कोल इंडिया का नया नाम होगा, नया मेकअप भी… कोल इंडिया लिमिटेड अपने को नए मेकअप में पेश करने की तैयारी कर रही है। माथे से कोयले को हटाकर आधुनिक ऊर्जा उत्पादक बनने के लिए ग्रीन हाइड्रोजन, कार्बन कैप्चर, गैसीकरण, नवीकरणीय ऊर्जा से लेकर दुर्लभ खनिजों (रेअर अर्थ्स) जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में पूंजी लगाने का ताना-बाना बुना जा रहा है।
कोयला मंत्रालय भी भरपूर सपोर्ट कर रहा है। और इसीलिए मंत्रालय स्तर पर कंपनी का नाम बदलकर सीआईएल एनर्जी लिमिटेड करने करने का निर्णय भी ले लिया गया है। विश्व में कोयला की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी के रूप में कोल इंडिया लिमिटेड जानी जाती है। चालू वित्तीय वर्ष 23-24 में कोल इंडिया का कारोबार डेढ़ लाख करोड़ रुपए के स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है।
कंपनी ने चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल -जून में 35 हजार 983 करोड़ रुपए के कारोबार पर 14 हजार 802 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया, जबकि इसने पिछले चार सालों से कोयले के मूल्य नहीं बढ़ाए हैं। कोयला की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा कभी भी की जा सकती है।
प्रणतेश बाजपेयी