लखनऊ। उत्तर प्रदेश की आर्थिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त कर रही योगी सरकार विशेषतौर पर बुंदेलखंड के समेकित विकास का वृहद खाका खींच रही है। सीएम योगी के विजन अनुसार, बुंदेलखंड के तमाम क्षेत्रों में विकास के नए सोपान जोड़ने के लिए विस्तृत कार्ययोजना का निर्माण किया गया था और अब इस कार्ययोजना के एक अहम पड़ाव के तौर पर बांदा में 29 करोड़ रुपए की लागत से कुल 46 परियोजनाओं को गति देने की हरी झंडी मिल गई है।
इस क्रम में, बुंदेलखंड विकास निधि (राज्यांश अनुदान) के रूप में धनराशि आवंटन के लिए प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति भी शासन द्वारा दे दी गई है। उल्लेखनीय है कि इस धनराशि आवंटन के जरिए क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के संपर्क मार्गों के निर्माण व दुरुस्तीकरण प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी तथा विशेष तौर पर जिला मुख्यालय से जुड़ने वाले संपर्क मार्गों की मरम्मत से गांवों की कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
सीएम योगी के विजन अनुसार, उत्तर प्रदेश में विशेषतर पर बुंदेलखंड क्षेत्र के औद्योगिक, नागरिक, परिवहन व औद्योगिक उन्नति के लिए बड़े स्तर पर परियोजनाओं को क्रियान्वित किया जा चुका है। साथ ही, जल्द ही कई अन्य परियोजनाओं को भी लागू करने की दिशा में कार्य हो रहे हैं। ऐसे में, काफी समय से उपेक्षित रहे बुंदेलखंड के ग्रामीण इलाकों को तहसील, ब्लॉक व जिला मुख्यालयों से जोड़ने के कार्य में तेजी लाई जा रही है।
ऐसे में, संपर्क मार्गों समेत तमाम अवसंरचनाओं के निर्माण व रखरखाव की गतिविधियों को तेजी देने की दिशा में वर्तमान धनावंटन का उपयोग किया जाएगा। इनमें कुल मिलाकर 46 कार्य योजनाओं को गति दी जाएगी जिसमें बिनवट-परसौली, बुढौली से पाली ग्राम, अतर्रा रोड से वंशीपुरवा (कोर्रम), भभुआ से बम्हरौला, कायल से रेयान, महुआ से सेमरिया, गोविंदपुर से रागौल, मुरादपुर से क्योटरा, बांदा-प्रयागराज मार्ग से बनसखा तथा सहेवा से जखनी के बीच संपर्क मार्गों की मरम्मत, निर्माण व दुरुस्तीकरण प्रक्रिया को मुख्य रूप से पूर्ण किया जाएगा।