आपदा में धैर्य सबसे बड़ा मित्र, पर कुछ ने भय का वातावरण बनाया

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-श्रमिक वर्ग को 20 मई से प्रति यूनिट 5 किलो खाद्यान्न का वितरण होगा
– मुजफ्फरनगर में लग रहा 6 आक्सीजन प्लांट
– प्रदेश में रिकवरी दर 90 फीसद
– कम्युनिटी किचेन के मार्फत जरूरतमंदों को मिलेगा मुफ्त भोजन

मुजफ्फरनगर। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में राज्यव्यापी दौरे के क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज मुजफ्फरनगर में विपक्ष का नाम लिए बगैर कहा कि इस आपदा के समय धैर्य हमारा सबसे बड़ा मित्र है, लेकिन कुछ लोगों ने संबल बढ़ाने के बजाय मनोबल गिराने और भय का वातावरण बनाने का काम किया। इससे हर व्यक्ति आक्सीजन और जरूरी दवाओं के लिए दौड़ पड़ा, जिससे अव्यवस्था की स्थिति उपन्न हो गयी। कोरोना की दूसरी लहर में प्रदेश में आक्सीजन की डिमांड एक हजार मीट्रिक टन तक पहुंच गयी। इसे भारत सरकार, वायुसेना और रेलवे की मदद से हमने पूरा किया। दूसरी लहर का यूपी ने पूरी तैयारी के साथ सामना किया और तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में पूरी मशीनरी जुटी है।

मुख्यमंत्री ने मुजफ्फरनगर में कोविड-19 कमांड एवं कन्ट्रोल सिस्टम का निरीक्षण और जिले के आलाअफसरों के साथ समीक्षात्मक बैठक करने के बाद आयोजित पत्रकारवार्ता में कहा कि जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों को आक्सीजन की किल्लत न हो इसके लिए 6 आक्सीजन प्लांट लगाये जा रहे हैं। इसके अलावा चार पहले से हैं। पूरे प्रदेश में 300 से अधिक आक्सीजन प्लांट लगाने के काम को वह आगे बढ़ा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ प्रधानमंत्री के नेतृत्व में लड़ाई जारी है। आबादी के हिसाब से उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है, लेकिन प्रदेश ने पूरी तैयारी के साथ कोरोना की दूसरी लहर का सामना किया। 30 अप्रैल को जहां प्रदेश में कोरोना के 3.10 लाख मामले थे, पाजिटिविटी रेट उस वक्त जो 16.5 फीसद थी, मुझे अवगत कराते हुए प्रसन्नता हो रही है कि यह घटकर अब सिर्फ 3.50 फीसद रह गयी है। अब संक्रमितों की संख्या 1.49 लाख रह गयी है। 1.61 लाख ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में रिकवरी रेट 90 फीसद है। प्रदेश में 1.5 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। 18 से 44 वर्ष के 4.15 लाख लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हरेक जिले और गांव-गांव में कम्युनिटी किचेन के माध्यम से जरूरतमंदों को मुफ्त भोजन उपलब्ध कराया जायेगा। 20 मई से प्रति यूनिट पांच किलो खाद्यान्न का वितरण श्रमिक वर्ग- स्ट्रीट वेंडर, नाई, धोबी, मोची, कुली इत्यादि में किया जायेगा। इसके अलावा उन्हें एक हजार रुपये का भरण पोषण भत्ता जून से मिलेगा। उन्होंने कहा कि गांवों में कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए 5 मई से स्क्रीनिंग का काम समितियों द्वारा किया जा रहा है। जरूरत पड़ने पर मरीज की एंटी बाडी टेस्ट और बाद में आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया जा रहा है। कोरोना से ठीक हुए लोगों को अगर बाद में भी इलाज की जरूरत पड़ी (पोस्ट कोविड) तो उनके मुफ्त इलाज की व्यवस्था की गयी है।

योगी आदित्यनाथ ने आमजन से आह्वान किया कि वे बेवजह घर से बाहर न निकलें। और अगर बाहर निकलना जरूरी ही है तो मास्क जरूर लगायें और दूसरों से दो गज की दूरी बनाकर रहें। वे लोग जिन्हें पहले से कोई मर्ज है वे तो कत्तई बाहर न जायें। उन्होंने इस महामारी में लोगों को जागरूक और सचेत करने में मीडिया की सकारात्मक भूमिका को रेखांकित किया और इसकी जरूरत पर बल दिया।

रामपुर गांव पहुंचे मुख्यमंत्री : मुजफ्फरनगर में पत्रकारवार्ता के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गांव रामपुर पहुंचे, जहां उन्होंने ग्रामवासियों से मुलाकात की और उनका कुशलक्षेम जाना। इस दौरान उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण के नियंतत्रण में जुटी रैपिड रेस्पांस टीम और आशा कार्यकत्रियों से वार्ता कर व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने वहां मौजूद अधिकारियों को कुछ जरूरी निर्देश दिये।