बदलते मौसम में सौंदर्य संबंधी समस्याएं स्त्रियों विशेषकर गेहुआ और सांवले रंग की युवाओं के लिए बड़ा परेशानी का कारण बन जाती हैं। इस विषय पर बहुत ही उपयोगी ज्ञानवर्धक जानकारी श्रीनाथ आयुर्वेद चिकित्सालय भगवत दास घाट सिविल लाइंस कानपुर की मुख्य चिकित्सक डॉ रजनी पोरवाल ने दी है।
बदलता मौसम त्वचा पर करे वार : बारिश के सुहाने मौसम में जब परिवर्तन शुरू होता है और गुलाबी सर्दी शुरू होती है तो मौसम का यह परिवर्तन सेहत के लिए तो अच्छा माना जाता है। किंतु सौंदर्य संबंधी कुछ समस्याएं और तकलीफे इस मौसम में युवाओं के लिए परेशानी का कारण बन जाती हैं। क्योंकि इस मौसम में त्वचा के विभिन्न विकार चेहरे की और गालो की कोमल त्वचा पर दाग धब्बे रूखापन और कील मुंहासे झाइयां तेजी से प्रकट होते है।
बड़े काम के यह छोटे उपाय : बरसात के मौसम में जब हल्की ठंड पड़ रही हो तो चहरे की त्वचा की मृत कोशिकाओ को शरीर हटा नहीं पाता है और यह गोरी सुंदर और आकर्षक चेहरे वाले युवाओं के लिए विभिन्न सौंदर्य समस्याओं को उत्पन्न कर देती है। इसलिए प्राकृतिक सौंदर्य के लिए और अपनी खूबसूरती को बनाए रखने के लिए हमें कुछ प्राकृतिक संसाधनों और प्राकृतिक उपायों को अपनाना चाहिए।
कैसे बनाएं सौंदर्य की रानी : गालों की कोमल त्वचा को आकर्षक और सुंदर बनाने के लिए गुलाब के फूल की पंखुड़ियों को तोड़ कर इन्हें सुखा कर पाउडर बना लें। दो चम्मच पाउडर को रात्रि में 100 मिलीलीटर दूध में फूला दे। दूध कच्चा हो या उबला हो, इससे कोई विशेष फर्क नहीं पड़ता। प्रात काल उठकर शौच आदि से निवृत होने के पश्चात दूध में भींगी गुलाब की पत्ती के मिश्रण को मे चार चम्मच मुल्तानी मिट्टी मिलाकर पेस्ट बनाएं और अब इस पेस्ट को गाढ़ा गाढ़ा और मोटा मोटा पूरे चेहरे आंख के पलकों गर्दन गले और आर्मपिट में जरूर लगाएं। चेहरे और गालों के सुंदरता के लिए रामबाण उपाय है। सूखने पर गुलाब जल या दूध से गिला करते रहे, लगभग 30 मिनट बाद इस लेप को सामान्य पानी से धोकर चेहरे पर देसी घी या नारियल का तेल लगाले। यह उपाय 40 दिन करने से कायाकल्प हो जाता है।
सांवली सूरत को गोरा और आकर्षक बनाएं : कनेर और गेंदा की फूल छाया में सुखाकर पाउडर बनाकर रख लीजिए। दो चम्मच इस पाउडर का मिश्रण लगभग 50 ग्राम ताजी एलोवेरा की जेल में अच्छी तरह मिलाएं। अब इस पेस्ट को उबटन की तरह चेहरे पर कोमल हाथों से लगाकर हल्की मालिश करें। पूरे चेहरे गालों गर्दन और गले पर इस उबटन से मालिश करें। चेहरे में रूखापन, सांवलापन गायब होकर सांवली त्वचा गोरी रूपवान और आकर्षक हो जाती है। यह परिवर्तन 1 सप्ताह में ही सामने आ जाता है और लगभग 90 दिन प्रयोग करने से सौंदर्य में अद्वितीय वृद्धि होती है। बचपन से ही सांवला रंग को भी गोरा करने की महान क्षमता इस नुस्खे में है। धूप और प्रदूषण के कारण बेरुखी और काली हो गई त्वचा को गोरा और आकर्षक बनाने के लिए भी यह रामबाण उपाय है।
सांवले हेतु विशेष नाश्ता : सौन्दर्य की रक्षा और गोरापन के लिए आहार भी बहुत लाभकारी होता है। प्रातः काल नाश्ते में पानी में भीगे 5 ग्राम तरबूज के बीज 5 ग्राम खरबूजा के बीच और 5 ग्राम सूरजमुखी के बीज एवं छिलका निकाले हुए 4 बादाम लेकर सभी को मिक्सी में बारीक पीसकर डेढ़ सौ ग्राम दूध के साथ उसका सेवन करना चाहिए। इसके साथ सेब या केला या खजूर का सेवन किया जा सकता है।
सांवले रंग वाले क्या खाएं : तली मसालेदार चीजों का सेवन ना करें। जंक फूड, फास्ट फूड के स्थान पर हरी पत्तेदार सब्जी का भरपूर मात्रा में सेवन करें। चुकंदर और गाजर का लगभग 200 ग्राम रस यदि दोपहर भोजन के बाद या शाम 4:00 या 5:00 बजे के बीच में घूट घूट करके पिए तो बहुत लाभकारी हैं। 4 या 5 लहसुन की कलियां और पुदीना पत्ती डालकर टमाटर का सूप बनाएं और इसे रात को बिस्तर पर सोने से पहले घुट घुट कर पीने से त्वचा की कोशिकाओं को पोषण के साथ-साथ सांवले रंग में जबरदस्त निखार आता है। धूप और प्रदूषण के कारण खराब त्वचा का रंगत निखारने के लिए दिन के समय पाइनएप्पल, मौसमी, संतरा और अनार का रस भी सेहत के साथ-साथ खूबसूरती बढ़ाने में महत्वपूर्ण है।
ढलती उम्र में यह कारगर है : ढलती उम्र में सुंदरता बनाए रखने के लिए अंकुरित सोयाबीन का 100 मिलीलीटर दूर और एक एप्पल को प्रातः नाश्ते में खाना चाहिए। इसके साथ चार खजूर या छुआरा लेना बहुत ही अच्छा होता है। नाश्ते में फलाहार विशेषकर पपीता या अमरूद का सेवन बहुत अच्छा है। दोपहर के भोजन में दाल के साथ-साथ एक कटोरी हरी पत्तेदार सब्जी जरूर खाएं। दाल और सब्जी में नींबू निचोड़ना ना भूलें। खाना खाने के तुरंत बाद पानी ना पिए और बाजार की मिठाइयों से परहेज करें। केमिकल युक्त शैंपू, महंगे महंगे साबुन और अनेकों प्रकार के सौंदर्य वर्धक उपाय क्रीम पाउडर आदि से यथासंभव वचना चाहिए। घंटों योगाभ्यास काफी समय तक जिम में कठोर व्यायाम साइकिल या मॉर्निंग वॉक सेहत के लिए जरूर अच्छे हैं और हमारे सौन्दर्य पर भी बहुत अनुकूल प्रभाव डालते हैं। किंतु आसनों का गलत चयन गलत आसन करना और गलत प्राणायाम का अभ्यास सौंदर्य के साथ साथ सेहत का भी खेल बिगाड़ देता है।