ड्रग माफिया के अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट पर टेढ़ी नजर

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ड्रग माफिया के खिलाफ बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने प्रदेश में ड्रग माफिया को पूरी तरह से नेस्तानाबूद करने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी के निर्देश पर यूपी पुलिस की ड्रग तस्करी के अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट पर टेढ़ी नजर है। इस बाबत यूपी पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी के अंतरराष्ट्रीय रूट का अध्ययन किया है। इसी के आधार पर नेपाल सहित दूसरे प्रदेशों की सीमा पर चौकसी और बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।

सीएम योगी के निर्देश पर यूपी पुलिस ने प्रदेश में ड्रग माफिया के खिलाफ पिछले एक सप्ताह से चलाये जा रहे अभियान को एक सप्ताह के लिए आठ सितंबर तक बढ़ा दिया है। साथ ही यूपी पुलिस ने ड्रग्स और अवैध शराब के खिलाफ बहुउद्देश्यीय योजना तैयार की है। एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बार्डर और अंतर राज्यीय सीमा पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध शराब और हुक्का बार के खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए एक विशेष अभियान 24 से 31 अगस्त तक चलाया गया है।

यूपी पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी के रूट किए चिह्नित : यूपी पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी के रूट चिह्नित कर लिए हैं। हेरोइन, क्रूड की तस्करी म्यांमार, बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल, मणिपुर, मिजोरम, आसाम से सड़क, जल मार्ग और रेलमार्ग से दीमापुर, गुवाहाटी, गया से उत्तर प्रदेश और एनसीआर, हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र में तस्करी होती है। यूपी पुलिस के अध्ययन में यह आया है कि गोल्डेन ट्रैंगिल रूट (अफगानिस्तान, ईरान और पाकिस्तान) से गुजरात, राजस्थान और पंजाब से उत्तर प्रदेश सहित कई प्रदेशों में हेरोइन और क्रूड की तस्करी होती है।

गांजा और अफीम की तस्करी निशाने पर : यूपी पुलिस ने गांजा और अफीम की तस्करी को भी निशाने पर लिया है। गांजा का उत्पादन उड़ीसा के भवानी पटना, नाल्को, सोनपुर, बरगढ़ की पहाड़ियों में होता है, जहां से छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के रास्ते झांसी से पश्चिमी यूपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश से सोनभद्र और प्रयागराज के रास्ते पूर्वी यूपी में गांजा की तस्करी होती है। ऐसे ही चरस की तस्करी नेपाल के बढ़नी, सोनौली और बीरगंज बार्डर से बिहार, यूपी, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर में होती है। अफीम की तस्करी झारखंड के पलामू, चतरा से पटना से वाराणसी से रेल और सड़क सडक मार्ग से बरेली, बदायूं, अलीगढ़ और एनसीआर में होती है।

सात दिन में 16 सौ मुकदमे, 35 करोड़ की संपत्ति जब्त : पुलिस ने एक सप्ताह तक चले अभियान में 1649 मुकदमों में 1773 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की है और 2080 आरोपियों को चिह्नित किया है। साथ ही 26 करोड़ 71 लाख 22 हजार 355 रुपए की अवैध शराब, ड्रग्स और मादक पदार्थ बरामद किया है। गैंगेस्टर एक्ट में 261 आरोपियों के खिलाफ 82 मुकदमो में 34 करोड़ 77 लाख 14 हजार 176 रुपए की सम्पत्ति जब्त की है। इसके अलावा कोर्ट में प्रभावी पैरवी कर 166 मामलों में सजा कराई है।

शराब के अवैध कारोबारियों पर साढ़े सात हजार मुकदमे : पुलिस ने अवैध शराब और जहरीली शराब में 7495 मुकदमों में 7714 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की है। साथ ही 8416 आरोपियों को चिह्नित किया है। इस दौरान पांच करोड़ 63 लाख 54 हजार 450 रुपए की अवैध और जहरीली शराब बरामद की गई है। गैंगेस्टर एक्ट के तहत 73 मुकदमों में 218 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और 15 करोड़ 74 लाख 25 हजार आठ रुपए की सम्पत्ति जब्त की गई है। इसके अलावा आबकारी अधिनियम के तहत 387 आरोपियों के खिलाफ करते हुए कोर्ट में पैरवी कर 76 मामलों में सजा कराई गई है।