ढ़लती उम्र में भी सुंदरता बनाए रखने के लिए करें ये उपाय

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सामान्य रूप से घरों में फल और सब्जियों के छिलकों को फेंक दिया जाता है। फल और सब्जियों के छिलकों का हम सुंदरता और स्वास्थ्य के लिए किस प्रकार उपयोग करें। इस विषय पर देश की प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ रजनी पोरवाल ने बहुत ही रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी दी है। डॉ रजनी पोरवाल श्रीनाथ आयुर्वेद चिकित्सालय भगवत दास घाट सिविल लाइंस कानपुर की मुख्य चिकित्सका है।

सेव के छिलकों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर सुखाकर पीस लें। एक चम्मच इस पाउडर को दो कप पानी में खूब उबालें। जब पानी की आधा शेष बची तब इसे छानकर चाय की तरह पीएं। यह चाय और कॉफी के हानिकारक तत्वों से मुक्त मिनरल्स और विटामिंस का भरपूर स्रोत प्रदान करने वाला पोस्टिक और इम्युनिटी बढ़ाने वाला स्वास्थ्यवर्धक पेय है। इसका स्वाद और खुशबू भी बेमिसाल होता है.. अच्छा होता है। मधुमेह हृदय रोगियों और उच्च रक्तचाप के मरीजों के लिए अत्यंत लाभकारी है। इसमें अदरक, छोटी इलायची और गुड़ डालकर इसे बच्चों के लिए भी स्वादिष्ट और शक्तिवर्धक बनाया जा सकता है। घर आए मेहमान को पिलाकर आप वाहवाही लूट सकते हैं।

संतरा मौसमी अथवा नींबू के छिलके आमतौर से फेंक दिए जाते हैं। इनको कैची से छोटे-छोटे टुकड़े करके सुखा लें और मिक्सी में पीसकर पाउडर बनाकर रख लें। एक चम्मच संतरा मौसमी या नींबू के छिलकों का यह पाउडर आधी कटोरी मुल्तानी मिट्टी के साथ पानी में पेस्ट बना लें। आधा घंटा इसे फूलने दें.. इसे नहाने समय पूरे शरीर पर रगड़ रगड़ कर लगाएं 15 से 20 मिनट तक कोमल कोमल शरीर की मालिश करने के बाद स्नान कर लें। ढलती उम्र में त्वचा का ढीलापन हो जाना, त्वचा पर झुर्रियां पड़ जाना इस छोटे से प्रयोग से पूरी तरह नियंत्रित हो जाता है, चेहरे और हाथ पैरों की लटकती बेजान त्वचा में कसाव आता है और देखने में शरीर वास्तविक उम्र से कम आयु का प्रतीत होता है। युवाओं के लिए भी यह सुंदरता और आकर्षक त्वचा के लिए रामबाण प्रयोग है। इस प्रयोग के साथ नहाते समय साबुन का प्रयोग ना करें और स्नान करने के बाद केसरादि तेल या देसी घी या नारियल का तेल हल्के हल्के पूरे शरीर पर लगा लेना चाहिए।

तुरई लौकी टिंडा जैसी सब्जियों के छिलके फेंक दिए जाते हैं। अगर इन्हें छोटे-छोटे टुकड़े करके सुखा कर पाउडर बना के रख ले तो यह हमारे किचन की शोभा बन जाते हैं और शरीर को पौष्टिकता प्रदान करते हैं। रोटी बनाने के लिए आटा गूथते समय दो-तीन चम्मच सब्जियों के छिलके का यह पाउडर आटे में मिला देने से रोटी के साथ भरपूर मात्रा में फाइबर और मिनरल्स शरीर में पहुंचते हैं जो अच्छी सेहत के लिए आवश्यक है। साथ ही साथ इससे बनी चपाती खुश्क मुलायम और बहुत ही स्वादिष्ट बनते हैं।

धनिया और पुदीना की पत्तियों को तोड़ने के बाद उसकी छोटी-छोटी डालियों को कूड़े में फेंक देते हैं। इसके बारीक बारीक टुकड़े करके सुखा लें। सब्जी में इसका एक चम्मच पाउडर डालने से सब्जी भीनी भीनी खुशबू वाली और स्वाद में बहुत ही अच्छी बनती है। साथ ही इस पाउडर को सब्जी दाल छोले राजमा आदि में डालने से खाना खाने के बाद होने वाली एसिडिटी गैस और पेट में मरोड़ की समस्या भी पूरी तरह ठीक हो जाती है।