• 14.6 करोड़ लोगों का हाल जाना • प्रदेश सरकार ने स्थापित किया नया कीर्तिमान
• दो करोड़ टेस्ट करने वाला यूपी देश का पहला प्रदेश बना
• 60 प्रतिशत से अधिक लोगों तक पहुंच चुकी है स्वास्थ्य विभाग की टीमें
लखनऊ। कोरोना से दो-दो हाथ करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदम नित्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। सूबे की सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने अब तक साढ़े 14 करोड़ से ज्यादा लोगों का घर-घर जाकर हाल जाना है। इसके अलावा दो करोड़ से अधिक लोगों की कोरोना जांच कराई है। इतनी अधिक और तेजी से जांच कराने वाला यूपी, देश का पहला प्रदेश है।
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक प्रदेश के 60 प्रतिशत से अधिक लोगों तक स्वास्थ्य विभाग की टीमें पहुंच चुकी हैं। इसका फायदा यह हुआ कि जो भी लोग कोरोना के लक्षण वाले मिले। उनकी तत्काल जांच कराई गई और संक्रमण को फैलने से रोका गया। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य टीमें उन्हीं जगह पर गईं जहां कोरोना के मामले पाए गए थे। सरकार की इस रणनीति ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण का व्यापक फैलाव रोकने में खासी मदद की। अमित मोहन ने बताया कि अब तक 14 करोड़ 63 लाख से ज्यादा लोगों तक स्वास्थ्य विभाग की पौने पांच लाख टीमें गईं हैं और उनका हालचाल लिया है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि शनिवार को सेंपल टेस्टिंग के मामले में प्रदेश ने नया कीर्तिमान स्थापित किया। प्रदेश में अब तक दो करोड़ से अधिक लोगों की कोरोना टेस्टिंग हो गई है। उन्होंने बताया कि बीते 24 घंटों में 1,67,938 लोगों की कोरोना टेस्टिंग के साथ प्रदेश में दो करोड़ एक लाख से अधिक सेंपल टेस्ट किए जा चुके हैं। यह कीर्तिमान है। इतने टेस्ट देश के किसी प्रदेश में नहीं किए गए हैं।
अमित मोहन ने कहा कि प्रदेश सरकार की ज्यादा से ज्यादा लोगों की टेस्टिंग और घर-घर जाकर कोरोना संदिग्धों की पहचान करने की रणनीति बहुत कारगर साबित हुई और यही वजह है कि इतना बड़ा प्रदेश होने के बाद भी कोरोना का प्रभाव प्रदेश में उतना घातक नहीं रहा, जितना अपेक्षित था। उन्होंने कहा कि सूबे की सरकार ने अब इसे और फोकस करने का फैसला किया है। अब हर जिले के उन मोहल्लों में फोकस कोरोना टेस्टिंग कराई जा रही है जहां ज्यादा मामले सामने आए हैं। रविवार और सोमवार को ब्यूटी पार्लर, टेलर और कपड़े की दुकानों में रेंडम सेंपलिंग कराई जाएगी।