अब यूपी में होंगे दोगुना सैनिक स्‍कूल

0
592

निजी स्‍कूलों की सहभागिता बढ़ने से स्‍कूलों की संख्‍या में होगा और इजाफा

मुख्‍यमंत्री ने प्रत्‍येक मंडल में सैनिक स्‍कूल खोलने का भेजा है प्रस्‍ताव

लखनऊ। यूपी के सैनिक स्‍कूलों में पढ़ने का सपना संजोय छात्रों के लिए अच्‍छी खबर है। यूपी में सैनिक स्‍कूलों की संख्‍या दोगुना से अधिक होने जा रही है। इससे छात्रों का अनुशासन के साथ बेहतर शिक्षा हासिल करने का सपना पूरा होगा। यहां दाखिले उम्‍मीद लगाए छात्रों को भी बड़ी राहत मिलेगी। सैनिक स्‍कूल सोसाइटी द्वारा यूपी में तीन स्‍कूलों का संचालन किया जा रहा है जबकि कैप्‍टन मनोज पांडे सैनिक स्‍कूल राज्‍य सरकार के अधीन है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दिशा में केंद्र सरकार के अनुमोदन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के प्रति आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि केन्‍द्र के अनुमोदन के बाद सैनिक स्‍कूल खोलने में निजी स्‍कूलों की सहभागिता बढ़ाने से यूपी में सैनिक स्‍कूलों में संख्‍या में खासा इजाफा होगा। इससे दाखिला की राह आसान हो जाएगी।

रक्षा मंत्रालय की ओर से पूरे देश में 33 सैनिक स्‍कूल संचालित किए जाते हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 100 सैनिक स्कूलों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति, एनईपी 2020 के पाठ्यक्रम के अनुरूप मंजूरी दी है। ये स्कूल निजी और सरकारी दोनों क्षेत्रों में स्थापित किए जाएंगे। वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार की पहल के चलते अन्‍य राज्‍यों की अपेक्षा यूपी में सैनिक स्‍कूल की संख्‍या सबसे अधिक है। यूपी में रक्षा मंत्रालय द्वारा तीन सैनिक स्‍कूलों का संचालन किया जा रहा है। यूपी में अमेठी, झांसी, मैनपुरी में सैनिक स्‍कूल संचालित हो रहे है जबकि बागपत में सैनिक स्‍कूल का निर्माण प्रस्‍तावित है। इसके अलावा गोरखपुर में सैनिक स्‍कूल का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। इसके लिए सरकार ने 90 करोड़ रुपए का बजट भी पास कर दिया है। इसके अलावा लखनऊ में यूपी सैनिक स्‍कूल का संचालन किया जाता है, जो राज्‍य सरकार के अधीन है। यह देश का पहला सैनिक स्‍कूल है। इसके बाद रक्षा मंत्रालय ने देश भर में सैनिक स्‍कूलों का निर्माण कराया। यह सभी स्‍कूल सीबीएसई से मान्‍यता प्राप्‍त है।

हर मंडल में होगा सैनिक स्‍कूल : उत्‍तर प्रदेश में 18 मंडल है। आम बजट के दौरान वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश भर में 100 सैनिक स्‍कूल बनाए जाने की प्रस्‍ताव रखा था। इसके बाद मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने हर मंडल में एक सैनिक स्‍कूल स्‍थापित किए जाने का प्रस्‍ताव केन्‍द्र को भेजा है। सैनिक स्‍कूल में दाखिले के बाद छात्र कम फीस में उच्‍च गुणवत्‍ता की शिक्षा हासिल करते हैं। ऐसे में योगी सरकार के प्रस्‍ताव से उन अभिभावकों को बड़ी राहत मिलेगी जो अधिक फीस होने के चलते अपने बच्‍चों को अच्‍छे स्‍कूलों में नहीं पढ़ा पाते हैं। सैनिक स्‍कूलों की संख्‍या बढ़ने से ऐसे अभिभावकों के बच्‍चे बेहतर शिक्षा हासिल कर सकेंगे।

बेटियों का सेना में जाने का सपना होगा पूरा : सेना में जाने ख्‍वाब देख रही बेटियों के पंखों को योगी सरकार नई उड़ान देगी। यूपी के बजट में कैप्टन मनोज पाण्डेय सैनिक स्कूल सरोजनीनगर को विकसित किए जाने व उसकी क्षमता को दोगुना करने का प्रस्ताव पास किया गया है। खासकर बेटियों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार बालिका कैडेट के लिए 150 की क्षमता वाले छात्रावास का निर्माण कराया जा रहा है।