करचोरी के उस्ताद चीनी स्मार्टफोन निर्माता, डकार गए 9 हजार करोड़

0
486

करचोरी के उस्ताद चीनी स्मार्टफोन निर्माता, डकार गए 9 हजार करोड़…. कोई तोड़ नहीं चीनियों का, ये ठहरे उस्तादों के उस्ताद, गड़बड़झाला इनकी नस-नस में। देखिए न, भारतीय मोबाइल बाजार पर दबदबा इन्हीं का है। चीनी सालाना पौने दो लाख करोड़ रुपए के मोबाइल हैंडसेट भारत में बेंच लेते हैं, मोटी कमाई करते हैं और बेइंतहा टैक्सचोरी भी। नौ हजार करोड़ रुपए की टैक्सचोरी का खुलासा हुआ है, कुल कोई आठ लाख करोड़ रुपए के कारोबार पर इतनी चोरी पकड़ी गई।

केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक ऐंड इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने 23 जुलाई को राज्यसभा में बताया कि देश में मोबाइल फोन बनाने वाली चीनी कंपनियों ने वर्ष 2018-19 से 2022-23 तक अर्थात पांच वर्षों में 9 हजार करोड़ रुपए की करवंचना की। चीनी कंपनियों ने कस्टम ड्यूटी, इनकम टैक्स और गुड्स ऐंड सर्विस टैक्स की चोरी करती हैं। उक्त पांच सालों में चीनी मोबाइल कंपनियों का समग्र कारोबार आठ लाख करोड़ रुपए से अधिक रहा।

भारतीय स्मार्टफोन बाजार पर पर चीनी निर्माताओं का राज कायम है। अगर पांच फोन बिकते हैं तो उनमें से चार चीनी होते हैं। यूं समझिए कि 78-79 प्रतिशत बाजार चीनी निर्माताओं के हाथ में है, किसी भीअन्य देश के निर्माता चीनियों को चुनौती देने की स्थिति में नहीं हैं। वीवो, श्योमी, रिअलमी, ओप्पो, वनप्लस, ट्रांसन, टेल, विसको जैसे चीनी स्मार्टफोन्स से पटा पड़ा है बाजार। एक सच यह भी है कि देश में स्थित इनकी फैक्ट्रियों में 75 हजार से अधिक लोग रोजगार में लगे हैं इसके अलावा सेल्स और मार्केटिंग से अस्सी हजार परिवार पल रहे हैं। हालांकि अधिकतर कर्मी कांट्रेक्ट पर काम करते हैं।

नंबर एक – चीनी मोबाइल निर्माता कंपनियां भारत में की जाने वाली कमाई पर कर देने से बचती हैं। नंबर दो – मुनाफे का अधिक से अधिक अंश अपने प्रमोटर के पास चीन भेजती हैं। पिछले दो-तीन सालों में कई चीनी कंपनियां मनी लांड्रिंग में लिप्त पाई गईं। आयकर विभाग ने 2022, जुलाई में हुवावी को अवैध तरीके से 750 करोड़ रुपए का लाभांश चीन भेजने का दोषी ठहराया था। 2022, जुलाई में ही ईडी ने मनी लांड्रिंग की छानबीन में वीवो के ऑफिस से दो किलो ग्राम सोने के बिस्कुट बरामद किए।इसके पहले वीवो ने 62 हजार 476 करोड़ रुपए की की धनराशि चीन भेजी थी उस पर कर का भुगतान नहीं किया किया गया था। ईडी ने इस मामले में विभिन्न बैंकों में वीवो तथा इससे संबद्ध फर्मों के 119 बैंक खातों को सीज कर दिया था।

प्रणतेश बाजपेयी