रागी का लड्डू खाओं डिप्रेशन दूर भगाओ… रागी में कैल्शियम, विटामिन्स, फाइबर तथा कार्बाेहाइड्रेड जैसे जरूरी पोषक तत्व हैं। किसी भी अनाज से तुलना की जाए तो रागी में कैल्शियम सबसे अधिक पाया जाता है। यह एकमात्र ऐसा नॉन-डेयरी प्रोडक्टक्स है जिसमें में इतनी मात्रा में कैल्शियम होता है।
रागी का नियमित सेवन हड्डियों और दांतों को तो मजबूत बनाता ही है, ऑस्टियोपोरोसिस, एनीमिया और तनाव की भी रोकथाम करता है। रागी को अंकुरित करना अथवा आटे की रोटी बनाने जैसे दिक्कतों के चलते लोग लोग प्रतिदिन इसका सेवन नहीं कर पाते। इसलिए आर्गेनिक हाट में रागी, बाजरा, सांवा, कोदो, कंगनी जैसे मोटे अनाज का लड्डू बनाया गया है। जिसे आप आराम से अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं। रागी में देशी गाय का ए-टू घी, गुड, नारियल, इलाइची तथा मेवा मिलाकर इसे तैयार किया जाता है।
फाइबर से भरपूर होने की वजह से रागी शुगर नियंत्रित करने तथा वजन घटाने में भी मददगार है। रागी स्ट्रेस दूर करने में भी सहायक है, इसका प्रतिदिन सेवन शरीर में खून की कमी को भी पूरा करता है। रागी में मौजूद एंटी ऑक्सिडेंट तनाव को घटाने में सहायक है। इतना ही नहीं एंग्ज़ायटी, डिप्रेशन और अनिद्रा से निपटने में भी रागी का नियमित सेवन फ़ायदेमंद साबित होता है।
आनंद मिश्र