लखनऊ। अयोध्या में अलौकिक दीपोत्सव मनाने के बाद अब योगी सरकार काशी में दिव्य और भव्य देव दीपावली की तैयारियों में जुट गयी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा से देव दीपावली की तैयारियों के बारे में जानकारी ली है। साथ ही देव दीपावली के महा आयोजन को स्वच्छता अभियान से जोड़ने के लिए भी कहा है। मंडलायुक्त की ओर से बताया गया कि इस बार वाराणसी में 7 नवंबर को देव दीपावली का महापर्व मनाया जाना है, जिसे लेकर उनकी ओर से सारी तैयारियां एडवांस में चल रही हैं।
घाट के साथ ही मंदिर भी होंगे जगमग : मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा के अनुसार 8 नवंबर को चंद्र ग्रहण के चलते देव दीपावली 7 नवंबर को मनाये जाने का निर्णय लिया गया है। चूंकि पूर्णिमा तिथि 7 नवंबर से ही शुरू हो जा रही है, ऐसे में शास्त्रीय दृष्टिकोण से भी कोई परेशानी नहीं है। इस संबंध में काशी विद्वत परिषद् से भी विचार-विमर्श किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि देव दीपावली वाराणसी के 80 से ज्यादा घाटों पर मनायी जाती है, इसके अलावा गंगा के पूर्वी तट की रेती पर भी बड़ी संख्या में दीप जलाए जाते हैं। इसबार गंगा के दोनों तरफ मिलाकार कुल 10 लाख दीये जलाये जाएंगे। साथ ही वाराणसी के प्रमुख मंदिरों, कुंडों और सरोवरों पर भी आकर्षक ढंग से दीप रौशन किये जाएंगे।
मंडलायुक्त कौशल राज शर्म ने बताया कि देव दीपावली को लेकर सभी टेंडर पूरे कर लिए गये हैं। सभी संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करके उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश दे दिये गये हैं। गंगा में अप्रत्याशित रूप से बढ़ाव के बाद अब पानी घटने का क्रम जारी है। इसके बाद घाटों की साफ सफाई करायी जाएगी। सभी जरूरी व्यवस्थाओं के लिए विभागों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए जा चुके हैं। इसके अलावा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन तीन-चार दिन पहले से ही शुरू हो जाएगा। साथ ही देव दीपावली पर गंगा की भव्य महाआरती का आयोजन भी किया जाएगा।
क्राउड कंट्रोल मैनेजमेंट को लेकर तैयारियां पूरी : उन्होंने बताया कि देव दीपावली पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु देश-विदेश से वाराणसी आएंगे। ऐसे में काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या भी बढ़ेगी, जिसे देखते हुए हमने पहले से ही क्राउड कंट्रोल मैनेजमेंट को लेकर बैठक कर ली है और आवश्यक दिशा निर्देश दे दिये हैं। साथ ही वीआईपी और वीवीआईपी मूवमेंट को देखते हुए जिले के अलग अलग सरकारी गेस्ट हाउस में व्यवस्थाएं सुदृढ की जा रही हैं। सभी अधिकारियों को ड्यूटी बांट दी गयी है और हमारी सारी तैयारियां एडवांस में चल रही हैं।
नदी में ना फेंके जाएं बुझे हुए दीपक : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देव दीपावली पर्व के बाद वाराणसी के घाटों पर जलाये जाने वाले दीपों के समुचित निस्तारण के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि देव दीपावली के साथ ही लोगों में स्वच्छता को लेकर भी भाव पैदा हो, हमें ऐसी व्यवस्था करनी है। महापर्व के अलगे दिन बुझे हुए दीपक किसी भी हाल में नदी में ना फेंके जाएं। जिले के वरिष्ठ अधिकारी इस बात की स्वयं मॉनीटरिंगे करें।