वेंकटेश्वर हैचरीज़ पर फेमा केस, 66 करोड़ की प्रापर्टी जब्त

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वेंकटेश्वर हैचरीज़ पर फेमा केस, 66 करोड़ की प्रापर्टी जब्त….. वेंकटेश्वर हैचरीज़ प्राइवेट लिमिटेड (वीएच ग्रुप) के दो राज्यों में स्थित ठिकानों पर ईडी ने रेड डाली। ईडी ने फाॅरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट ऐक्ट के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए 4 सितंबर को इसकी 66 करोड़ रुपए कीमत की नौ परिसंपत्तियों को ज़ब्त कर लिया।

ईडी ने खुलासा किया है कि वेंकटेश्वर हैचरीज़ कंपनी के प्रमोटरों ने रिज़र्व बैंक को यह बताया था कि कृषि, बत्तखों और मुर्गी पालन के उद्देश्य से वर्ष 2011में वेंकटेश्वर ओवरसीज़ लिमिटेड (वीओएल) नाम की सब्सिडियरी कंपनी यूके में स्थापित की थी। और तभी से प्रमोटर यूके में स्थित सब्सिडियरी में शेयरपूंजी निवेश करने की आड़ में वेंकटेश्वर हैचरीज़ के ज़रिए धन भेजते थे। लेकिन जांच से सामने आया कि वीओएल ने यूके में शुरू से कोई भी कारोबार किया ही नहीं। भारत से भेजी गई धनराशि से वीओएल ने यूके में 90 एकड़ में फैले ‘अलेक्जेंडर हाऊस’ को खरीद लिया और बारक्लेज़ बैंक से लोन भी लिया गया था जिसकी अदायगी में भारत से भेजी गई धनराशि का इस्तेमाल किया गया।

‘अलेक्जेंडर हाऊस को कंपनी के प्रमोटर, अधिकारी और अन्य संबंधी घूमने-फिरने और मौज मस्ती के लिए इस्तेमाल करते थे। वेंकटेश्वर हैचरीज़ का सालाना पांच सौ करोड़ रुपए का कारोबार है। कंपनी की स्थापना मूलरूप से 1971 में हैदराबाद में की गई थी लेकिन बेहतर मौसम के खातिर कारोबार को पुणे स्थानांतरित कर दिया गया। पोल्ट्री उद्योग में जाने-पहचाने वीएच ग्रुप की वर्तमान मुखिया श्रीमती अनुराधा देसाई एमडी हैं, जितेंद्र देसाई, ए के अमृतकपूर, बी राव और उत्तरा देसाई निदेशक मंडल की सदस्य हैं।

प्रणतेश बाजपेयी