दुनिया का सबसे ठंडा शहर

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सबसे ज्यादा ठंड कहां पड़ती है ?? दुनिया आश्चर्यों से भरी हुई है. दुनिया में ऐसे-ऐसे शहर भी हैं, जहां इतनी ठंड पड़ती है क‍ि लोगों को पानी पीने के लि‍ए भी बर्फ को पिघलाना पड़ता है. इनमें से बहुत सारे शहर आर्कटिक सर्कल से केवल कुछ किलोमीटर ही दूर हैं।

यदि आप सर्दी में रहने के आदी नहीं हैं, तो इन स्‍थानों पर जाना आपके लिए खतरनाक हो सकती है। मगर इंसान का स्‍वभाव, और जिंदा रहने की उसकी इच्छाशक्ति इन स्थानों पर जीवन को आसान बना सकती है। वहां जीवन गुजार रहे लोग इसके जीते-जागते उदाहरण हैं।

सर्दियों में भारत के लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। श्रीनगर, जम्मू कश्मीर और शिमला में बर्फबारी से हाल खराब है। लेकिन आज हम आपको दुनिया की ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां इतनी ठंड पड़ती है, जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। जी हाँ, दुनिया का सबसे ठंडा शहर रूस में है, साल में 270 दिन जमी रहती है बर्फ…. आर्कटिक सर्कल के 300 किमी उत्तर में स्थित है नॉरिल्स्क शहर… दुनिया में निकल-पैलेडियम का सबसे बड़ा भंडार भी यहीं पर.. यह विश्व के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में से एक… हवा में सल्फर डाइऑक्साइड की मात्रा इतनी ज्यादा कि 30 किमी के दायरे में वनस्पति खत्म हो गई।

रूस के साइबेरिया स्थित नॉरिल्स्क शहर को दुनिया का सबसे ठंडा शहर माना जाता है। यहां के निवासी दो महीने तक (दिसंबर-जनवरी) सूर्योदय नहीं देख पाते। ठंड का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि साल के 365 में से 270 दिन बर्फ जमी रहती है।

शहर का सामान्य तापमान माइनस 10 डिग्री सेल्सियस… 1 लाख 75 हजार की आबादी वाले नॉरिल्स्क शहर का ठंड के दिनों में न्यूनतम तापमान -61 डिग्री सेल्सियस है, जबकि औसत तापमान माइनस 10 डिग्री सेल्सियस रहता है। साल के 270 दिन नॉरिल्स्क में बर्फ जमी रहती है। हर तीसरे दिन यहां लोगों को बर्फीले तूफान का सामना करना पड़ता है। रूस की राजधानी मॉस्को से नॉरिल्स्क करीब 2900 किमी दूर स्थित है। आर्कटिक वृत्त से शहर 300 किमी उत्तर में है। यहां पहुंचने के लिए सड़क नहीं है। यहां केवल विमान या नौका से पहुंचा जा सकता है। शहर इस कदर रूस से कटा है कि लोग भी बाकी देश को मेनलैंड कहकर ही संबोधित करते हैं।

नॉरिल्स्क भले ही दुनिया से कटा हो लेकिन यहां पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन, कैफे, चर्च, बार, आर्ट गैलरी और थिएटर समेत आधुनिक दौर की सभी चीजें मौजूद हैं। नॉरिल्स्क में दुनिया का सबसे बड़ा निकल, प्लेटिनम और पैलेडियम का भंडार है। लिहाजा यह रूस का सबसे अमीर शहर है।

लोगों के पास दौलत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 28 ग्राम पैलेडियम की कीमत एक हजार डॉलर (करीब 70 – 75 हजार रुपए) है। खनिजों को निकालने और साफ करने के लिए एक ही कंपनी है-नॉरिल्स्क निकल। पूरे रूस की जीडीपी में इसकी 2% हिस्सेदारी है।

बड़े पैमाने पर माइनिंग-रिफाइनिंग के चलते नॉरिल्स्क को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक माना जाता है। नेशनल जियोग्राफिक के मुताबिक-  हवा में सल्फर डाइऑक्साइड की मात्रा इतनी ज्यादा है कि करीब 30 किमी के दायरे की वनस्पति खत्म हो गई है। लोगों को ताकीद दी गई है कि उच्च विषाक्तता के चलते बेरी या मशरूम न तोड़ें।

खनन के चलते दाल्दीकन नदी का पानी लाल हो गया है। नॉरिल्स्क निकल एक साल में इतनी सल्फर डाइऑक्साइड उत्सर्जित करता है जितनी पूरे फ्रांस में होती है। लोग कंपनी के बारे में कुछ भी बोलने से डरते हैं क्योंकि उनकी जिंदगी उसकी कामयाबी पर ही चल रही है।

नोरिल्सक शहर रूस के साइबेरिया में स्थित है। यहां इतनी ठंड पड़ती है कि साल में 2 महीने तक शहर अंधेरे में डूब जाता है। इस शहर को दुनिया का सबसे ठंडा शहर कहा जाता है। यहां साल के 365 दिनों में से 270 दिन यानी करीब 9 महीने तक बर्फ गिरती है। ठंड के समय यहां का न्यूनतम तापमान -61 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच जाता है।

इस शहर में हर तीसरे दिन लोगों को बर्फीले तूफानों का सामना करना पड़ता है। ये शहर राजधानी मॉस्को से करीब 2900 किमी की दूरी पर स्थित है। तो वहीँ अार्कटिक वृत से इस शहर की दूरी 300 किमी है। निकल, प्लेटिनम और पैलेडियम के भंडारों वाले इस शहर में रूस के सबसे अमीर लोग रहते हैं। इसे रूस का सबसे अमीर शहर भी कहा जाता है। लेकिन यहां आधुनिक दौर की हर चीज मौजूद है।