खिसक रही एलआईसी की जमीन, ग्लोबल रैंकिंग 9 सीढ़ी फिसली

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खिसक रही जमीन एलआईसी की, ग्लोबल रैंकिंग में 9 सीढ़ी फिसली….. जीवन बीमा बाजार में धीरे-धीरे लगातार भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की हिस्सेदारी कम होती जा रही है। चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 के प्रथम तीन महीनों अप्रैल-जून के दौरान प्रथम वर्ष प्रीमियम आय में सात प्रतिशत की गिरावट आई है। पिछले चार सालों में बीमा उद्योग के प्रथम वर्ष की समग्र प्रीमियम आय में एलआईसी की हिस्सेदारी करीब तीन प्रतिशत घटी है। वैसे भी आईपीओ के जरिए ऊंचे प्रीमियम पर शेयरों में पूंजी लगाने वाले निवेशकों के जबर्दस्त नुकसान की भरपाई एलआईसी अभी तक करने में फेल रही है।

एलआईसी अब भी जीवन बीमा उद्योग में नंबर वन है। लेकिन शनै: शनै: इसकी जमीन खिसकती जा रही है और निजी क्षेत्र की स्थिति साल दर साल मजबूत हो रही है। बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीए) के आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि वर्ष 2018-19 में उद्योग के प्रथम वर्ष प्रीमियम की समग्र आय में इसकी हिस्सेदारी 66.24 प्रतिशत थी जोक 2021-22 में 63.25 प्रतिशत और 2022-23 में 62.58 प्रतिशत रह गई।

ताजा डिटेल्स के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल-जून में इसकी प्रथम वर्ष प्रीमियम आय 7 प्रतिशत की गिरावट के परिणाम स्वरूप 44 हजार 837 करोड़ रुपए रह गई। एलआईसी का इंडिविजुअल बिज़नेस भी 2022-23 में 3.19 प्रतिशत घटकर 40.58 प्रतिशत रह गया जोकि 2021-22 में 43.77 प्रतिशत के स्तर फर था। लेकिन इसका ग्रुप बिज़नेस इसी अवधि में 0.49 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 76.16 प्रतिशत की तुलना में 76.65 प्रतिशत दर्ज किया गया।

बीएसई से प्राप्त जानकारी के अनुसार एलआईसी के शेयरधारकों की दूसरी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) 22 अगस्त को होगी। आईपीओ लाने के बाद पहली एजीएम पिछले वर्ष 27 सितंबर को बुलाई गई थी। शीर्ष प्रबंधन ने एजीएम में बेहतर कार्यपरिणाम पेश करने की पेशबंदी पहले से कर ली है। एलआईसी के इतिहास में पहली बार मौजूदा प्रबंधन ने इस साल जून में समाप्त तिमाही में 87 ब्लूचिप कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी की ताबड़तोड़ बिक्री करके 25 हजार 900 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया क्यों कि इसने सालों पहले इन कंपनियों के शेयरों को बहुत सस्ते मूल्यों पर खरीदा था और मौजूदा में उनके मूल्य चोटी पर चल रहे हैं। एलआईसी ने बजा आटो, रिलायंस इंडस्ट्रीज, पावर फाइनेंस, एनटीपीसी, सीमेंस, मारुति सुजुकी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, एल ऐंड टी, टाइटन और नेश्ले जैसी कंपनियों के शेयरों को बेंच कर मुनाफा कमाया गया।

तीन साल पहले तक एलआईसी के तमामों -तमाम वित्तीय क्रियाकलाप दबे- ढके रहते थे। आईपीओ के बाद स्टाॅक एक्सचेंजों में इसकी लिस्टिंग होने से बाजार नियामक सेबी के प्रावधानों के अंतर्गत अन्य कार्पोरेट्स की भांति इसे भी सूचनाएं-जानकारियों का खुलासा करने की बाध्यता है। इधर एलआईसी को एक और झटका लगा है। ताजा जानकारी के अनुसार दुनिया की चुनिंदा कंपनियों की 2023 की सूची ‘फार्च्यून 500’ में एलआई सी नौ पायदान फिसलकर 107 पर आ टिकी, 222 में 98 वें पायदान पर थी। जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ऊंची छलांग लगाकर 2023 में 88 वीं रैंक पर जा पहुंची, यह 2022 में 104 पर थी।

प्रणतेश बाजपेयी