बेहद फायदेमंद है आर्गेनिक सरसों का तेल

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खाने के अलावा त्वचा व बालों पर भी लगाएं

वाराणसी। आर्गेनिक सरसो का तेल ओमेगा थ्री और 6, विटामिन ई, खनिज और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। इसमें एंटी-माइक्रोबियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ हृदय के लिए भी फायदेमंद है। अध्ययन की माने तो (अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन की रिपोर्ट) नियमित आहार के हिस्से के रूप में अगर आर्गेनिक सरसों का तेल प्रयोग किया जाए तो ये कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप को कम करने में सहायक होगा। सरसो मेटाबॉलिक रेट को बढ़ाता है।

यही कारण है कि रिफाइंड की जगह सरसों के तेल के प्रयोग पर जोर दिया जा रहा है। आर्गेनिक हाट करौदी वाराणसी के संस्थापक एवं संचालक आनंद कुमार मिश्र ने बताया कि पाचन से लेकर साइनस तक में सरसों के तेल का महत्व है। ऑर्गेनिक सरसों का तेल स्वादिष्ट और पौष्टिकता लिए होता है। इसे खाना बनाने के साथ ही त्वचा और बालों पर मालिश के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

नियमित रूप से खाना पकाने में आर्गेनिक सरसों का तेल इस्तेमाल करने से स्वस्थ शरीर ही नहीं स्वस्थ त्वचा और बाल भी प्राप्त होगा। सरसों के तेल में मौजूद थियामाइन, फोलेट और नियासिन जैसे विटामिन मेटाबाल्जिम को बढ़ाते हैं जिससे वेट लॉस होता है। ये तेल वसा की तरह शरीर पर जमता नहीं है।

आर्गेनिक सरसों तेल के गुण

प्राकृतिक सनस्क्रीन : गाढ़ा और विटामिन ई से भरा आर्गेनिक सरसों का तेल प्राकृतिक सनस्क्रीन के रूप में माना जाता है। जब इसे शरीर पर लगाया जाता है तो ये पसीने की ग्रंथियों को उत्तेजित करके त्वचा के छिद्रों को खोलकर प्राकृतिक क्लींजर की तरह काम करता है। सरसों के तेल से मालिश करने से पिगमेंटेशन के दाग भी हल्के हो कर स्किन में मिल जाते हैं।

बाल गिरना रोके : आर्गेनिक सरसो के तेल में तमाम खुबिया होती है। इसमें प्रकृति का बल समाहित है। यह तेल आवश्यक फैटी एसिड के साथ सिर को मॉइस्चराइज भी करता है। रूसी और फंगल इंफेक्शन के साथ ये बाल गिरने की समस्या को भी कम करने में कारगर होता है।

कोलोन बैक्टेरिया से लड़े : आर्गेनिक सरसों का तेल एक जीवाणुरोधी के रूप में काम करता है। इसका प्रयोग आंतरिक और बाहरी दोनों रूपों में किया जाता है। आंतरिक रूप से यह कोलोन बैक्टिरिया से लड़ता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है जबकि बाहरी रूप से यह त्वचा के बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन से बचाता है।

ठंड में गर्माहट के लिए प्रयोग : ठंड के दिनों में सरसों का तेल गर्माहट के लिए सबसे बेस्ट होता है। गुनगुने तेल की मसाज से रूखी-सूखी त्वचा भी नर्म, मुलायम और चिकनी हो जाती है। वहीं ये गठिया रोग और जोड़ो का दर्द भी बेहद कारगर है।