धरती पर उपलब्ध सर्वोत्तम खाद्य पदार्थों में शामिल है तिल

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आयुर्वेद के चरक संहिता में तिल के तेल को भोजन पकाने के लिए सबसे अच्छा माना गया है। तेल शब्द की व्युत्पत्ति तिल शब्द से ही हुई है, जो तिल से निकलता वह है तेल। इस धरती पर उपलब्ध सर्वोत्तम खाद्य पदार्थों में तिल का तेल भी शामिल है। टेलीविजन पर प्रचार देख कर सामान खरीदने वालों को इसके गुण का पता ही नहीं चलेगा। क्योंकि तिल के तेल का प्रचार कंपनियां नहीं करती।

तिल के तेल में इतनी ताकत होती है कि यह पत्थर को भी चीर देता है। प्रयोग करके देखें। पत्थर लिजिए और उसमे कटोरी के जैसा खड्डा बना लिजिए। एक में पानी, दूसरे में दूध तीसरे में धी चौथे में तेजाब तथा पांचवे में तिल का तेल डाल दीजिए। केवल तिल का तेल ही पत्थर में सोखकर नीच तक पहंुचेगा बाकी के अन्य खड्डे वैसे ही रहेंगे। करीब 48 घंटे में तिल का तेल पत्थर के अन्दर प्रवेश करके पत्थर के नीचे आ जायेगा। यह होती है तेल की ताकत। तिल के तेल हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है। इसमें फास्फोरस होता है जो कि हड्डियों की मजबूती में अहम भूमिका अदा करता है।

ध्यान दें
# तिल के तेल का सबसे बड़ा गुण यह है कि कोई भी रोग हो यह उससे लड़ने की क्षमता शरीर में विकसित करना आरंभ कर देता है।
# सौ ग्राम सफेद तिल से 1000 मिलीग्राम कैल्शियम प्राप्त होता हैं। बादाम की अपेक्षा तिल में छः गुना से भी अधिक कैल्शियम है।
# काले और लाल तिल में लौह तत्वों की भरपूर मात्रा होती है जो रक्तअल्पता के इलाज में कारगर साबित होती है।
# तिल का लेसिथिन रसायन कोलेस्ट्रोल के बहाव को रक्त नलिकाओं में बनाए रखने में मददगार होता है।
# तिल के तेल में प्राकृतिक रूप में उपस्थित सिस्मोल एक ऐसा एंटी-ऑक्सीडेंट है जो इसे ऊंचे तापमान पर भी बहुत जल्दी खराब नहीं होने देता।
# तिल में विटामिन सी छोड़कर वे सभी आवश्यक पौष्टिक पदार्थ होते हैं।

# तिल गहरी नींद लाने में सक्षम है साथ ही त्वचा और बालों को भी स्वस्थ रखता है।
# तिल में न्यूनतम सैचुरेटेड फैट होते हैं इसलिए इससे बने खाद्य पदार्थ उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है।
# नियमित रूप से शुद्ध तिल के तेल का सेवन करते हैं तो आप के बीमार होने की संभावना ना के बराबर होगी।
# तिल में पाया जाने वाला नियासिन नामक विटामिन तनाव और अवसाद को कम करने में सहायक है।
# तिल में डायटरी प्रोटीन और एमिनो एसिड होता है जो बच्चों के हड्डियों के विकसित होने में और मजबूती प्रदान करने में मदद करता है।
# दूध के तुलना में तिल में तीन गुना कैल्शियम रहता है। इसमें कैल्शियम, विटामिन बी और ई, आयरन और जिंक, प्रोटीन की भरपूर मात्रा रहती है और कोलेस्टरोल बिल्कुल नहीं रहता है। तिल का तेल ऐसा तेल है, जो सालों तक खराब नहीं होता।