महाराष्ट्र में भाजपा की जीत के बाद मुस्लिमों में वाकयुद्ध

महाराष्ट्र में भाजपा की जीत के बाद मुस्लिमों में वाकयुद्ध ******* * मौलाना सज्जाद नोमानी ने हार के लिए असदुद्दीन ओवैसी को बताया जिम्मेदार * ओवैसी ने कहा, कुछ भी ग़लत नहीं किया, ऐसी गलत अपीलों का विरोध करुंगा

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नयी दिल्ली। महाराष्ट्र में भाजपा और महायुति की बंपर जीत और मुस्लिमों के एकतरफा समर्थन के बावजूद महा विकास अघाड़ी की हार के बाद मुस्लिम नेताओं में वाकयुद्ध छिड़ गया है। इसे लेकर मौलाना सज्जाद नोमानी और असदुद्दीन ओवैसी में जुबानी जंग छिड़ गई है।

कांग्रेस समर्थक मौलाना सज्जाद नोमानी ने कहा है कि इस चुनाव में कांग्रेस और महा विकास अघाड़ी की हार के लिए ओवैसी ही जिम्मेदार हैं। मौलाना सज्जाद नोमानी का आरोप है कि ओवैसी के चलते ही मुस्लिम मतों का बंटवारा हुआ और कांग्रेस समेत महा विकास अघाड़ी के प्रत्याशी जीत नहीं पाए। उन्होंने कहा कि अल्लाह ओवैसी को अपनी गतली का एहसास करने की तौफीक अता करें। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने कहा है कि मैंने कुछ भी ग़लत नहीं किया है। और मैं आगे भी ऐसी बातों का विरोध करता रहूंगा।

दरअसल महाराष्ट्र चुनाव के दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि जो मुस्लिम नेता और मौलाना मुस्लिमों से महा विकास अघाड़ी को वोट देने के लिए कह रहे हैं वे कौम के दुश्मन हैं। और मुसलमानों को ऐसे लोगों का बहिष्कार करना चाहिए।
इस विवाद में कूदते हुए मौलाना तौकीर रज़ा ने कहा है कि मौलाना सज्जाद नोमानी और असदुद्दीन ओवैसी दोनों ही मुसलमानों के दुश्मन हैं। उन्होंने कहा कि ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के 15 मिनट वाले बयान और असदुद्दीन ओवैसी के महा विकास अघाड़ी को वोट देने की अपील के विरोध ने मुसलमानों का नुकसान किया है। इससे मुसलमान कंफ्यूज हो गये। उन्होंने आगे कहा कि मौलानाओं द्वारा महा विकास अघाड़ी को एकजुट होकर वोट देने की अपील ने भी नुकसान किया है। उनका मानना है कि इस अपील के विरोध में हिंदू वोटर यूनाइटेड हो गए। इसके चलते भाजपा और उसका गठबंधन जीत गया।

अभयानंद शुक्ल
राजनीतिक विश्लेषक