लखनऊ। देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की तुलना देश का विभाजन कराने वाले मोहम्मद जिन्ना से करने के मामले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बुरी तरह घिर गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को लेकर सोमवार को मुरादाबाद में अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला। सीएम ने कहा कि सरदार पटेल की तुलना जिन्ना जैसों से किया जाना शर्मनाक है। अखिलेश यादव को इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
मुख्यमंत्री सोमवार को पीएम आवास योजना के लाभार्थियों को गृह प्रवेश योजना के तहत सांकेतिक रूप से चाभी सौंपने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि जो लोग लौह पुरुष सरदार पटेल की तुलना जिन्ना से कर रहे हैं वो तालिबानी मानसिकता के लोग हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन्ना से सरदार वल्लभ भाई पटेल की तुलना कर रहे लोगों को जनता सबक सिखाए।
उन्होंने कहा कि आजाद भारत को अखंड भारत बनाये रखने का श्रेय सरदार पटेल को जाता है। उनके बारे में इस तरह की बात करने वाले सिर्फ अपने परिवार और कुनबे के लिए सोचने वाले लोग हैं। विभाजनकारी मानसिकता के कारण देश तोड़ने वाले जिन्ना की तुलना सरदार पटेल से कैसे हो सकती है। ये तालिबानी मानसिकता है, जो तोड़ने का कार्य करती है।
मुख्यमंत्री ने मुरादाबाद में आवास योजना के लाभार्थियों को गृह प्रवेश योजना के तहत सांकेतिक रूप से चाबी सौंपी। सीएम ने कहा कि हर गरीब के घर में शौचालय होना चाहिए। सीएम ने कहा कि पहले की सरकारों में लोगों को आयोजन नहीं करने दिए जाते थे। केंद्र सरकार पूर्व की सरकार को लगातार यह कह रही थी कि अधिक से अधिक लोगों को आवास योजना का लाभ मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अब हर गरीब को मुफ्त राशन मिल रहा है, लेकिन पिछली सरकारों में न राशन मिलता था और न बिजली कनेक्शन। पिछली सरकारों के लिए उनका परिवार ही प्रदेश था, जबकि भाजपा सरकार के लिए जनता ही परिवार है।