चुनाव आया तो अखिलेश को हुई जनहित की चिंता

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लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा कोविड से बचाव के लिए उपयोगी सिद्ध हो रहे “तेज टीकाकरण” को झूठ बताए जाने को कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कड़ी निंदा की है। सिद्धार्थ नाथ ने कहा है कि अखिलेश यादव ने कोरोना टीके को लेकर जनता को भ्रमित किया। पहले टीकाकरण से इनकार किया और बाद में खुद वैक्सीन लगवाई। सिद्धार्थ नाथ ने कहा, महामारी के बीच जनता को भ्रमित करने वाले अखिलेश यादव पर कोविड वैक्सीनेशन को लेकर सवाल करना शोभा नहीं देता।

राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट के मंत्र के साथ तेज टीकाकरण की नीति का ही नतीजा है कि आज यूपी में 72 जिलों में एक भी कोविड मरीज नहीं मिला है। 64 फीसदी लोगों ने टीके की पहली डोज लगवा ली है और 42 जिलों में एक भी कोरोना मरीज शेष नहीं है, अखिलेश यादव को कोरोना पर यह जीत सुहा नहीं रही इसलिए वह अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।

वहीं नोटबन्दी और जीएसटी को लेकर जनता के परेशान होने के सपा अध्यक्ष के बयान पर सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि परेशान जनता नहीं है। उत्तर प्रदेश में सीएम योगी ने भ्रष्टाचार मुक्त ईमानदार और पारदर्शिता वाली नई कार्यसंस्कृति का विकास किया है। इस बदलाव से समाज खुश है लेकिन फर्जी समाजवादियों को बड़ी पीड़ा हो रही है। अखिलेश यादव जिसे जनता का दर्द बता रहे हैं दरअसल वह उनके परिवार की निजी पीड़ा है।

सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि जब महामारी काल में जनता को मदद की जरूरत थी तब इन अखिलेश को जनता की कोई सुधि नहीं आई और आज चुनाव नजदीक देख इनके मुख से जनहित की बातें हास्यास्पद लगती हैं।