लखनऊ/अयोध्या। राम मंदिर निर्माण समिति की दूसरे दिन की समीक्षा बैठक में यह निष्कर्ष निकल कर आया कि निर्माण कार्य के लिए मजदूरों की कमी है। इसलिए काम की रफ्तार धीमी है। ऐसे में निर्माण संस्था एल & टी को कहा गया कि वह श्रमिकों की संख्या बढ़ाएं। राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में दूसरे दिन, निर्माण कार्य में श्रमिकों की कमी बरकरार रहने पर निर्माण संस्था एल&टी से कहा गया कि वह श्रमिकों की संख्या बढ़ाए। इसके अलावा बैठक में यह तय हुआ कि पूर्ण हुए कार्य 15 दिन के अंदर ट्रस्ट को सौंप दिए जाएंगे।
इसके अलावा बैठक में फैसला लिया गया कि राम मंदिर परिसर में 20 एकड़ भूमि पर औषधीय गुणों वाले वनस्पति सौंदर्य पार्क का विकास किया जाएगा। उम्मीद है कि राम मंदिर के भूतल, प्रथम और द्वितीय तल के अंदर आइकोनोग्राफी का कार्य मार्च तक पूरा हो जाएगा। मार्च तक प्रथम तल पर राम दरबार की प्रतिष्ठा भी हो जाएगी। द्वितीय तल के गर्भ गृह में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के रामायण, जो आसानी से उपलब्ध नहीं होते, रखे जाएंगे।
इसके अलावा मंदिर में लगे 370 खंभों पर जो मूर्तियां बनाई जा रही है, उनका कार्य भी जल्द पूर्ण होने की उम्मीद जताई गई है। इसके अलावा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट, फायर पोस्ट भवन व इलेक्ट्रिकल सर्विसेज भवन को 15 दिन के अंदर ट्रस्ट को सौंप दिए जाने की उम्मीद है। यह भी उम्मीद है कि अधिकतम कार्य सितंबर तक पूर्ण हो जायेंगे। यह जानकारी निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने दी।
अभयानंद शुक्ल
राजनीतिक विश्लेषक