होम्योपैथी कोविड 19 से पीड़ित मरीजों के इलाज में रामबाण

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कोविड 19 से पीड़ित मरीजों के इलाज में होम्योपैथी दवायें एक बार पुनः रामबाण साबित हुई हैं। कानपुर नगर के सुविख्यात होम्योपैथ डा. जी. डी. शुक्ला के सुपुत्र डा देवस्य शुक्ला, जो कि स्वयं भी होम्योपैथी के मशहूर डाक्टर हैं, के इलाज से सैकड़ों कोविड पाजिटिव मरीज स्वस्थ हुए हैं व वर्तमान में कई मरीज स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं।

डा. देवस्य शुक्ला ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों में बुखार, सूखी खांसी, उल्टी, सांस लेने में कठिनाई, सूंघने की शक्ति में कमी जैसे सामान्य लक्षणों के अलावा इस बार लूज़ मोशन के मामले भी देखे जा रहे हैं।

आमतौर पर लोग घरेलू उपचार काढा, बुखार उतारने के लिए सामान्य दवायें जैसे पैरासिटामोल व एण्टी बायोटिक दवायें, बिना किसी चिकित्सकीय परामर्श के ले रहे हैं जो कि प्राण घातक है। नया कोरोना स्ट्रेन पहले की तुलना मे कई गुना अधिक घातक व संक्रामक है तथा संक्रमित व्यक्ति को संभलने का बहुत कम समय दे रहा है।

इसलिए योग्य होम्योपैथी डाँक्टर के परामर्श से जसटीसिया, हीपर सल्फ, ऐकोनाइट, आर्सेनिक एल्बम, फास्फोरस, एसपाइडोस्पर्मा इत्यादि दवायें लेते हुए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करके कोरोना को आसानी से मात दी जा सकती है।

डा देवस्य ने यह भी बताया कि कई मामलों में पैथोलाजिकल जांच रिपोर्ट में फाॅल्स टाइफायड पाया गया है जबकि परिवार के एक सदस्य को बुखार आने के बाद परिवार के अन्य सदस्यों में भी बुखार खांसी व कफ जैसे लक्षण दिखाई पड़े।

ऐसे मामलों में कोविड संक्रमण की बहुत संभावना है तथा बगैर समय गवाये रैपिड एंटीजन टैस्ट करवाये जाने की आवश्यकता है व पाजिटिव आने पर तत्काल चिकित्सकीय परामर्श के साथ सी टी स्कैन, डी डाइमर, सी आर पी, सी बी सी, ई एस आर जैसी जांचें अवश्य करायी जायें।

साथ ही कोरोना संक्रमित मरीजों को ग्लूकोज़ व इलेक्ट्राल पर्याप्त मात्रा में लेने तथा डायबिटिक मरीजों को नारियल पानी लेने की सलाह डा देवस्य शुक्ला द्वारा दी गयी। साथ ही सोशल मीडिया पर इम्यूनिटी बढाने के नाम पर प्रचारित दवाओं के सेवन से बचने की सलाह लोगों को दी गयी।