यूपी में अब पानी की तरह पाइप से घर-घर पहुंचेगी रसोई गैस

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सीएम योगी ने किया पीएनजी आपूर्ति का शुभारंभ, 101 लोगों को मिला पाइप रसोई गैस का कनेक्शन

टोरेंट कंपनी के 8 सीएनजी स्टेशन, पराग डेरी में औद्योगिक गैस कनेक्शन व 13 ऑक्सीजन प्लांट का भी किया शुभारंभ

गोरखपुर। विगत साढ़े चार साल से विकास के पैमाने पर आसमान छूने को आतुर गोरखपुर की उपलब्धियों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक और नगीना जड़ दिया। गोरखपुर का शुमार अब उन चुनिंदा शहरों में हो गया है जहां पाइपलाइन से रसोई गैस की आपूर्ति होती है। सरकार का साथ पाकर टोरेंट कंपनी ने पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) की सप्लाई का काम शुरू किया है। इसका विधिवत शुभारंभ सीएम योगी ने खानिमपुर में आयोजित कार्यक्रम में किया। सीएम ने गोरखपुर में टोरेंट के सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के पहले चरण के तहत 101 लोगों को घरेलू पीएनजी रसोई गैस का कनेक्शन प्रदान करने के साथ ही 8 सीएनजी व सिटी गेट स्टेशन, पराग डेरी में औद्योगिक गैस कनेक्शन व प्रदेश में 13 स्थानों पर स्थापित ऑक्सीजन प्लांट का भी शुभारंभ किया। इस अवसर पर पीएनजी को रसोई गैस का बेहतरीन विकल्प बताते हुए कहा कि अब पानी की तरह घर-घर रसोई गैस पहुंचेगी।

खानिमपुर में आयोजित समारोह में सीएम योगी ने कहा कि पीएनजी परम्परागत गैस सिलेंडर से सस्ती होगी। इससे करीब 35-40 फीसद की बचत होगी। साथ ही पाइप लाइन से आपूर्ति मिलने से गैस सिलेंडर ढोने की समस्या भी समाप्त होगी। जितना खर्च होगा, उतना ही बिल आएगा। गैस चोरी की शिकायत भी नहीं रहेगी। कोई भी मौसम हो, रसोई गैस की किल्लत नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि टोरेंट को इस वर्ष मार्च के अंत तक गोरखपुर में 10000 पीएनजी कनेक्शन देने का लक्ष्य दिया गया है।

ऑक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर हो रहा प्रदेश: कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टोरेंट गैस की तरफ से प्रदेश में स्थापित 13 ऑक्सिजन प्लांट का भी उद्घाटन किया। इसके लिए उन्होंने कंपनी को धन्यवाद देते हुए कहा कि ऑक्सिजन उत्पादन में उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भर हो रहा है। कोरोना की दूसरी लहर में पूरी दुनिया ने भीषण ऑक्सिजन संकट का सामना किया था, टोरेंट जैसी संस्थाओं ने यूपी में ऑक्सीजन आपूर्ति और अन्य चिकित्सकीय संसाधनों की व्यवस्था कराने में योगदान दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश को 127 ऑक्सीजन प्लांट दिए हैं। प्रदेश में 547 ऑक्सिजन प्लांट लग रहे हैं जिसमें से 490 क्रियाशील हो चुके हैं। कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सिजन सिलेंडर की कालाबाजारी की भी शिकायतें आ रही थीं लेकिन अब प्लांट के जरिये वातावरण से ही ऑक्सीजन का निर्माण हो जाने से ऐसी सभी समस्याओं का समाधान हो गया है। सीएम योगी ने कोविड काल के दौरान मुख्यमंत्री सहायता कोष में पांच करोड़ रुपये दान देने के लिए टोरेंट की प्रशंसा की और कहा कि इस कंपनी ने आगरा में बिजली सुधार के क्षेत्र में भी अच्छा प्रयास किया है।

साकार हो रही पीएम मोदी की स्वच्छ ईंधन की परिकल्पना: सीएम योगी ने कहा कि सीएनजी और पीएनजी के माध्यम से पीएम मोदी की स्वच्छ ईंधन की परिकल्पना साकार हो रही है। पीएम के प्रति आभार जताते हुए सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले लोगों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन दिया, अब उनकी प्रेरणा से रसोई गैस का स्वच्छ, सुरक्षित सस्ता और बेहतरीन विकल्प मिल रहा है। साथ ही सीएनजी के रूप में डीजल-पेट्रोल का नया, सस्ता और स्वच्छ विकल्प भी।

रविकिशन ले जा सकते हैं गैस सिलेंडर, शीतल बाबा कैसे ले जाएंगे : पीएनजी का फायदा बताते हुए सीएम थोड़ा हास्यात्मक मूड में आ गए। उन्होंने कहा गैस सिलेंडर ढोना हो तो रविकिशन (सांसद) ले जा सकते हैं लेकिन शीतल बाबा (विधायक) कैसे ले जाएंगे। या फिर सीताराम जी (महापौर) सिर पर कैसे ढो पाएंगे। सीएम की इन बातों से कार्यक्रम में हंसी का फव्वारा फूट पड़ा। वास्तव में सीएम यह समझा रहे थे कि पीएनजी होने से रसोई गैस। सिलेंडर ढोने से मुक्ति मिल जाएगी।

यूपी को तेजी से आगे बढ़ा रहे सीएम योगी : इस अवसर पर गोरखपुर के सांसद रविकिशन शुक्ला ने कहा कि सीएम योगी के नेतृत्व में गोरखपुर समेत पूरा यूपी बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि सपने में भी नहीं सोचा था कि यूपी में पाइप से रसोई गैस घर तक मिलेगी। योगी जी की इस पहल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बड़े प्रसन्न होंगे क्योंकि इस पीएनजी से प्रदूषण भी कम होगा।