गोरखपुर। सार्वजनिक जीवन मे उनकी पब्लिक कनेक्टिविटी का तरीका ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को राजनीतिज्ञों की पारंपरिक भीड़ से अलग एक जनप्रिय छवि बनाता है। सुरक्षा प्रोटोकॉल से इतर मदद की चाह वाले लोगों से मिलना और उनकी मनचाही पूरी करना उनके रूटीन में शामिल हैं। रविवार को गोरखपुर प्रवास के दौरान सीएम योगी की यह छवि एक बार फिर बुलंद हुई। गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में व्हील चेयर पर आए बुजुर्ग संत से मुख्यमंत्री खुद उनके पास जाकर मिले और उनकी मुराद पूरी की।
सीएम योगी ने रविवार की सुबह जनता दर्शन में 500 से अधिक फरियादियों की शिकायतें सुनीं। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जनता की शिकायतों के समाधान में टालमटोल न करने की हिदायत दी और लोगों से कोविड-19 से बचाव की गाइडलाइन का पालन करने की अपील की। सीएम योगी जैसे ही जनता दर्शन से बाहर निकले वहां रामजानकी मंदिर, कुसम्ही से आए 109 वर्षीय महंत ओमकारनाथ पर उनकी नज़र पड़ी। दिव्यांगता की वजह व्हील चेयर पर आए बुजुर्ग संत को देखते ही सीएम उनके पास पहुंच गए। महंत ओमकारनाथ ने सीएम को बताया कि वह एक यज्ञ करा रहे हैं। यज्ञ से पहले गोरक्षपीठाधीश्वर से मिलने की आस थी। वह आज पूरी हो गई।
सीएम ने काफी देर तक उनसे बात की। इसके बाद मंदिर कार्यालय से यज्ञ के लिए मदद दिलाई। सीएम ने मंदिर में महंत ओमकारनाथ का आदर-सत्कार कर उन्हें विदा किया। इसके पहले जनता दर्शन में फरियादियों की शिकायतें सुनने के बाद सीएम ने अधिकारियों से कहा कि वे जनता की समस्याओं का तत्वरित निस्तारण करें। इस काम में कोई टालमटोल नहीं होनी चाहिए। समाधान भी गुणवत्तापूर्ण ढंग से होना चाहिए ताकि पीड़ित संतुष्ट हो जाए। सीएम दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर आए हैं। उन्होंने जनता दर्शन में हिन्दू सेवाश्रम की कुर्सियों पर बैठे फरियादियों से बारी-बारी मुलाकात की। उनकी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। साथ मौजूद अधिकारियों को लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए निर्देशित भी किया। जिला स्तरीय शिकायतों के लिए डीएम और एसएसपी और मण्डल के जिलों से आने वाली शिकायतों के लिए कमिश्नर और आईजी को निर्देशित किया।