लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लगातार टेस्टिंग को बढ़ाने के निर्देशों का असर दिखने लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट वाले मंत्र को लेकर योगी सरकार सफलता के नए रिकॉर्ड दर्ज कर रही है। बीते 24 घंटे में प्रदेश में अब तक सबसे अधिक लोगों की जांच हुई है। प्रदेश में रिकॉर्ड दो लाख 44 हजार 148 कोविड टेस्ट किए गए हैं।
सीएम योगी ने सर्विलांस टीम द्वारा घर-घर सर्वेक्षण, वैक्सीनेशन को तेजी से बढ़ाने और जांच की क्षमता को दोगुना करने के निर्देश दिए थे। यही कारण है कि देश में आबादी के लिहाज से सबसे बड़ा प्रदेश होने के बाद भी प्रदेश में कई राज्यों की तुलना में पॉजिटिव केसों की संख्या कम है।
प्रदेश में बढ़ते मामलों को लेकर टेस्टिंग पर विशेष ध्यान दिया गया है। देश में चार करोड़ से ज्यादा टेस्टिंग करने वाला पहला राज्य उत्तर प्रदेश बन चुका है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश में दो लाख 44 हजार 148 लोगों की कोरोना जांच की गई है, जिसमें से एक लाख आठ हजार से ज्यादा सैम्पल लिए गए हैं। साथ ही 22 हजार आरटीपीसीआर टेस्ट प्राइवेट लैब से भी किए गए हैं। सरकार ने अग्रेसिव टेस्टिंग को बढ़ाने के लिए 40 नई आरटीपीसीआर मशीनों का ऑर्डर प्लेस कर दिया है। सीएम योगी की मंशा है कि प्रदेश में आरटीपीसीआर के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच की जाए।
तीन करोड़ 38 लाख दो हजार 522 घरों का सर्विलांस किया : पिछली बार जब प्रदेश में कोरोना ने दस्तक दी थी, तभी से प्रदेश में सर्विलांस टीम का गठन कर दिया गया था। यह टीम घर-घर जाकर लोगों का सर्वेक्षण कर रही है। सोमवार तक प्रदेश में 16 करोड़ 31 लाख 25 हजार 460 से ज्यादा लोगों तक स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच चुकी है। इस दौरान जो लोग भी संक्रमण युक्त पाए गए हैं, उनका टेस्ट कराकर इलाज शुरु कराया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने अब तक प्रदेश के दो लाख 42 हजार इलाकों में पांच लाख 81 हजार 364 टीम दिवसों के माध्यम से तीन करोड़ 38 लाख दो हजार 522 घरों का सर्विलांस किया है।
एक करोड़ 23 लाख 55 हजार 555 लोगों को लगी वैक्सीन : कोविड संक्रमण के प्रभाव को कम करने के लिए प्रदेश में वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से चल रहा है। प्रदेश में अब तक कुल एक करोड़ 23 लाख 55 हजार 555 वैक्सीन के डोज दिए जा चुके हैं। इसमें एक करोड़ एक लाख 26 हजार 798 वैक्सीन की पहली डोज और 22 लाख 28 हजार 757 दूसरी डोज शामिल है।