अरबों की मनी लांड्रिंग, धोखाधड़ी में फंसे रियल एस्टेट के दो धुरंधर

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अरबों की मनी लांड्रिंग, धोखाधड़ी में फंसे रियल एस्टेट के दो धुरंधर…. रियल एस्टेट क्षेत्र के दो बड़े समूहों ने अपनी मुखौटा कंपनियों के जरिए फ्लैट लेने वाले ग्राहकों के साथ अरबों रुपए की धोखाधड़ी करने के साथ-साथ बड़े पैमाने पर मनी लांड्रिंग भी की है। ताजा जानकारी मिली है कि ईडी इनमें से एक ग्रुप एम३एम द्वारा सहारा इंडिया की गुरुग्राम के चौमागांव स्थित 185 एकड़ ज़मीन और इमारत के सौदे की जांच करने की तैयारी में है। इस जमीन का सौदा 1211 करोड़ रुपए में किया गया था। ईडी ने 5 जून को एम3 एम और आईआरईओ ग्रुप के सात ठिकानों पर मारे गए ताबड़तोड़ छापों में सत्रह लक्ज़री कारें और बड़ी मात्रा में कैश और ज्वैलरी बरामद की।

एम3एम और आईआरईओ, ये दोनों ग्रुप हरियाणा और दिल्ली एनसीआर में रियल एस्टेट के धुरंधर खिलाड़ी हैं। एम3 एम का मतलब _ मैन मटीरियल मनी से है। एम 3 एम और आईआरईओ के प्रमोटरों के आपसी संबंध बहुत ही घनिष्ठ हैं। एम 3 एम इंडिया लिमिटेड प्रमुख कंपनी है इसके अलावा तीस मुखौटा कंपनियों के जरिए प्रमोटर जमीनों की खरीद-फरोख्त से लेकर फ्लैट मकान का निर्माण -बिक्री करना और इसके खरीदारों से धनराशि एकत्र करके धोखाधड़ी करते रहे हैं। एम3 एम ग्रुप के प्रमोटर रूप बंसल, बसंत बंसल और पंकज बंसल हैं। इस कंपनी की शेयर पूंजी तो 44.61 करोड़ रुपए है लेकिन किसी भी स्टाॅक एक्सचेंज में सूचीबद्ध नहीं कराई गई। ग्रुप ने फ्लैट मकान लेने वाले ग्राहकों से अकेले 3500 करोड़ रुपए की धनराशि एकत्र की और आय 3345 करोड़ रुपए दर्शाई। ग्रुप ने 1800 करोड़ रुपए से अधिक का ऋण भी ले रखा है और रेटिंग एजेंसी इक्रा के अधिकारियों से सांठ-गांठ करके 345 करोड़ रुपए के ऋणों की मनमाफिक रेटिंग भी करा ली। ईडी के अनुसार इसके प्रमोटरों ने पिछले नौ दस सालों में अठारह सौ करोड़ रुपए से ज्यादा की मनी लांड्रिंग की है।

एम3एम ने हाल ही में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में उत्तर प्रदेश (नोएडा, लखनऊ) में 7500 करोड़ रुपए निवेश करने की घोषणा की थी, लेकिन ईडी के छापे पड़ने से निवेश योजना के फिलहाल लटकने के पूरे आसार हैं। दूसरा है आईआरईओ (2004 में स्थापित आईआरईओ प्राइवेट लिमिटेड) ग्रुप जिसका मुखिया ललित गोयल है ललित गोयल की राजनीतिक पैठ है, इसके बहनोई एक सक्रिय पार्टी के नेता हैं। आईआरईओ भी दिल्ली में पंजीकृत है, इसकी शेयरपूंजी 1176 करोड़ रुपए है। कंपनी के बोर्ड में अतिरिक्त निदेशक एस अतिश सोलंकी सबसे महत्वपूर्ण है, अन्य में भूपेश बंसल और जयभारत अग्रवाल हैं। ईडी ने पहले भी मनी लांड्रिंग मामले में 2021, नवंबर में ललित गोयल को अमेरिका जाते समय आईजीआई हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया था।

ईडी ने 2022 अक्टूबर में ग्रुप की 1317 करोड़ रुपए की परिसंपत्तियों को अटैच किया था। मास्टरमाइंड ललित गोयल ने ग्राहकों -फ्लैट खरीदारों से इकट्ठा की गई 1225 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की थी। एम 3 एम ने मुखौटा कंपनियों के जरिए आईआरईओ से 400 करोड़ रुपए की धनराशि हासिल की थी। जिसकी पड़ताल चल रही है। फ्लैट खरीदारों द्वारा धनराशि का भुगतान किए जाने के बावजूद ग्रुप ने सत्रह सौ ग्राहकों को न फ्लैट दिए और न ही उनसे ली गई धनराशि लौटाई। ललित गोयल के खिलाफ दिल्ली, मोहाली, पिंजोर, लुधियाना और गुरुग्राम में तीस एफआईआर दर्ज हैं।

प्रणतेश बाजपेयी