लखनऊ। कोरोना मुक्त यूपी की संकल्पना योगी सरकार के प्रयासों से अब साकार होने लगी है। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सफल दिशा निर्देशानुसार प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों में कमी आई है वहीं प्रदेश के रिकवरी रेट में तेजी से इजाफा हुआ है। योगी के यूपी मॉडल से जहां आज दूसरे प्रदेश सीख ले रहे हैं वहीं सुनियोजित नीति, ट्रिपल टी और कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए योगी सरकार द्वारा समय पर प्रदेश के हित में लिए गए निर्णयों के कारण आज प्रदेश में कुल एक्टिव केसों की संख्या 6,496 है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश की कुल पॉजिटिविटी दर मात्र 0.1 प्रतिशत और रिकवरी रेट 98.3 प्रतिशत हो गया है।
सर्वाधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश में 310 नए कोरोना के मामले सामने आए जो प्रदेशवासियों के लिए राहत भरी खबर है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश में दो लाख 86 हजार 396 सैम्पल की जांच की गई। प्रदेश में अब तक पांच करोड़ 41 लाख 45 हजार 947 सैम्पलों की जांच की जा चुकी है। प्रदेश में अब तक 16 लाख 74 हजार 999 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। प्रदेश में योगी सरकार ने सुनियोजित रणनीति और दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ तेजी से कोरोना संक्रमण पर काबू पाया है। 25 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में महामारी पर नियंत्रण, बेहतर टीमवर्क का परिणाम है कि आज प्रदेश में लखनऊ को छोड़ बाकी 74 जिलों में 300 से कम एक्टिव केस रह गए हैं।
टीकाकरण में यूपी ने दूसरे प्रदेशों को पछाड़ा, 2.38 से अधिक प्रदेश में दी गई डोज : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार मिशन जून अभियान के तहत एक माह में प्रदेश में एक करोड़ लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अपने निर्धारित लक्ष्य का आधा हिस्सा योगी सरकार ने महज 14 दिनों के भीतर हासिल कर लिया है। जो योगी सरकार की सफल नीति का ही परिणाम है। योगी सरकार द्वारा टीकाकरण के लिए निर्धारित किए गए लक्ष्य के तहत 51 लाख से अधिक डोज दी जा चुकी हैं। अब तक प्रदेश में कुल 2.38 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है।
सर्वाधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश ने कम संसाधनों में भी दूसरे कई प्रदेशों को अपनी सफल नीतियों से काफी पीछे छोड़ दिया है। महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, राजस्थान और केरल को पीछे छोड़ते हुए यूपी में टीकाकरण की वर्तमान गति देश में सबसे अधिक है। सीएम योगी ने आला अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेशवासियों को टीका-कवर प्रदान करने की प्रक्रिया को और तेज किया जाए। ब्लॉक स्तर पर गांवों के अलग-अलग क्लस्टर बनाकर सघन टीकाकरण अभियान चलाए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने ये भी निर्देश दिए कि लोगों को ग्राम पंचायत भवन व सीएचसी पर ही वैक्सीनेशन की सुविधा दी जाए।
मेडिकल किट वितरण के विशेष अभियान की होगी मॉनीटरिंग : कोरोना की दूसरी लहर पर सफलतापूर्वक काबू पाने वाली योगी सरकार तीसरी लहर के प्रति पूरी तौर पर सजग है। जिसके चलते प्रदेश के बच्चों के स्वास्थ्य, सुरक्षा को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से घर-घर मेडिकल किट वितरण का विशेष अभियान शुरू किया गया है। प्रदेश के सभी जिलों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के जरिए से निगरानी समितियों को दवाइयों का पैकेट दिलाया जाएगा। इस पूरे अभियान की सतत मॉनीटरिंग की जाएगी। इसके साथ ही कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों के भरण-पोषण व शिक्षा-दीक्षा के प्रबंधन के लिए प्रारंभ “मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना” में 4,000 मासिक सहायता राशि प्राप्त करने के लिए परिवार की न्यूनतम आय को दो लाख से बढ़ाकर तीन लाख किए जाने के निर्देश सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए हैं।
भविष्य में यूपी में नहीं होगी ऑक्सीजन की किल्लत : यूपी में पिछले 24 घंटों में 14 नए ऑक्सीजन प्लांट शुरू किए गए। प्रदेश में 436 स्वीकृत ऑक्सीजन प्लांट में से 100 पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं और काम कर रहे हैं, जबकि बाकी पर काम उत्तर प्रदेश में किया जा रहा है। यूपी में 25 ऑक्सीजन प्लांट पहले से ही क्रियाशील थे, इससे पहले कि सरकार ने भविष्य में किसी भी संभावित आवश्यकता को देखते हुए पर्याप्त मात्रा में मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए युद्ध स्तर पर और निर्माण करने का कदम उठाया। स्थापना कार्य की रीयल-टाइम निगरानी की योजना बनाई गई है, जिला प्रशासन को इन संयंत्रों के स्थापना कार्य की प्रगति की लगातार निगरानी करने और कच्चे माल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है ताकि इसे समय पर पूरा किया जा सके।