कार्वी स्टाॅक ब्रोकिंग के 5 सीनियर अफसरों पर दो करोड़ जुर्माना

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कार्वी स्टाॅक ब्रोकिंग के 5 सीनियर अफसरों पर ठोंका दो करोड़ जुर्माना…. शेयर बाजार नियामक सेबी ने कार्वी स्टाॅक ब्रोकिंग लिमिटेड (केएसबीएल) के घोटाले में अहम भूमिका निभाने वाले जिन पांच सीनियर ओहदेदारों को दंडित किया है उनमें से एक तो कार्वी ग्रुप कंपनी मनेजिंग डाइरेक्टर था। कोमंदुर पार्थसारथी ने केएसबीएल को प्रमोट किया था, वह इसका चेयरमैन-मैनेजिंग डाइरेक्टर भी था। केएसबीएल ने अपने क्लाइंटस से ली गई पाॅवर ऑफ एटाॅर्नी (पीओए) का जमकर दुरुपयोग किया, उनके डिमैट खाते इसकी डिपाजिटरी में ही थे।

कंपनी ने क्लाइंट्स की पीओए का इस्तेमाल करते हुए इनकी प्रतिभूतियों को एनबीएफसी और बैंकों में गिरवी रखकर 35 करोड़ रुपए की ओवरड्राफ्ट सुविधा हासिल की थी, क्लाइंट्स को इसकी भनक तक नहीं लगी। यह कारनामा साल 2018में किया गया, उस समय इन प्रतिभूतियों का मूल्य 65 करोड़ रुपए था। यही नहीं केएसबीएल ने हथकंडे अपनाकर अपने क्लाइंट्स की अनुमति लिए बिना इनके 485 करोड़ रुपए की प्रतिभूतियों को बेंच भी डाला।

केएसबीएल का लोभ यहीं नहीं ख़त्म हुआ। इसने क्लाइंट्स की 2700 करोड़ रुपए कीमत की प्रतिभूतियों को गिरवीं रखकर 2032 करोड़ रुपए का कर्ज हासिल कर लिया। इन कारनामों को अंजाम देने में इसके पांच सीनियर ओहदेदारों का इस्तेमाल किया गया वाइस प्रेसिडेंट कृष्णाहरि जी., ग्रुप कंपनी केडी एमएसएल का मैनजिंग डाइरेक्टर वी. महेश, जनरल मैनेजर (बैक ऑफिस ऑपरेशन्स) पी. श्रीनिवास राजू, कंप्लायंस अफसर श्रीकृष्ण गुरज़ादा और जनरल मैनेजर सचिन अग्रवाल। ये सारे ओहदेदारों को कंपनी से मोटा पे पैकेज मिलता था।

यह घोटाला तब उजागर हुआ जब नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एन एस ई) ने केएसबीएल के खातों को खंगालना शुरू किया केएसबीएल एन एस ई की सदस्य है। एन एस ई ने कंपनी की सदस्यता ही समाप्त कर दी। इसके बाद ही बीएसई ने भी वही किया। मामला शेयर बाजार नियामक सेबी के पास पहुंचा। सेबी के अफसरों ने गहन छानबीन की जिसमें खुला की केएसबीएल के प्रमोटर्स ने नाजायज कमाई को अपनी सहायक (सब्सिडियरी) तथा ग्रुप की अन्य कंपनियों में लगा दिया।

केएसबीएल की कोई दर्जनभर कंपनियां थीं जिनके जरिए प्रमोटर रियल एस्टेट सहित दूसरे कई बिज़नेस चला रहे थे। पार्थसारथी ने बैंकों से कर्ज भी ले रखा था, जिसकी अदायगी नहीं कर पाने पर इंडसइंड बैंक की शिकायत पर उसे अगस्त 2021 में हैदराबाद में गिरफ्तार कर लिया गया था। सेबी ने हालही में पार्थसारथी फर 8 करोड़ और केएसबीएल पर 13 करोड़ रुपए का ठोंका था, पार्थसारथी पर करने पर अगले सात सालों तक शेयर बाजार से संबंधित कोई क्रियाकलाप करने पर प्रतिबंध लगाया गया है।

प्रणतेश बाजपेयी