एफपीओ बरसाएगा खरबों रुपए आधा दर्जन संस्थानों पर, निवेशकों को भी मौका मिलेगा… आने वाले तीन महीने देश के आधा दर्जन संस्थानों के लिए अचानक जबर्दस्त धनलाभ कराने वाले सिद्ध होंगे। इन्हें लाख या करोड़ नहीं अरबों रुपए का फायदा होना तय है। मालामाल होने वालों में चार बैंक, एक स्टाॅक एक्सचेंज और एक वित्तीय संस्थान शामिल है। यह भी जान लीजिए कि इन सब पर तीन – साढ़े तीन हजार करोड़ रुपए बरसने ही वाले हैं।
इन्हें मालामाल करने वाली कंपनी पिछले कोई छब्बीस सालों से डिजिटल सिक्योरिटीज यानी कि शेयरों, ऋणपत्रों आदि प्रतिभूतियों कोअपने संरक्षण में रखते हुए करोड़ों निवेशकों की लाखों करोड़ रुपए की डिजिटल रूपी परिसंपत्तियों को सहेज कर रखने की जिम्मेदारी निभाती है। यह सरकारी कंपनी नहीं है लेकिन अभिरक्षक के रूप में खजांची जैसा काम (कस्टोडियन का) करने के लिए सरकार से पूर्णतया अधिकृत है।
इसका नाम है नेशनल सिक्योरिटीज़ डिपाजिटरी लिमिटेड, संक्षिप्त में इसे एनएसडीएल कहा जाता है। यह डिजिटल प्रतिभूतियों की सबसे बड़ी अभिरक्षक यानी कस्टोडियन है। इसकी कस्टडी में निवेशकों की डिमैट प्रतिभूतियों का मूल्य 337 लाख करोड़ रुपए से भी अधिक है। इतनी बड़ी जिम्मेदारी को बिना किसी दाग-धब्बे के छब्बीस वर्षों से निर्वाह करना इसके उच्च स्तर के प्रोफेशनल होने का प्रमाण है। वस्तुत: इसका प्रमोटर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज है। और इसके सिर्फ 76 शेयरधारक हैं और उनमें से भी प्रमुख बारह ही हैं।
एनएसडीएल के कुल 18.66 करोड़ शेयरों में से 93.33 प्रतिशत शेयर जिन बारह संस्थानों / कंपनियों के पास हैं उसके डिटेल ये हैं- आईडीबीआई के पास सबसे अधिक 5.22 करोड़ शेयर (26.1 प्रतिशत), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज 4.8 करोड़ (24प्रतिशत), एचडीएफसी बैंक 1.79 करोड़ (8.95 प्रतिशत), यूटीआई 1.37 करोड़ (6.83 प्रतिशत), एसबीआई 1 करोड़ (5प्रतिशत), ड्योश बैंक एजी 5 प्रतिशत, एचएसबीसी बैंक 3.13 प्रतिशत, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक 3.13 प्रतिशत, सिटी बैंक एनए 3.13 प्रतिशत, कोटक महिंद्रा लाइफ 2.91 प्रतिशत,यूबीआई 2.8 प्रतिशत और केनरा बैंक के पास 2.3 प्रतिशत शेयर हैं। शेष 6.67 प्रतिशत अन्य 64 शेयरधारकों के पास हैं।
एनएसडीएल ने शेयरों को बेंचने के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्राॅसपेक्टस सेबी में दाखिल कर दिया है। सेबी की अनुमति मिलते ही एफपीओ लांच किया जाएगा। सेबी नियमों के अनुसार एफपीओ की प्रक्रिया हरहाल में 2 अक्टूबर के पहले पूरी करना जरूरी है।
आने वाले एफपीओ के जरिए आईडीबीआई बैंक, एनएसई एसबीआई, यूबीआई, एचडीएफसी बैंक, यूटीआई अपनी हिस्सेदारी में से कुल 5 करोड़ 72 लाख से अधिक शेयर बेंचेंगे। अनुमान है कि इन शेयरों का बिक्री मूल्य प्रति शेयर 550-600 रुपए के आसपास रखा जाएगा। प्रत्येक शेयर का अंकित मूल्य 2रुपए होगा। शेयरों को बीएसई में लिस्ट कराने की योजना है। आम निवेशक भी एन एस डी एल के शेयरों को खरीद सकेंगे। एफपीओ इश्यू के खुलने और अन्य डिटेल्स की घोषणा जल्दी ही कर दी जाएगी। देश की सबसे बड़ी डिपाजिटरी एनएसडीएल ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 1099.8 करोड़ रुपए की आय और 234.8 करोड़ रुपए का करबाद लाभ अर्जित किया।
प्रणतेश बाजपेयी