विदेशी हाथों में जा रही पीएनबी हाउसिंग

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जांचें शुरू, निदेशकों पर अंदेशा

पंजाब नेशनल बैंक ने बत्तीस साल पहले जिस पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड की स्थापना की थी अब उसे औने पौने दाम पर विदेशी समूह के हाथों बेंचने की प्रक्रिया चल रही है। बाजार नियामक सेबी ने मुंबई स्ट्राॅक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉकएक्सचेंज (एनएसई) को इस मामले की जांच करने का निर्देश दिया है।

जैसा कि पता चला है कि भारतीय रिज़र्व बैंक भी इसकी जांच कर सकता है। इस सौदे में कंपनी के बोर्ड आॅफ डायरेक्टर्स के कई सदस्यों की अग्रणी भूमिका पर कार्पोरेट क्षेत्र में उंगलियां उठाई जा रही हैं। यह तो स्पष्ट तथ्य है कि कम से कम 50 प्रतिशत कमतर कीमत पर कंपनी का अधिग्रहण किया जा रहा है।

जांच की आंच कंपनी के शेयरों पर पड़ी, 14 जून के बंद भाव के मुकाबले आज 15 जून को शेयरों के औंधे मुंह गिरे मूल्यों को काबू करने के लिए बीएसई के प्रबंधकों को दोपहर में 938.05 रु के स्तर पर लोअर सर्किट लगाना पड़ गया। जिसके चलते बिकवाल निवेशक 2 करोड़ रु से ज्यादा कीमत के 29 हजार शेयर नहीं बेंचसके।

अमेरिका का दिग्गज प्राइवेट इक्विटी ग्रुप कार्लाइल और एक अन्य एफपीआई ग्रुप जनरल अटलांटिक एक अरसे से पीएनबी हाउसिंग को हासिल करने की कोशिश में लगे हुए थे। पीएनबी हाउसिंग ने पिछले साल अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रमोटर पंजाब नेशनल बैंक से शेयर पूंजी हासिल करने की योजना बनाई थी लेकिन भारतीय रिज़र्व बैंक ने मना कर दिया था।

तभी से पीएनबी हाउसिंग संसाधन जुटाने के उपाय तलाश रही थी। इसके बोर्ड आॅफ डायरेक्टर्स में से कुछ सदस्यों के कार्लाइल के साथ पुराने व्यावसायिक संबंध हैं। जिन्होंने इस अधिग्रहण की योजना को परवान चढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। इस दरम्यान जनरल अटलांटिक सिंगापुर फंड ने बाजार से पीएनबी हाउसिंग के 9.87 प्रतिशत शेयर खरीद लिए, इसके अलावा इन्वेस्टमेंट अपर्चुनिटीज़ ने भी बाजार से इसके 9.92 प्रतिशत शेयर हासिल कर लिए।

इसके 32.65 प्रतिशत शेयर प्रमोटर पंजाब नेशनल बैंक के पास हैं। 2021 जनवरी से कार्लाइल के शीर्ष अधिकारियों और पीएनबी हाउसिंग के बोर्ड मेंबर्स के बीच कई अनाधिकारिक बैठकें हुईं और अधिग्रहण की रणनीति फाइनल हुई। जिसके तहत प्रति शेयर 403.22 रु के हिसाब से कुल 26 प्रतिशत शेयर प्रेफरेंशियल आधार पर हासिल करने के लिए कार्लाइल की तरफ से एचएसबीसी (हांगकांग शंघाई बैंकिंग कार्पोरेशन) सिक्योरिटीज़ ऐंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया) प्रा.लि. ने आधिकारिक तौर पर 31 मई को शेयर अधिग्रहण प्रस्ताव कंपनी को दिया गया।

इस प्रस्ताव के तहत पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस के 7 करोड़ 7 लाख 93 हजार 11 शेयर को खरीदने की खुली पेशकश की गई। आॅफर के अनुसार कार्लाइल की लक्ज़मबर्ग स्थित फर्म प्लूटो इन्वेस्टमेंट्स की अगुआई में सेलिसबरी इन्वेस्टमेंट्स प्र.लि(मुंबई)., कार्लाइल एशिया पार्टनर्स IV ( लक्ज़मबर्ग), कार्लाइल एशिया पार्टनर्स V (लक्ज़मबर्ग), क्वालिटी इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स (माॅरिशस) और सीएपी IV एआईवी माॅरिशस लि. सहित कुल छः फर्मों का संयुक्त प्रस्ताव है।

कार्लाइल के उक्त प्रस्ताव का प्रकाशन तीन दैनिक समाचार पत्रों में होने पर शेयर धारकों की मुंबई स्थित हितसाधक संस्था स्टेकहोल्डर एम्पाॅवरमेंट सर्विसेज़ ने मामले को उठाया। इस संस्था ने कहा है कि कार्लाइल 50 प्रतिशत कम कीमत पर ये शेयर खरीदने की कोशिश में है जो कि कंपनी के आम शेयर धारकों के लिए नुकसानदायक है।

कार्लाइल के उक्त प्रस्ताव की सूचना बीएसई को 7 जून को दी गई। पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस के बोर्ड आॅफ डाइरेक्टर्स ने कार्लाइल को 4000 करोड़ रु के प्रेफरेंशियल प्रस्ताव के अनुमोदन की सूचना स्टाॅक एक्सचेंजों को देने पर बीएसई के प्रबंधन ने पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस के बोर्ड से स्पष्टीकरण मांगा और शेयर मूल्य निर्धारण पर रजिस्टर्ड वैल्युअर का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने का निर्देश 14 जून को सुबह 6 .51 पर जारी किया।

कंपनी ने दोपहर 2.23 पर भेजे गए जवाब में एचएसबीसी द्वारा भेजे गए प्रस्ताव की प्रतिलिपि स्टॉकएक्सचेंज को प्रेषित की। पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस के 10 रु के अंकित मूल्य के शेयर की बुक वैल्यू 530 रु है। 2021, 31 मार्च को समाप्त वित्तीय वर्ष में प्रति शेयर आय (ईपीएस) 55 रु 29 पैसे रही।

जानकारों के अनुसार कंपनी के शेयर का मूल्य 560-570 रु से कमतर नहीं होना चाहिए। बीएसई पर 7 जून को पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस के 91313 शेयरों के सौदे प्रति शेयर 880 रु के औसत भाव पर हुए। कार्लाइल और पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस के बीच की डील की सेबी जांच और रिज़र्व बैंक द्वारा भी जांच के अपुष्ट समाचारों से 15 जून को बाजार के खुलते ही इसके शेयरों के भाव औंधे मुंह गिरने लगे।

14 जून को इसका शेयर 776.85 रु पर बंद हुआ था, 15 जून को 738.05 पर खुलकर ऊंचे में 770 पर पहुंचते ही बिकवाली के बढ़े दबाव में लुढ़कता गया। जिसे काबू करने के लिए 738 .05 के स्तर पर लोअर सर्किट लगा दिया गया। नतीजतन बेंचू निवेशक 29 हजार से ज्यादा शेयर बेंच ही नहीं सके। जनरल अटलांटिक के पास 9.87 प्रतिशत और इन्वेस्टमेंट अपर्चुनिटीज़ के पास 9.92 प्रतिशत और कार्लाइल का प्रस्ताव नक्की हो जाने पर पीएनबी हाउसिंग की 45.79 प्रतिशत होल्डिंग विदेशी कंपनियों के अधिकार में हो जाएगी।

कंपनी के बोर्ड ने 10 जून को एम्प्लाॅइज़ स्टाॅकआप्शन स्कीम (ईएसओएस) के तहत अपने कर्मियों को 240482 लाख शेयर एलाॅट किए हैं। ये शेयर भी देर सबेर बिक कर कार्लाइल के खाते में चले जाएंगे और प्रमोटर पंजाब नेशनल बैंक अल्पमत शेयर धारक होकर रह जाएगा।

प्रणतेश नारायण बाजपेयी