का एक प्रयास किया गया है।
आनंद कुमार मिश्र