स्वर्ण बांडों में निवेश का शानदार मौका

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आईपीओ की कड़की भरे इस महीने में स्वर्ण बांडों की बिक्री जोखिम से दूर रहने वाले निवेशकों के लिए सुखद खबर है। केंद्र सरकार चालू वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में सार्वभौमिक स्वर्ण बांड योजना (सावरेन गोल्ड बांड -एसजीबी) के तहत निवेशकों से धन जुटाने के लिए पहली श्रंखला की शुरुआत 17 मई से करेगी।

कोई भी भारतीय नागरिक न्यूनतम एक ग्राम से लेकर अधिकतम चार किलो ग्राम के लिए इन बांडों में पूंजी लगा सकेगा। निवेशकों के लिए सोने का निवेश मूल्य अभी तय नहीं किया गया है, लेकिन सरकार इन पर सालाना 2.5 फीसद की दर से निवेशकों को छमाही आधार पर ब्याज भुगतान करेगी। सरकार नवंबर 2015 से लेकर 2021 मार्च तक एसजीबी की बिक्री से तकरीबन पंद्रह हजार करोड़ रु निवेशकों से जुटा चुकी है।

भारतीय रिज़र्व बैंक केंद्र सरकार की तरफ से एसजीबी जारी करता है। ये बांड आठ वर्षों के लिए जारी किए जाएंगे पर निवेशक पांच साल बाद इन्हें बेंच सकेंगे। बांडों को डिमैट कराया जा सकेगा, दूसरे को ट्रांसफर भी कर सकेंगे। एकल निवेशक और हिंदू अविभाजित परिवार के लिए अधिकतम निवेश सीमा 4 किलो ग्राम, विश्वविद्यालय और परमार्थ/धर्मार्थ ट्रस्ट अधिकतम 20 किलोग्राम तक बांडों को खरीद सकेंगे।

निवेश के लिए निर्धारित ‘फार्म ए’ भरकर रिज़र्व बैंक से अधिकृत बैंक, पोस्ट आफिस, बीएसई, एनएसई, स्टाक होल्डिंग कार्पोरेशन आफ इंडिया में धनराशि जमा करनी पड़ेगी। नकद में 20 हजार रु तक जमा किए जा सकेंगे, चेक, डिमांड ड्राफ्ट अथवा इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से भुगतान करने के विकल्प दिए गए हैं।

बांड में निवेश के लिए सोने का मूल्य आगे दिए गए फार्मूला से तय किया जाना है। इश्यू खुलने के पूर्व सप्ताह के अंतिम तीन दिनों में इंडिया बुलियन ऐंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (मुंबई) के अनुसार बंद भावों के औसत मूल्य पर निवेश करना होगा। वित्त मंत्रालय ने फिलहाल इस वर्ष 2021-22 में सितंबर तक एसजीबी की कुल 6 श्रंखलाओं के जरिए निवेशकों से धन जुटाने का निर्णय किया है। इस आशय की अधिसूचना 12 मई को ‌जारी की गई।

पहली श्रंखला का इश्यू 17 से 21 मई तक, दूसरी श्रंखला 24 से 28 मई, तीसरी श्रंखला 31 मई से 4 जून, चौथी श्रंखला 12 जुलाई से 16 जुलाई, पांचवीं श्रंखला 9 अगस्त से 13 अगस्त और छठवीं श्रंखला 30 अगस्त से 3 सितंबर तक खुली रखने का निर्णय किया गया है। पहली, दूसरी, तीसरी, चौथी, पांचवीं और छठवीं श्रंखला के स्वर्ण बांड क्रमश: 25 मई, 1 जून, 8 जून, 20 जुलाई, 17 अगस्त, और 7 सितंबर को जारी कर दिए जाएंगे।

एसजीबी के लिए धन जमा करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक आॅफ इंडिया, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक, पंजाब ऐंड सिंध बैंक, यूको बैंक, यूनियन बैंक आॅफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक को, निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक, एचडीएफसी बैंक, ऐक्सिस बैंक, आईडीबीआई बैंक, इंडस इंड बैंक, नैनीताल बैंक और बंधन बैंक सहित 22 बैंकों और 44 विदेशी बैंकों को अधिकृत किया गया है। ‌

पहली बार 2015 नवंबर में एसजीबी योजना शुरू की गई थी। 2015 नवंबर से 2020 मार्च तक कुल 30 हजार 980 किलो ग्राम के एसजीबी जारी कर 9652.78 करोड़ रु जुटाए गए। सर्वाधिक 2020 मई में आई श्रंखला के एसजीबी से 1168 करोड़ रु की धनराशि निवेशकों से जुटाई गई।

प्रणतेश नारायण बाजपेयी