जानिए हनुमान ने कहां तोड़ा था भीम का घमंड

0
1537

जानिए हनुमान ने कहां तोड़ा था भीम का घमंड..  उत्तराखंड में हनुमान चट्टी बद्रीनाथ के पास स्थित है। हनुमान जी ने यहीं भीम का घमंड तोड़ा था। बद्रीनाथ धाम में प्रवेश करते समय भक्त यहां दर्शन जरूर करते हैं।

महाभारत में एक बार भीम को अपनी ताकत का घमंड हो गया था। उस समय हनुमानजी ने भीम का अहंकार तोड़ा था। जहां भीम और हनुमानजी की भेंट हुई थी, वह जगह उत्तराखंड में बद्रीनाथ के पास आज भी स्थित है। इस जगह को हनुमान चट्टी के नाम से जाना जाता है। हनुमान चट्टी बद्रीनाथ मंदिर से करीब 12 किमी, जोशी मठ से करीब 34 किमी है।

भीम और हनुमान से जुड़ी महाभारत की कथा : महाभारत में पांडव द्रौपदी के साथ वनवास का समय व्यतीत कर रहे थे। वे उस समय बद्रीनाथ क्षेत्र में ही रह रहे थे। एक दिन द्रौपदी ने देखा कि एक ब्रह्मकमल का फूल गंगा में बहता हुआ आ रहा है। तब द्रौपदी ने भीम से कुछ और ब्रह्मकमल लेकर आने की बात कही। महाभारत में वनपर्व में लिखा है कि..

यदि तेऽहं प्रिया पार्थ बहूनीमान्युपाहर।
तान्यहं नेतुमिच्छामि काम्यकं पुनराश्रमम्।।

इसका अर्थ है, महाबली भीम उस ब्रह्मकमल पुष्प को लेने के लिए बद्रीवन में प्रवेश करते हैं और उस समय रास्ते में एक वृद्ध वानर को लेटा हुआ था। वानर की पूंछ से रास्ता रुका हुआ था। भीम उस वानर को रास्ते से हटने के लिए कहा।

प्रसीद नास्ति मे शक्तिरूत्थातुं जरयानघ।
ममानुकम्पया त्वेतत् पुच्छमुत्सार्य गम्यताम्।।

इसका अर्थ है, तब वानर ने कहा कि बुढ़ापे की वजह से मुझमें उठने की शक्ति नहीं है। इसलिए मुझ पर दया करके इस पूंछ को तुम ही हटा दो और चले जाओ।

इसके बाद भीम ने बहुत कोशिश की, लेकिन वह पूंछ को हिला नहीं सका। तब भीम को समझ आ गया कि ये कोई सामान्य वानर नहीं है। तब भीम ने वानर से अपने असली स्वरूप में आने की प्रार्थना की। तब हनुमान अपने वास्तविक स्वरूप में प्रकट हुए और भीम को घमंड से बचने की सीख दी।