दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक पर्यटन स्‍थल बनेगा ब्रज क्षेत्र

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काशी, अयोध्‍या एवं प्रयागराज की तर्ज पर हो रहा ब्रजक्षेत्र का विकास

लखनऊ। प्रदेश की योगी सरकार यमुना मईया की गोद में बसी भगवान श्री कृष्‍ण एवं राधा रानी की लीला भूमि वृंदावन, मथुरा समेत उनसे जुड़े अन्य स्थानों को अयोध्या, काशी, प्रयागराज की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। उप्र ब्रज तीर्थ विकास विकास परिषद के जरिए तीन साल से इस पर काम जारी है। ब्रज क्षेत्र की सभी परियोजनाओं के पूरा होने पर इसका शुमार दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक क्षेत्र के रूप में होगा। भगवान कृष्‍ण की धरती पर गोसेवा स्‍थलों के साथ गीता शोध संस्‍थान की स्‍थापना इसे विश्‍वस्‍तरीय पहचान दिलाएगी। यमुना की अविरल एवं निर्मल धारा फिर से द्वापरयुग का याद दिलाएगी।

गत रविवार को वृंदावन के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने ब्रज क्षेत्र के विकास के लिए 411 करोड़ रुपये की 95 विकास योजनाओं का तोहफा दिया। उन्होंने 119 करोड़ रुपये की 47 परियोजनाओं का लोकार्पण किया, तो 291 करोड़ रुपये की 48 योजनाओं की आधारशिला रखी। बहुचर्चित जवाहर बाग के सुंदरीकरण कार्य का भी सीएम ने लोकार्पण किया।

यूपी का वृंदावन देश वासियों की आस्‍था का सबसे बड़ा केन्‍द्र होने के साथ-साथ विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद है। राधे की भूमि पर हर वर्ष हजारों की संख्‍या में विदेशी पर्यटक आते हैं। खासकर कर होली के मौके पर पर्यटकों की सबसे अधिक भीड़ रहती है। संतो के सहयोग से सरकार वृंदावन को वैश्विक स्‍तर पर पहचान दिलाने के लिए जुट गई है। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा भी था कि पिछली सरकारों ने धार्मिक पर्यटन को बढ़ाने के लिए काम नहीं किया।

प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के मार्गदर्शन में वाराणसी, अयोध्‍या, प्रयागराज, संकिसा, कुशीनगर समेत कई जिलों को धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस क्रम में काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर काम चल रहा है, प्रयागराज का कुंभ मेला धार्मिक पर्यटन के विकास का उदाहरण है। अयोध्‍या को विश्‍वस्‍तरीय शहर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसी तरह पूरे ब्रजक्षेत्र को भी विभिन्‍न परियोजनाओं के जरिए वैश्‍विक स्‍तर पर डेवलप किया जाएगा। सीएम ने कहा कि वृंदावन जिस सम्‍मान का हकदार है, वह सम्‍मान उसे और ब्रज क्षेत्र को प्राप्‍त हो इसके लिए संतो का सानिध्‍य बहुत जरूरी है। उन्‍होंने कहा कि गोसेवा ब्रज की पहचान होगी और ब्रज जो बोलेगा, वह सारे काम यहां होंगे।

इन परियोजनाओं से मिलेगी ब्रजक्षेत्र को वैश्‍विक पहचान : वैसे तो ब्रज क्षेत्र के विकास के लिए करीब तीन साल से काम चल रहा है। पर इन कार्यो से 1593.30 लाख रूपए से राजकीय जवाहरबाग मुथरा को संवारा जाएगा। 492.78 लाख रुपए से वृंदावन के गीता शोध संस्थान की स्थापना व भवन का निर्माण होगा, 439.81 लाख रुपए से वृंदावन के ब्रह्मर्षि बाबा आश्रम के सामने यमुना नदी के दाए किनारे पर घाट का निर्माण, इसके अलावा भोई कुंड, कबीर कुंड, रावल कुंड का जीर्णोंद्वार व सुंदरीकरण भी किया जाएगा। वहीं, 828.64 लाख रुपए से मथुरा में राजकीय महाविद्यालय व 2438 लाख रुपए से गांव बाटी में नया राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय बनाया जाएगा।