जीविका बचाने की साक्षी हैं विकास परियोजनाएं

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गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गोरखपुर को 180 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का प्री-दिवाली गिफ्ट दिया। 38.32 करोड़ रुपये की लागत से बने शहर के पहले मल्टीलेवल पार्किंग का उद्घाटन करने के साथ ही उन्होंने करीब 142 करोड़ रुपये की लागत वाले नगर निगम के 358 विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण किया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में उन्होंने कहा कि विकास परियोजनाएं गवाह हैं कि हमने गोरखपुर और समूचे उत्तर प्रदेश में कोरोनाकाल के संकट के बावजूद जीवन भी बचाया और जीविका भी।

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित लोकार्पण व शिलान्यास समारोह में सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने 12.60 करोड़ से अधिक कोरोनारोधी टीकाकरण और सवा आठ करोड़ से अधिक कोरोना जांच कर कीर्तिमान बनाया है। इलाज के लिए यूपी के अस्पतालों में 1 लाख 80 हजार बेड तैयार हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश किसी भी मामले में कमजोर नहीं है बल्कि देश का अग्रणी राज्य है। विकास की इसी सोच को तेजी से आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।

केंद्र सरकार की 44 योजनाओं में यूपी नम्बर वन : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश केंद्र सरकार की सभी योजनाओं में अग्रणी है। आज हम देश की 44 योजनाओं में नंबर वन हैं। चाहे वह स्वच्छ भारत मिशन हो, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वनिधि योजना, सौभाग्य योजना, उज्जवला योजना, आयुष्मान योजना, स्वामित्व योजना हो या फिर स्टार्टअप आदि, सभी मे हम पहले स्थान पर हैं। उन्होंने कहा कि ये योजनाएं सात वर्ष पहले ही उत्तर प्रदेश में लागू हो जानी चाहिए थीं लेकिन पिछली सरकार ने जनहित पर ध्यान ही नहीं दिया। साढ़े चार साल पहले जनता जनार्दन ने पीएम मोदी पर विश्वास करते हुए प्रदेश में भाजपा की सरकार बनवाई तो देखते ही देखते सभी योजनाओं को लागू किया गया। इससे हर गरीब के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आया है। विकास योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव हर किसी को मिल रहा है।

गोरखपुर आज दुनिया मे विकास का पर्याय : सीएम योगी ने कहा कि यह सभी जानते हैं कि 25 वर्ष पहले गोरखपुर की पहचान क्या थी। लोग गोरखपुर आने में डरते थे, लेकिन आज गोरखपुर दुनिया में विकास का पर्याय बना हुआ है। उन्होंने कहा कि विकास सामूहिक प्रयास का परिणाम है। लंबी बरसात के बाद दिवाली के पहले विकास की यह प्रक्रिया नए गोरखपुर की परिकल्पना को साकार करने वाली है। इसी से गोरखपुर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई जाएगी।

खाद कारखाना व एम्स का उद्घाटन अगले माह पीएम के हाथों : रविवार को लोकार्पण व शिलान्यास की परियोजनाओं की चर्चा के साथ ही मुख्यमंत्री ने बदलते गोरखपुर की तस्वीर भी पेश की। उन्होंने बताया कि खाद कारखाना और एम्स लगभग बनकर तैयार है। अगले माह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों इन दोनों का भव्य उद्घाटन कराया जाएगा। हजारों करोड़ की ये परियोजनाएं विकास के नए आयाम स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि गोरखपुर का रामगढ़ताल पर्यटन के नए क्षितिज पर चमक रहा है। यहां वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स पर्यटन के साथ ही यहां के युवाओं के लिए उस क्षेत्र में नई संभावनाओं का द्वार खोलेगा। उन्होंने चिड़ियाघर का भी जिक्र किया और कहा कि पहले जो सपना लगता था आज हकीकत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 वर्ष पहले जो बीआरडी मेडिकल कॉलेज जर्जर हालत में था, उसने अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ कोरोनाकाल में जीवन देने वाले मेडिकल कॉलेज के रूप में बाबा राघव दास की स्मृतियों को भी ताजा किया है।

समारोह के दौरान मुख्यमंत्री के हाथों 11 सफाई कर्मियों को उपहार, परिधान वह प्रशस्ति पत्र भी मिला। इसे लेकर अपनी खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना वारियर्स का सम्मान सराहनीय कार्य है। कोरोनाकाल के दौरान हेल्थ वर्कर से लेकर सफाईकर्मियों तक ने आधार स्तंभ के रूप में काम किया। उन्होंने कहा कि गोरखपुर कोरोना से लगभग मुक्ति की ओर अग्रसर है। टीकाकरण युद्ध स्तर पर जारी है। मुख्यमंत्री ने 100 करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रधानमंत्री को साधुवाद दिया। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी का आभार जताते हुए कहा कि पीएम ने हर गरीब को छत मुहैया कराने का संकल्प लिया था। यह संकल्प भी तेजी से पूरा हो रहा है। उत्तर प्रदेश में 43 लाख ग्रामीण व शहरी गरीबों को आवास मुहैया कराया गया है। पीएम आवास योजना यह सिर्फ एक योजना नहीं है बल्कि आर्थिक स्वावलंबन की ओर ले जाने वाली योजना भी है।

बता दें कि मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना के 11 लाभार्थियों को मकान की चाबी व उपहार भी प्रदान किया। उन्होंने कहा कि इस योजना के लाभार्थी अपने मकान की फोटो भी लेकर आए हैं। वास्तव में यह योजना गरीबों के जीवन स्तर को उठाने की सोच को प्रदर्शित करती है।

रविवार को ही मुख्यमंत्री ने गोलघर में बने शहर के पहले मल्टीलेवल पार्किंग की थी सौगात दी। उन्होंने कहा कि मल्टीलेवल पार्किंग के भवन में मार्केट भी होगा। लोग वाहनों को सुरक्षित खड़ा कर आराम से खरीदारी भी कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि मल्टीलेवल पार्किंग से शहर में लगने वाले जाम से भी मुक्ति मिलेगी।

अपराधियों की भी खबर लेगा आईटीएमएस : सीएम ने इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) का भी शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि इससे ट्रैफिक मैनेजमेंट व दुर्घटनाओं में कमी तो होगी ही, चौराहों पर छेड़खानी और लूट की घटनाओं पर भी नियंत्रण होगा। किसी ने बहन-बेटियों से छेड़छाड़ की या किसी व्यापारी से लूट की तो आईटीएमएस के सीसी कैमरे से देखकर अगले चौराहे पर पुलिसकर्मी उसके स्वागत के लिए तैयार मिलेंगे। उनका कैसा स्वागत होगा, यह सभी जानते हैं।

मुख्यमंत्री ने मंच से ही अधिकारियों को निर्देशित किया कि बरसात से प्रभावित परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराएं। कहा कि बरसात ने 70- 80 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। इससे कुछ समस्याएं आई हैं। उन्होंने जलजमाव से निजात की स्थाई व्यवस्था के लिए नगर निगम, जीडीए व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही कहा कि शहर के बाहरी क्षेत्रों में भी सड़क, बिजली, जलनिकासी आदि का समाधान तेजी से कर हर नागरिक को सुविधओं का लाभ दिलाया जाए। उन्होंने बताया कि बाहरी क्षेत्रों में बांस-बल्ली पर लटकते बिजली तारों को हटाने के लिए धनराशि पहले ही दी जा चुकी है। सीएम ने नगर निगम के नए भवन निर्माण का भी जिक्र किया और कहा कि 100 साल बाद बन रहा यह भवन एक गौरवपूर्ण उपलब्धि होगी।

सुगम परिवहन का साधन बनेंगी इलेक्ट्रिक बसें : मुख्यमंत्री ने बताया कि आने वाले समय में गोरखपुर में 25 इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी। ये बसें सुगम परिवहन का साधन होंगी। पहले यहां सिटी बसें चलती थीं जो मेंटेनेंस के अभाव में बंद हो गईं। आज इलेक्ट्रिक बसों के चार्जिंग स्टेशन का भी लोकार्पण हुआ है इससे ये बसें प्रदूषण का कारक भी नहीं बनेंगी।