विघ्न हर्ता गणेश जी कोरोना से बचाओ

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आज जगह-जगह अमंगल का साम्राज्य है। दुर्गुणों का बोल-बाला है। हिंसा, क्रोध और विकारों से भरपूर है पूरा समाज। विवेक लुप्त है। सहानुभूतियां गुम हैं। धर्म के नाम पर आडम्बर अपने चरम पर है। मनुष्य अपने लक्ष्य अर्थात्‌ अन्तरदर्शन को भूल गया है। ज्ञान और विवेक ही जब विलुप्त है तो फिर आदमी से दैवोचित व्यवहार की उम्मीद कैसे की जाए? गणेश जी हमें दैवोचित गुणों को धारण करने की प्रेरणा देते हैं।

सच पूछो तो गणेश देवा की पवित्र नजरों में कोरोना संकट से हम सबको निहाल करने की शक्ति है। आइए, हम उनसे विश्व कल्याण की प्रार्थना करें। विघ्न-विनाशक मंगलमूर्ति गणेश, ऐसे देव हैं जिनके दर्शन मात्र से हमारे समस्त विकारों का नाश होता है।

कहने का तात्पर्य है कि जब हम गणेश जैसे विकार रहित हो जाएंगे तो स्वयं मंगल-मूरत बन जाएंगे। गणेश की प्रशस्ति और पूजा इसी में है कि हम गणेश के स्वरूप को अपने गुणों में धारण करें। एकांत में अपने इष्ट का ध्यान करें।

ज्ञानेंद्र सिंह, नई दिल्ली