जानिए क्यों बने मोदी की पसंद योगी

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लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश वासियों को “यूपी+योगी= बहुत है उपयोगी” का मंत्र दिया है। शाहजहांपुर में 12 ज़िलों से होकर गुजरने वाले 594 किमी लंबे “गंगा एक्सप्रेस वे का शिलान्यास करते हुए प्रधानमंत्री ने प्रदेश की बेहतरी के लिए योगी सरकार की कोशिशों को खूब सराहा।

उन्होंने कहा कि आज यूपी में माफिया पर बुलडोजर चल रहा है। यूं तो बुलडोजर गैर-कानूनी इमारत पर चलता है, लेकिन दर्द उसे पालने-पोसने वाले को होता है। इसीलिए आज यूपी की जनता कह रही है- यूपी+योगी बहुत है उपयोगी। उन्होंने कहा कि मेरठ में एक बाजार है सोतीगंज देश मे कहीं गाड़ी चोरी हो तो वहीं कटती थी। चोरी की गाड़ियों के कटाई के आका पर पिछली सरकार कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं करती थी। अब योगी जी ने उस पर भी बुलडोजर चलवा दिया।

कुछ राजनीतिक दलों को विरासत और विकास से है दिक्कत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे यहां कुछ राजनीतिक दल ऐसे रहे हैं जिन्हें देश की विरासत से भी दिक्कत है और देश के विकास से भी। देश की विरासत से दिक्कत क्योंकि इन्हें अपने वोटबैंक की चिंता ज्यादा सताती है। देश के विकास से दिक्कत क्योंकि गरीब की, सामान्य मानवी की इन पर निर्भरता दिनों-दिन कम हो रही है। इन लोगों को गंगा जी के सफाई अभियान से दिक्कत है। यही लोग हैं जो आतंक के आकाओं के खिलाफ सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाते हैं। यही लोग हैं जो भारतीय वैज्ञानिकों की बनाई मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन को कठघरे में खड़ा कर देते हैं। इन लोगों को काशी में बाबा विश्वनाथ का भव्य धाम बनने से दिक्कत है तो अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनने से दिक्कत है।

पीएम ने कहा कि योगी जी के नेतृत्व में यहां सरकार बनने से पहले, पश्चिम यूपी में कानून-व्यवस्था की क्या स्थिति थी, इससे आप भलीभांति परिचित हैं। पहले यहां क्या कहते थे? दीया बरे तो घर लौट आओ! क्योंकि सूरज डूबता था, तो कट्टा लहराने वाले सड़कों पर आ धमकते थे। तब बेटियों की सुरक्षा पर आए दिन सवाल उठते रहते थे, उनका स्कूल कॉलेज जाना तक मुश्किल था। कब कहां दंगा और आगजनी हो जाये कोई नहीं कह सकता था, लेकिन बीते साढ़े चार साल में योगी जी की सरकार ने स्थिति को सुधारने के लिए बहुत परिश्रम किया है।

गंगा एक्सप्रेस वे के शिलान्यास के इस ऐतिहासिक मौके पर मौजूद लाखों जनसमुदाय को संबोधित करते हुए पीएम ने विश्वास दिलाया कि जनता के आशीर्वाद से यूपी के विकास का कर्मयोग इसी तरह जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जिनको माफिया का साथ पसंद है वो उनकी भाषा बोलेंगे लेकिन हम तो उनका यशगान करेंगे जिन्होंने देश के निर्माण में तप और त्याग किया है।

पहली बार किसी सरकार ने समझा गरीबों दर्द : प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार गरीब का दर्द समझने वाली सरकार बनी है। पहली बार गैस, सड़क बिजली को प्राथमिकता दी जा रही है। इससे गरीब, दलित पिछड़ों को जीवन बदलता है। पहले यहां रात-बिरात इमरजेंसी में अगर किसी को अस्पताल की जरूरत पड़ती थी तो लोगों को लखनऊ, कानपुर और दिल्ली भागना पड़ता था। दूसरे शहर जाने के लिए सड़कें नहीं थीं। आज यहां सड़कें, एक्सप्रेस-वे बनते जा रहे हैं, मेडिकल कॉलेज भी खुले हैं। ऐसे ही होता है दमदार काम, ईमानदार काम। जो भी समाज में पिछड़ा हुआ है, उसे सशक्त करना, योजनाओं का लाभ पहुंचाना ही हमारी प्राथमिकता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले सालों में बीज से बाजार तक की योजना हमने बनाई है इसका फायदा छोटे किसानों को मिला है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों के बैंक खाते में पैसा पहुंचा है। आज हम छोटे किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ रहे हैं। पहले छोटे किसानों के लिए बैंक के दरवाजे नहीं खुलते थे। पैसा डायरेक्ट किसान के खाते में जाने से छोटे किसान को बहुत राहत मिली है।

पिछली सरकारों की करगुजारियों की दिलाई याद : प्रधानमंत्री ने कहा कि हम आपके लिए काम करते हैं। जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पुराने दिनों को याद कीजिए, पुराने निर्णयों को याद कीजिए, पुराने काम-काज के तरीकों को याद करिए, आपको साफ-साफ नजर आएगा कि यूपी में भेदभाव नहीं, सबका विकास हो रहा है। जिन लोगों को पीएम आवास योजना के तहत घर नहीं मिले हैं, उन्हें जल्दी घर मिले इसके लिए मोदी और योगी दिन रात काम कर रहे हैं। गरीबों के पक्के घर बनाने के लिए हमने दो लाख करोड़ रुपए दिए। यह खजाना आपका है, आपको बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए है। हम केवल आपके लिए काम करते हैं।

गंग सकल मुद मंगल मूला, सब सुखकरनि हरनि सब सूला : पीएम मोदी ने कहा कि-रामचरित मानस में कहा गया है कि “गंग सकल मुद मंगल मूला, सब सुखकरनि हरनि सब सूला”। यानी मां गंगा सारे मंगलों, उन्नति प्रगति की स्रोत हैं। मां गंगा सारी पीड़ा हर लेती हैं। ऐसे ही गंगा एक्सप्रेस-वे विकास की नई इबारत लिखेगा। यह सारी परेशानियों को दूर करेगा। यह गंगा एक्सप्रेस-वे अनंत संभावनाओं का एक्सप्रेस-वे है। मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज जिलों के निवासियों को बधाई देते हुए पीएम ने बताया कि इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर 36 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए जाएंगे। यह अपने साथ इस क्षेत्र में व्यापार और रोजगार साथ लाएगा।

पीएम मोदी ने इसकी विशेषता बताते हुए कहा कि इस एक्सप्रेस-वे का एक छोर से दूसरा छोर करीब-करीब एक हजार किलोमीटर का है। इतने बड़े यूपी को चलाने के लिए जिस दम की जरूरत है वो आज डबल इंजन की सरकार करके दिखा रही है। उन्होंने कहा कि यूपी में आज जो एक्सप्रेस-वे का जाल बिछ रहा है, नए एयरपोर्ट बन रहे हैं, वो यूपी के लोगों के लिए अनेक वरदान एक साथ लेकर आ रहे हैं। पहला वरदान समय की बचत, दूसरा- सहूलियत और सुविधा में बढ़ोतरी, तीसरा- संसाधनों का सही प्रयोग, चौथा- सामर्थ्य में वृद्धि और पांचवा चौतरफा शांति। अब आपको एक जगह से दूसरे जगह जाने में ट्रैफिक जाम नहीं मिलेगा।

हाल ही में लोकार्पित हुए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर तथा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे आदि का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि यूपी में आज जो आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है वो ये दिखाता है कि संसाधनों का सही उपयोग कैसे किया जाता है। पहले जनता के पैसे का क्या-क्या इस्तेमाल हुआ है ये आप लोगों ने भली-भांति देखा है। लेकिन आज उत्तर प्रदेश के पैसे को उत्तर प्रदेश के विकास में लगाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि जब पूरा यूपी एक साथ बढ़ता है तभी तो देश बढ़ता है। डबल इंजन की सरकार यूपी के साथ है। अब यूपी में भेदभाव नहीं सबका भला होता है। कुछ इलाकों को छोड़ दें तो बिजली ढूंढने पर भी नहीं मिलती थी। पहले कुछ ही लोगों के फायदे के लिए काम होता था। हर जिले को पहले से ज्यादा बिजली दी जा रही है। जब खुद का घर बनता है तब गर्व से सीना चौड़ा होता है।

शहीदों सपूतों को किया नमन, कहा कभी नहीं उतार सकते कर्ज : शाहजहांपुर की क्रांतिकारी धरती पर आए प्रधानमंत्री ने अमर शहीद राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां और ठाकुर रोशन सिंह को नमन किया। उन्होंने कहा कि शाहजहांपुर के तीन सपूतों का कर्ज हम कभी नहीं चुका सकते। रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने स्थानीय जनभाषा में काकोरी के क्रांतिकारियों को नमन किया। उन्होंने कहा कि यह आप लोगों का आशीर्वाद है कि मुझे इस मिट्टी को माथे पर लगाने का सौभाग्य मिला। मैं इस धरती के सभी महापुरुषों के चरणों में प्रणाम करता हूं। अंग्रेजी सत्ता को चुनौती देने वाले शाहजहांपुर के तीन सपूतों को 19 दिसंबर को फांसी दी गई थी। भारत की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले इन वीरों का हम सभी के ऊपर बहुत बड़ा कर्ज है। इसे हम कभी चुका नहीं सकते।