घर में स्नेक प्लांट लगाएं ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाएं

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जब हम छोटे थे तो दादा-दादी कहते थे कि कोई भी कैक्टस या इस तरह का पौधा घर में ना लगाओ।यह पौधा ज्यादा से ज्यादा बाहर लगाओ, जिससे वातावरण स्वच्छ रहेगा। तब हवा में कोई भी प्रदूषण नहीं था प्रदूषण मुक्त हवा थी। परंतु जैसे-जैसे आधुनिकता के सांप ने फन फैला लिया और हरियाली को समाप्त करके कंक्रीट का जंगल बना दिया। हमें सांस लेने के लिए स्वच्छ हवा या ऑक्सीजन के लिए कुछ पौधों को घर में लगाना पड़ रहा है।

स्नेक प्लांट एक बहुत छोटा कैक्टस जैसा पौधा होता है। जिसे सांस की जीभ या सांप का पौधा नाम से पुकारा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Dracaena Trifasciata है। समानत: यह घर के अंदर लगाए जाने वाला पौधा है। इसकी पत्तियां चौड़ी चपटी तलवार जैसी होती है। इस पौधे को पानी की बहुत कम आवश्यकता होती है परंतु यह भरपूर ऑक्सीजन देता है। यह छोटा 6 इंच का पौधा होता है।यह हमेशा हरा रहने वाला पौधा है। इस पर कभी-कभी फूल होता है।

संसार में प्रकृति का एक बहुत बड़ा उपहार है स्नेक प्लांट.. नाम छोटा है दर्शन बड़े हैं। इस पौधे में बहुत सहन शक्ति होती है। जिससे इसको मारना मुश्किल होता है। यह कठोर पौधा होता है। इसकी जड़ों से नए नए पौधे निकलते रहते हैं। यह पौधा बहुत कम नखरो या कम आवश्यकता में घर में आसानी से लग जाता है।

इस पौधे पर कभी भी कीट पतंगे नहीं लगते हैं ना ही इस पर कोई कीड़ा चिपकता है। यह पौधा कम रोशनी में भी लग जाता है। इसे रोशनी या धूप की कम आवश्यकता होती है। जैसे-जैसे अब हम घरो में प्यूरीफायर मशीन लगाने लगे हैं। वैसे ही स्नेक प्लांट एक प्यूरीफायर मशीन की तरह काम कर कर हवा को शुद्ध करता है। यह इतना लाभदायक है नासा ने यह पौधा एयर प्यूरीफाइंग प्लांट की लिस्ट में रखा है।

स्नेक प्लांट रात में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा को ऑक्सीजन में बदलकर घर या अपने चारों तरफ कार्बन डाइऑक्साइड मात्रा को कम करता है। जिस से स्वस्थ हवा का प्रवाह बढ़ता है। यह पौधा फॉर्मलडीहाईड, बेंज़ीन, ऑक्सीलिन, अमोनिआ, जाइलिन जैसे प्रदूषण बढ़ाने वाले कार्बन तत्व को अवशोषित करता है और ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ावा देता है। जिससे हमें सांस लेना आसान होता है।

यह वायु में उपस्थित एलर्जी वाले कणों को भी अवशोषित कर लेता है। जिससे हमारी नाक में होने वाली एलर्जी से बचा जा सकता है। प्राचीन काल में इस स्नेक प्लांट की बहुत महत्वता थी। इसके रेशों से धनुष की रस्सी बनाई बनाई जाती थी। यह पौधा सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।

सीमा मोहन