जी एंटरटेनमेंट में इनसाइडर ट्रेडिंग से10 करोड़ लौटाने का आदेश

0
514

ज़ी एंटरटेनमेंट में इनसाइडर ट्रेडिंग से10 करोड़ की अवैध कमाई लौटाने का आदेश…… सुभाष चन्द्र गोयनका के एस्सेल ग्रुप की सैटेलाइट टीवी चैनल बिज़नेस करने वाली अग्रणी कंपनी ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइज़ेज़ लिमिटेड (ज़ेडईईएल) के शेयरों का बड़े स्तर पर भेदिया कारोबार, जिसे इनसाइडर ट्रेडिंग कहा जाता है, किए जाने का मामला सामने आया है। इधर एस्सेल ग्रुप अपने कारनामों के चलते एक के बाद एक नए संकट में उलझ गया है। एक तरफ बैंकों के बकाया कर्ज की वसूली के मामले में इंडियन बैंक्रप्सी कोड (आईबीसी) और एनसीएलटी में कंपनी फंसी हुई है और दूसरी तरफ ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइज़ेज़ का सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया में विलय अटक गया है जिससे सुभाष चन्द्र गोयनका की मुसीबतें और बढ़ गईं हैं।

ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइज़ेज़ में काम करने वाले एक अधिकारी ने अतिमहत्वपूर्ण और मूल्य संवेदी गुप्त सूचनाओं को लीक किया। इन गुप्त सूचनाओं को आधार बनाकर कंपनी के शेयरों की ट्रेडिंग का भंडा सेबी की जांच में फूटा। बिजल शाह नाम का व्यक्ति वर्ष 2016 से ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइज़ेज़ में इन्वेस्टर रिलेशंस और बिज़नेस डेवलपमेंट हेड के तौर पर काम कर रहा था। कंपनी के प्रमोटरों ने आंतरिक स्तर पर 2020 जुलाई में ज़ी प्लेक्स टाइटल के तहत ‘सिनेमा टु होम’ सेवा शुरू करने का निर्णय किया। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण और मूल्यसंवेदी निर्णय था जिसका खुलासा निर्धारित समय (बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से एप्रूव होने से लेकर स्टाॅक एक्सचेंजों को इसकी सूचना दिए जाने तक) के पहले कंपनी के बाहर नहीं किया जाना चाहिए था, सेबी का ऐसा नियम भी बना हुआ है, और यह अपराध है। क्योंकि इस सूचना के खुलासे से बाजार में कंपनी के शेयर मूल्य काफी प्रभावित होते हैं।

‌‌इस आंतरिक गुप्त निर्णय की जानकारी बिजल शाह ने गोपाल रितोलिया और जतिन चावला को लीक कर। गोपाल और जतिन के माध्यम से यह सूचना अमित भवरलाल जाजू, मनीष कुमार जाजू, गोमती देवी रितोलिया, पुष्पा जाजू,रितेश कुमार कमल किशोर जाजू, विमला सोमानी और यश अनिल जाजू को पहुंचाई गई। इनमें से दो कर्ताधर्ता गोपाल रितोलिया और जतिन चावला ने इस लीकसूचना के आधार पर 2020 में 19 अगस्त से 27 अगस्त के दरम्यान कंपनी के शेयरों के ताबड़तोड़ सौदे किए। सेबी की जांच में खुलासा हुआ कि इक्विटी और डेरिवेटिव दोनों ही सेगमेंट में ये सौदे किए गए। कुल 23 करोड़ 84लाख रुपए के सौदे नक्की किए गए।

जबकि कंपनी की तरफ से ज़ी प्लेक्स’ लांच करने की अधिकृत सूचना 1सितंबर 2020 को स्टाॅक एक्सचेंजों को प्रेषित की गई, जाहिर है इसके पहले ही भेदियों ने अपना खेल दिखा दिया। सेबी ने जांच में बिजल शाह को गोपनीय सूचना को लीक करने का दोषी करार दिया लेकिन यह भी स्पष्ट किया है कि बिजल इनसाइडर ट्रेडिंग करने में सीधी तौर पर संलिप्त नहीं था। और इसीलिए सेबी के आदेश में बिजल पर सिर्फ 30 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है।

सेबी ने गोपाल रितोलिया को इनसाइडर ट्रेडिंग से कमाए गए 7 करोड़ 51लाख 99 हजार 771 रुपए का अवैध मुनाफा एस्क्रो एकाउंट (निलंब खाता) में जमा करने का आदेश दिया है। इसके अलावा इनसाइडर ट्रेडिंग करने वाले दूसरे दोषी जतिन चावला को 2 करोड़ 9 लाख 77 हजार 685 रुपए का अवैध मुनाफा एस्क्रो एकाउंट में जमा करने का आदेश दिया है। ये धनराशियां जमा करने तक दोनों दोषियों को 12 प्रतिशत की दर से ब्याज भी भरने का आदेश दिया गया है। इस तरह से बिजल शाह पर तीस लाख रुपए का जुर्माना और यह 9 करोड़ 61 लाख 77 हजार 456 रुपए की धनराशि मिलाकर कुल धनराशि 9 करोड़ 91लाख 77 हजार 456 रुपए होती है और ब्याज सहित संपूर्ण रकम बाद में इन्वेस्टर प्रोटेक्शन ऐंड एजूकेशन फंड (आईपीईएफ) में ट्रांसफर कर दी जाएगी।

बताते चलें कि इन साइडर ट्रेडिंग मामले में सेबी ने ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइज़ेज़ लिमिटेड के सीईओ और सुभाष चन्द्र गोयनका के पुत्र पुनीत गोयनका को भी कारण बताओ नोटिस जारी की थी।पता चला कि गोयनका ने जुगाड़ लगा कर मामले को रफा-दफा करा लिया था।

ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइज़ेज़ लिमिटेड के सिर्फ़ 3.99 प्रतिशत शेयर सात प्रमोटरों के पास हैं और इसमें से भी सबसे अधिक 3.45 प्रतिशत शेयर एस्सेल मीडिया वेंचर्स लिमिटेड के पास हैं, बाकी 00.54 प्रतिशत शेयर शेष छः प्रमोटरों के पास हैं। इस कंपनी के शेयर का अंकित मूल्य (फेस वैल्यू) 1रुपया है जिसका भाव इधर के दिनों में 183-200 रुपए के बीच चल रहा है। पाठकों को याद दिला दें कि बीते दिनों सेबी ने सुभाष चन्द्र गोयनका के पुत्र अमित गोयनका को शिरपुर गोल्ड रिफाइनरी लिमिटेड में चार अरब करोड़ रुपए से अधिक का फ्राॅड करने का दोषी ठहराया था।

प्रणतेश बाजपेयी