शिमला को पहाडों की रानी कहा जाये तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। शिमला को हिल्स की रानी भी कहा जा सकता है क्योंकि शिमला का सौन्दर्य वाकई लाजवाब है। हिमाचल प्रदेश स्थित शिमला देश के शीर्ष हिल स्टेशन में एक है। ‘शिमला हिल स्टेशन” भारत के लोकप्रिय पहाड़ी रिसाटर्स में चुनिंदा है। ब्रिटिश शासन से अब तक ‘शिमला हिल स्टेशन” ने हिल स्टेशन की विशिष्टता बरकरार रखी। ‘शिमला हिल स्टेशन” समुद्र तल से करीब सवा सात हजार फुट शीर्ष पर स्थित है। ‘शिमला हिल स्टेशन” का मुख्य आकर्षण शिमला की घुमावदार लम्बी सड़कें हैं।
ब्रिटिश शासन भले ही देश से खत्म हो गया हो लेकिन ‘शिमला हिल स्टेशन” एकबारगी ब्रिटिशकाल का स्मरण करा देता है क्योंकि शिमला हिल स्टेशन” का विशिष्ट विक्टोरियन वास्तुकला खास तौर से आकर्षित करता है। ‘शिमला हिल स्टेशन” खास तौर नायाब काटेज के लिए प्रसिद्ध है। शिमला हिल स्टेशन” का माल रोड शॉपिंग सेंटर्स एवं मनोरंजन क्रियाकलाप के लिए विशेष तौर से जाना जाता है। अरकी फोर्ट, गयटी हेरिटेज सांस्कृतिक परिसर, स्कैंडल्स प्वाइंट, वाइसराजल लॉज, जाखु मंदिर, क्राइस्ट चर्च आदि इत्यादि विशेष हैं।
शिमला हिल स्टेशन” हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा शहर एवं राज्य की राजधानी है। ब्रिाटिश शासन ने वर्ष 1864 में ‘शिमला हिल स्टेशन” को हिमाचल प्रदेश की समर राजधानी घोषित किया था। खास यह भी है कि ‘शिमला हिल स्टेशन” शहर देश के अन्य प्रांतों की राजधानियों में सबसे कम आबादी वाली राजधानी है। ‘शिमला हिल स्टेशन” में श्यामला देवी का दिव्य-भव्य मंदिर है। पूर्व में शिमला को श्यामला देवी के नाम से ही जाना जाता था। श्यामला देवी भगवती काली का स्वरुप हैं।
‘शिमला हिल स्टेशन” क्षेत्र में बघल, बघाट, बलसान, बशहर, भज्जी, बीजा, दरकोटी, धामी, जुब्बल, केओनथल, कुनिहार, कुठार, महलोंग, मंगल, नालागढ़, सांगरी एवं थरोच आदि इत्यादि इलाके आते हैं। ‘शिमला हिल स्टेशन” में टुडोरबेथेन एवं नव गोथिक वास्तुशिल्प के कई मंदिर एवं चर्च हैं। वास्तुकला का यह सौन्दर्य पर्यटकों-दर्शकों को खास तौर से आकर्षित करता है। ‘शिमला हिल स्टेशन” के मुख्य आकर्षणों में वायसराय आवास, जाखू मंदिर, क्राइस्ट चर्च तथा रिज आदि हैं।
विशेषताओं के कारण ही यूनेस्को ‘शिमला हिल स्टेशन” को विश्व विरासत की सूची में शामिल कर चुका है। यूं कहें कि ‘शिमला हिल स्टेशन” को यूनेस्को विश्व विरासत घोषित कर चुका है। ‘शिमला हिल स्टेशन” को पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनाने एवं लोकप्रिय बनाने के लिए ब्रिाटिश शासन ने कालका-शिमला रेलवे लाइन का भी निर्माण कराया था। करीब दस वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला ‘शिमला हिल स्टेशन” विभिन्न सात पहाड़ों से घिरा है।
इन पहाड़ों का नाम इनवेर्रम हिल, ऑबजरवेट्री हिल, प्रॉस्पेक्ट हिल, समर हिल, बनटोनी हिल, एलिसियम हिल तथा जाखू हिल है। इनमें जाखूू पहाड़ी सबसे ऊंची पहाड़ी है। जाखू पहाड़ी समुद्र तल से करीब आठ हजार फुट शीर्ष पर है। अर्धचन्द्राकार ‘शिमला हिल स्टेशन” खूबसूरत वादियों के लिए भी जाना जाता है। घाटी के अतिसुन्दर दृश्य यहां से दिखायी देते हैं। हिमालय की पर्वत श्रंखलाओं एवं चोटियों से घिरा ‘शिमला हिल स्टेशन” में चौतरफा एक विशिष्ट शीतलता का एहसास होता है। ‘शिमला हिल स्टेशन” में बर्फबारी का भी भरपूर आनन्द मिलता है। यह विशिष्टताएें ‘शिमला हिल स्टेशन” को उत्तर भारत का सर्वाधिक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बनाते है। न्यू गोथिक वास्तुकला का अंदाज देखते ही बनता है।
काली बाड़ी मंदिर : काली बाड़ी मंदिर की मान्यता है कि श्रद्धालुओं की इच्छाएं अधूरी नहीं रहतीं। इसी मंदिर को श्यामला देवी का मंदिर कहा जाता है।
जाखू पहाड़ी: जाखू पहाड़ी सामान्यत: शिमला से करीब दो किलोमीटर दूर है। ‘शिमला हिल स्टेशन” की शीर्ष पर्वत श्रंखला में गिना जाना वाला जाखू पर्वत से शहर का सुन्दर नजारा दिखता है। बर्फ से ढ़का शहर का अनुपम नजारा निश्चय ही मुग्ध करता है। इस पर्वत पर हनुमान जी का प्रसिद्ध मंदिर भी है।
हिमाचल संग्रहालय: हिमाचल संग्रहालय में प्रदेश की प्राचीन एवं ऐतिहासिकता के साथ साथ वास्तुकला व पेंटिंग्स भी देखी जा सकती हैं।
कामना देवी का मंदिर: कामना देवी मंदिर एक अन्य पर्वत पर विद्यमान है। शिमला-बिलासपुर मार्ग पर स्थित बालुगंज में यह क्षेत्र आता है। इस पर्वत से भी ‘शिमला हिल स्टेशन” का विहंगम दृश्य अवलोकित होता है।
चैडविक वाटरफॉल: चैडविक वाटरफॉल घने जंगलों से घिरा स्थान है। ‘शिमला हिल स्टेशन” के समर हिल चौक से इस वाटरफॉल तक जाने का रास्ता है। तारादेवी का मंदिर, संकट मोचन मंदिर, जुटोध, क्राइस्ट चर्च, महोबरा, छराबड़ा, चायल, संजौली आदि विशिष्ट हैं।
चायल का निर्माण ब्रिाटिशकाल के दौरान पटियाला के महाराजा ने समर रिट्रीट के तौर पर कराया गया था। यह स्थान क्रिकेट मैदान के तौर पर प्रसिद्ध है। यह विश्व का सबसे ऊंचा क्रिकेट मैदान है।
‘शिमला हिल स्टेशन” की यात्रा के लिए आवागमन के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। ‘शिमला हिल स्टेशन” को राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 22 चंड़ीगढ़ से जोड़ता है। हवाई जहाज से ‘शिमला हिल स्टेशन” पहंुचने के लिए शिमला एयरपोर्ट है। शिमला एयरपोर्ट जुब्बरहट्टी में स्थित है। यह हवाई पट्टी शहर से करीब 23 किलोमीटर दूर है। निकटतम एयरपोर्ट चण्डीगढ़ भी है। चण्डीगढ़ एवं ‘शिमला हिल स्टेशन” की दूरी करीब एक सौ पन्द्रह किलोमीटर है।