यूपी में क्रियाशील हुए 400 ऑक्सीजन प्लांट

0
769

155 प्लांट की स्थापना की कार्रवाई तेज

25 सितंबर को गरीब कल्‍याण मेले व 19 सितंबर से आरोग्य मेलों का होगा आयोजन

ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्‍सीय सेवाओं के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार

लखनऊ। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर योगी सरकार सजग है। प्रदेश में एक ओर पीकू नीकू की स्‍थापना की जा रही है वहीं दूसरी ओर अस्‍पतालों में बेड का विस्‍तार का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इसके साथ ही यूपी पहला ऐसा प्रदेश है जहां इतनी बड़ी संख्‍या में एक साथ इतने ऑक्‍सीजन प्‍लांट क्रियाशील किए गए हैं। यूपी में अब तक 400 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं। मेडिकल कॉलेज व अन्य शासकीय अस्पतालों में क्रियाशील यह ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट से आने वाले समय में भी ऑक्‍सीजन की किल्‍लत नहीं होगी। प्रदेश में शेष 155 प्लांट की स्थापना की कार्यवाही भी तेजी से की जा रही है।

गरीब कल्‍याण मेले का आयोजन 25 सितंबर को : ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व चिकित्सा सुविधाओं, सेवाओं के लिए योगी सरकार प्रतिबद्ध है। “मुख्यमंत्री आरोग्य मेला” ने कम समय में ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस आरोग्य मेले से लोगों को सीधे तौर पर लाभ मिला है। एक बार फिर से 19 सितंबर से आरोग्य मेलों का आयोजन होने जा रहा है। अन्त्योदय कार्डधारक परिवार, जो प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में से किसी भी योजना से लाभान्वित नहीं हैं, उनको मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में शामिल करने का निर्णय लिया गया है। लगभग 40 लाख से अधिक अंत्योदय कार्डधारक परिवार इस निर्णय से सीधे लाभान्वित होंगे। प्रदेश में 25 सितंबर को गरीब कल्‍याण मेले का आयोजन किया जाएगा। इस योजना से नए लोगों को आयुष्‍मान योजना से जोड़ा जाएगा।

16 पीपीपी मॉडल पर बनने वाले मेडिकल कॉलेजों पर जल्‍द लगेगी मुहर : ‘वन डिस्ट्रिक वन मेडिकल कॉलेज’ के तहत सभी जनपदों में मेडिकल कॉलेज की स्‍थापना का कार्य तेजी से किया जा रहा है। यूपी में प्रदेश में ऐसे 16 जिले जहां अभी तक एक भी मेडिकल कॉलेज नहीं है, वहां अब पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल पर मेडिकल कॉलेज बनाए जाएंगे। इनके संचालन के बाद यूपी के हर जिले में एक-एक मेडिकल कॉलेज होगा। जिसके संचालन से प्रदेशवासियों को चिकित्‍सीय सहूलियतें मिलेंगी। अब लोगों को इलाज के लिए दूसरे जिलों में दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। बागपत, बलिया, भदोही, चित्रकूट, हमीरपुर, हाथरस, कासगंज, महाराजगंज महोबा, मैनपुरी, मऊ, रामपुर, संभल, संत कबीर नगर, शामली व श्रावस्ती में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेजों को निर्माण किया जाना है। प्रदेश में बनने वाले इन पीपीपी मॉडल पर तैयार होने वाले इन मेडिकल कॉलेजों पर जल्‍द ही कैबिनेट की मुहर लगाएगी। बता दें कि निजी क्षेत्र इन मेडिकल कॉलेजों करीब 50 प्रतिशत बेड पर सरकारी मेडिकल कॉलेजों की तर्ज पर इलाज की सुविधा होगी।