पाॅवरग्रिड इनविट में निवेश का मौका, आईपीओ 29 को खुलेगा

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पाॅवर ग्रिड इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (पीजी इनविट) का मेगा आईपीओ 29 अप्रैल से लेकर 3 मई तक खुला रहेगा। निवेशक न्यूनतम 1100 यूनिटों के लिए 1.10 लाख रु के भुगतान के साथ निवेश आवेदन कर सकते हैं।

देश की सबसे बड़ी पाॅवर ट्रांसमिशन कंपनी पाॅवर ग्रिड काॅर्पोरेशन आॅफ इंडिया लिमिटेड ने इस इनविट को प्रमोट / प्रायोजित किया है। पीजी इनविट अपनी पांच ट्रांसमिशन परिसंपत्तियों का मौद्रीकरण करने के उद्देश्य से पहली बार पूंजी बाजार में उतर रहा है। ये पांचों परिसंपत्तियां सक्रिय हैं यानी कि आय और लाभ अर्जित कर रही हैं।

आईपीओ के तहत ज़ारी ‌किए जाने वाले यूनिटों को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट कराया जाएगा। बताते चलें कि पीजी इनविट की प्रमोटर पाॅवर ग्रिड काॅर्पोरेशन आॅफ इंडिया लिमिटेड एक सार्वजनिक उपक्रम है और सरकार ने इसे महारत्न का दर्जा दे रखा है। इसकी स्थापना वर्ष 1989 में की गई थी। पाॅवर ग्रिड काॅर्पोरेशन देश में सबसे बड़ी पाॅवर ट्रांसमिशन कंपनी है। साथ ही दूर संचार और सलाहकारी सेवाएं भी उपलब्ध कराती है।

2019-20 में दूरसंचार से 698 करोड़ रु और सलाहकारी सेवाओं से 611 करोड़ रु की आय प्राप्त हुई थी। 5231.59 करोड़ रु की शेयर पूंजी पर खड़ी इस कंपनी की 51.34 फीसद शेयर पूंजी सरकार के स्वामित्व में, 26.04 फीसद एफआईआई , 13.72 फीसद डीआईआई और बाकी आम निवेशकों के पास है।

कंपनी ने 2019-20 में 38318 करोड़ रु की सकल आय पर 11059 करोड़ रु का शुद्ध लाभ अर्जित किया। कंपनी ने ट्रांसमिशन क्षमता का विस्तार और ऋण भुगतान करने के उद्देश्य से अपनी पांच ट्रांसमिशन परिसंपत्तियों का मौद्रीकरण करने की योजना के अंतर्गत ‘पीजी इनविट’ की स्थापना की।

कंपनी ने लिए गए ऋणों पर 2019-20 में 9814 करोड़ रु सहित पिछले तीन वित्तीय वर्षों में 26496 करोड़ रु का ब्याज भरा। ये 5 परिसंपत्तियां कंपनी की सौ फीसदी सहायक (सब्सिडियरी) कंपनियों के तौर पर स्थापित की गईं थीं। वर्ष 2011 में स्थापित पाॅवरग्रिड विज़ाग ट्रांसमिशन लि.(पीवीटीएल), 2013 में पाॅवरग्रिड काला अम्ब ट्रांसमिशन लि.(पीकेएटीएल), 2014 में पाॅवरग्रिड परली ट्रांसमिशन लि.(पीपीटीएल), 2014 में ही पाॅवरग्रिड वरोरा ट्रांसमिशन लि. (पीवीटीएल) और उसी साल पाॅवरग्रिड जबलपुर ट्रांसमिशन लि. (पीजेटीएल) की स्थापना की गई थी।

पीवीटीएल की शेयर पूंजी 20.90 करोड़ रु, पीकेएटीएल की 6.10 करोड़ रु, पीपीटीएल की 32.10 करोड़ रु, पीडब्लूटीएल की 39.30 करोड़ रु और पीजेटीएल की 22.69 करोड़ रु है। ये पांचों‌ कंपनियां पीजी इनविट को ट्रांसफर की जा चुकी हैं। इन्हीं परिसंपत्तियों का मौद्रीकरण करने को आईपीओ लाया जा रहा है। इन पांचों की सम्मिलित आय 2019-20 में 1334 करोड़ रु और लाभ 378 करोड़ रु हुआ था।

2020, सितंबर में समाप्त छमाही में 674 करोड़ रु की सम्मिलित आय पर 208 करोड़ रु का लाभ कमाया। पीजी इनविट का प्रबंधन पाॅवर ग्रिड इनविटस इन्वेस्टमेंट मैनेजर और पाॅवरग्रिड ऊंचाहार ट्रांसमिशन लि. करेंगी। कुल 7734.99 करोड़ रु के आईपीओ में से 4993.48 करोड़ रु के फ्रेश यूनिट और आॅफर फाॅर सेल के तहत 2741. 51 करोड़ रु के यूनिट एलाॅट करने की योजना है।

पीजी इनविट प्रस्तावित आईपीओ से प्राप्त होने वाली कुल धनराशि में से 4999 करोड़ रु ऋण के तौर पर इन पांचों परिसंपत्तियों में वितरित कर देगा। ऋण वितरण निम्न प्रकार से करने की योजना है… पीवीटीएल को 783.98 करोड़ रु, पीकेएटीएल को 186 करोड़ रु, पीपीटीएल को1300.5 करोड़, पीडब्लूटीएल को 1546 करोड़ रु और पीजेटीएल को 1182.9 करोड़ रु दिज जाएंगे। जिससे वे अपनी परियोजनाओं का वित्तपोषण करेंगी।

पीजी इनविट आईपीओ के तहत ज़ारी किए जाने वाले यूनिट का बिडमूल्य 99-100 रु रखने का निर्णय किया गया है। यूनिटों का एलाॅटमेंट 11 मई को और उसी दिन निवेशकों के डिमैट खातों में यूनिटों को ट्रांसफर करने की योजना है। यूनिटों को बीएसई और एनएसई पर 17 मई को लिस्ट कराया जाएगा।

प्रणतेश नारायण बाजपेयी