केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज इंस्टीट्यूट आॅफ कंपनी सेक्रेटरीज़ ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) और इंस्टीट्यूट आॅफ काॅस्ट एकाउंटेंट्स आॅफ इंडिया (आईसीएआई) और तीन देशों के पांच प्रोफेशनल संस्थानों के बीच हुए दस समझौतों को स्वीकृति प्रदान कर दी।
आस्ट्रेलिया के इंस्टीट्यूट आॅफ पब्लिक एकाउंटेंट्स (आईपीए), यूके के चार्टर्ड इंस्टीट्यूट फॉर सिक्योरिटीज़ ऐंड इन्वेस्टमेंट (सीआईएसआई), चार्टर्ड इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस ऐंड एकाउंटेंसी (सीआईपीएफए), इंस्टीट्यूट आॅफ सर्टीफाइड मैनेजमेंट एकाउंटेंट्स और श्रीलंका के इंस्टीट्यूट ऑफ सर्टीफाइड मैनेजमेंट एकाउंटेंट्स और दोनों भारतीय संस्थानों-आईसीएसआई और आईसीएआई के बीच समझौते किए गए हैं।
इन समझौतों के होने से भारतीय प्रोफेशनल छात्र- छात्राओं को आपसी सभाओं, कार्यशालाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से अद्यतन ज्ञान, अनुभव और व्यावसायिक तकनीकों को समझने के अवसर सुलभ होंगे। 1968 में निर्मित अधिनियम के तहत स्थापित आईसीएआई सिर्फ एशिया में स्थित समकक्षों में ही अग्रणी नहीं है बल्कि दूसरे देशों में इसके बारह केंद्र सक्रिय हैं।
इसका मुख्यालय कोलकाता में है, देश में चार क्षेत्रीय परिषदों और 112 चैप्टर्स के जरिए मौजूदा में करीब पांच लाख छात्र-छात्राएं इसमें अध्ययन कर रहे हैं। कंपनी सेक्रेटरीज़ ऐक्ट 1980 के तहत स्थापित आईसीएसआई दिल्ली में स्थित अपने मुख्यालय, चार क्षेत्रीय परिषदों और 72 चैप्टर्स के साथ-साथ मध्यपूर्व, सिंगापुर, अमेरिका और यूके में अपने केंद्र चला रही है। लगभग 3.5 लाख छात्र-छात्राएं आईसीएसआई में अध्ययनरत हैं।
प्रणतेश नारायण बाजपेयी