बिरला भी कूदे 6 लाख करोड़ के ज्वेलरी मार्केट में….. देशी ज्वेलरी बाजार हौले_हौले उद्योगपतियों के हाथ में जा रहा है अर्थात सदियों से चले आ रहे पारंपरिक सराफों (असंगठित क्षेत्र) का कारोबार उनकी मुट्ठी से रेत की तरह फिसल रहा है। टाटा ने सबसे पहले ‘तनिष्क’ से ब्रांडेड ज्वैलरी रिटेलिंग की शुरुआत की थी आज उसमें कल्याण, पीसी मलाबार और रिलायंस ग्रुप तेजी से बढ़ भी रहे हैं। और अब इसी क्षेत्र में कद्दावर औद्योगिक घराना आदित्य बिरला ग्रुप एंट्री लेने को तैयार खड़ा है।
आदित्य बिरला ग्रुप ने कुछ महीने पहले ही मुंबई में नोवेल ज्वेल्स लिमिटेड नाम की कंपनी गठित की, ज्वेलरी का राष्ट्रीय स्तर पर कारोबार इसी कंपनी के बैनर तले किया जाएगा। रिटेल शोरूम खोले जाएंगे। बिरला के लिए यह बिल्कुल नया क्षेत्र है। आदित्य बिरला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिरला ने इस नए बिज़नेस में पांच हजार करोड़ रुपए का निवेश करने की योजना का खुलासा किया है। नोवेल ज्वेल्स लिमिटेड देशभर में एक्सक्लूसिव ज्वेलरी शोरूम खोलेगी और इन्हीं के माध्यम से रिटेलिंग की जाएगी।
बताते चलें कि देश में ज्वेलरी का सालाना कारोबार 2022_23 में 6 लाख करोड़ रुपए का रहा। एक रिपोर्ट के अनुसार कारोबार का स्तर अगले दो वर्षों में 7 लाख करोड़ रुपए से अधिक होने का अनुमान है। संगठित क्षेत्र में टाटा ग्रुप की टाइटन सबसे बड़ी खिलाड़ी है। टाइटन का मूल ब्रांड तनिष्क है लेकिन इसने जोया और कैरट लेन ब्रांड भी ले लिए हैं। कैरट लेन का 2021-22 की तुलना में 73 प्रतिशत बढ़कर 2022-23 में 2200करोड़ रुपए पहुंच गया। टाइटन का ज्वेलरी कारोबार 37 प्रतिशत वृद्धि के साथ 2022-23 में 31 हजार 900 करोड़ रुपए हो गया, इसमें चांदी-सोना की बिक्री शामिल नहीं है। टाइटन यानी तनिष्क के 382 रिटेल शोरूम हैं जबकि मालाबार गोल्ड के 150, सेंको गोल्ड के 126, कल्याण के 116 और रिलायंस ज्वेल्स के 99 रिटेल शोरूम हैं। इनके अलावा मिया, पीसी ज्वैलर्स जोय लुक्का सहित और भी ब्रांडेड ज्वैलरी की रिटेलिंग कर रहे हैं।
प्रणतेश बाजपेयी