कोरोना कर्फ्यू से घट रहा संक्रमण !

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में ट्रेस, टेस्ट, ट्रीट और आंशिक कोरोना कर्फ्यू पर किए जा रहे अमल से कोरोना संक्रमण के फैलाव पर अंकुश लग रहा है। अब हर दिन कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी हो रही है। और कोरोना को मात देकर स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। बीती 24 अप्रैल को जहां सूबे में 38,055 केस मिले थे, वहीं  बीते 24 घंटे की अवधि में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 23,333 नए केस आए हैं, जबकि इसी अवधि में 34,636 लोग स्वस्थ होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज हुए हैं।

वर्तमान में प्रदेश में 2,33,981 एक्टिव केस हैं, जो कि बीते 30 अप्रैल की तुलना में 77,000 कम हैं। सूबे के चिकित्सा विशेषज्ञ कोरोना संक्रमण के केसों में आई इस कमी का श्रेय सरकार के कोरोना प्रबंधन, युद्ध स्तर पर संक्रमण की जांच और आंशिक कोरोना कर्फ्यू को देते हैं। इन विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदेश सरकार के कोरोना प्रबंधन, युद्ध स्तर पर संक्रमण की जांच और आंशिक कोरोना कर्फ्यू के चलते ही उत्तर प्रदेश में दिल्ली, कर्नाटक और मुंबई के मुकाबले कोरोना संक्रमण के फैलाव पर अंकुश किया जा पा रहा है।

चिकित्सा विशेषज्ञों का यह दावा बीते कई दिनों के कोरोना संक्रमित मरीजों का आकंड़ों पर आधारित है। इन विशेषज्ञों के अनुसार बीते 24 अप्रैल को प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 38055 केस मिले थे, जबकि बीते 24 घंटे में 23,333 नए केस आए हैं। तो इसकी मुख्य वजह यूपी सरकार की कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने को लेकर की गई चौतरफा नाकेबंदी और ग्रामीण इलाकों में निगरानी समितियों की सघन जांच तथा कोरोना संक्रमित व्यक्ति की पहचान कर उसके इलाज के लिए चलाए जा रहा ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट का अभियान है। जिसके चलते कोरोना संक्रमण के केस कम हो रहे हैं। इस व्यवस्था के चलते ही बीते 24 घंटे में 23,333 नए केस आए हैं जबकि 48 घंटे पहले राज्य में कोरोना संक्रमण के 26847 केस सामने आये थे। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार वर्तमान में प्रदेश में 2,33,981 एक्टिव केस हैं, जो कि बीते 30 अप्रैल की तुलना में 77,000 कम हैं। अब तक 12,54,045 प्रदेशवासियों ने कोरोना को हराकर आरोग्यता प्राप्त की है।

इन चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना के केसों को कम करने में ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट के मंत्र ने अहम भूमिका निभाई है। यह अभियान प्रदेश में जोर शोर से चल रहा है। वर्तमान में 4,29,53,900 टेस्ट करने के साथ  ही उत्तर प्रदेश देश में सर्वाधिक टेस्ट करने वाला राज्य है। बीते 24 घंटे में 2,29,186 टेस्ट संपन्न हुए, जिसमें से 1,11,000 आरटीपीसीआर टेस्ट शामिल है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए टेस्टिंग को तेज करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।

उन्होंने यह भी कहा है कि टेस्टिंग को तेज करने के लिए प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाये जाने की कार्यवाही तेज की जाए। कोरोना संक्रमण की टेस्टिंग के मामले में नीति आयोग ने भी प्रदेश सरकार के प्रयासों की तारीफ की है। इसके अलावा कोविड अस्पतालों मे ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने या फिर अस्पतालों में बेड और वेंटिलेटर बढ़ाने की सरकार की पहल की भी सराहना हो रही है। नए कोविड अस्पतालों को सेना की मदद से बनाकर उसमें इलाज शुरू करने तक सरकार ने संक्रमित मरीजों के उपचार में कमी नहीं छोड़ी।

चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि आंशिक कोरोना कर्फ्यू का भी अब सकारात्मक परिणाम कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या में कमी के रूप में सामने आने लगा है। अब नए संक्रमित मरीजों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अधिक है। आंशिक कोरोना कर्फ्यू का सूबे की जनता भी समर्थन कर रही है और जागरूक नागरिकों ने घरों से निकलना बंद कर दिया है। इसके चलते संक्रमितों की बढ़ती संख्या में विराम लगा है। इसके अलावा कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए गांव-गांव टेस्टिंग का अभियान चल रहा है। निगरानी समितियां घर-घर जाकर स्क्रीनिंग कर रही हैं। होम आइसोलेशन के मरीजों को मेडिकल किट उपलब्ध कराई जा रही है। सरकार के इस अभियान से कोरोना का फैलाव रोकने में मदद मिल रही है और कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या भी कम हो रही है।