संभल, सीओ, सियासत इंडी की हुई आफत

संभल, सीओ, सियासत इंडी की हुई आफत एक ही बयान से फेमस हो गये सीओ संभल अनुज चौधरी योगी के समर्थन के बाद सारे भाजपाई भी आ गये समर्थन में सीओ ने पहलवानी के अंदाज में समझाया तो बिगड़ गई बात अंततः अनुज चौधरी के फार्मूले पर हुई होली व जुमे की नमाज

0
98

लखनऊ। 24 नवंबर 2024 को हुए बवाल के बाद चर्चा में आए संभल में लगभग 46 साल बाद पूरी श्रद्धा और उल्लास के साथ होली का पर्व मनाया गया। इस होली की खास बात यह रही कि उसी दिन रमजान माह का जुमा भी था, फिर भी दोनों धार्मिक आयोजन शांति पूर्वक संपन्न हो गये। हांलांकि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिए गए सीओ अनुज चौधरी के बयान से सियासी तूफान भी खड़ा हुआ किन्तु सीएम योगी आदित्यनाथ का सपोर्ट मिलने के बाद यूपी ही नहीं बिहार और दिल्ली समेत अन्य जगहों के भाजपाई भी सीओ के समर्थन में उतर आए। टीवी चैनलों पर भी सीओ अनुज चौधरी का बयान खूब चर्चा में रहा। सीओ को विभिन्न पार्टियों के नेताओं ने वो सब कहा जो नहीं कहना चाहिए था।

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने तो सीओ को लफंदर तक कह दिया। फिर क्या था सीओ के गांव और जिले के लोग भड़क गए और संजय सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर माफी की मांग कर दी। ऐसा न होने पर संजय सिंह का घेराव करने की चेतावनी भी दी। वह तो ईश्वर की कृपा रही कि शुक्रवार को दोनों त्योहार शांति पूर्वक संपन्न हो गये और कोई अनहोनी नहीं होने पाई। ऐसे में अब इस सफलता का श्रेय भी सीओ अनुज चौधरी को दिया जा रहा है। इस प्रकार जो शोहरत अनुज चौधरी अपनी पूरी लाइफ में शायद नहीं पा पाते उसे उन्होंने एक झटके में हासिल कर लिया है। इस समय वे अपने अफसरों, मुख्यमंत्री और भाजपाइयों के पसंदीदा हो गये हैं। ये अलग बात है कि वे विपक्षी दलों तथा चंद मुसलमानों के निशाने पर थे, हैं और रहेंगे भी।

पहलवान से डिप्टी एसपी बने सीओ संभल अनुज चौधरी ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जब पहलवानी के ही अंदाज में लोगों को समझाया तो यह बात मुस्लिम विरादरी और उनके खैर ख्वाहों को बुरी लग गई। इसके बाद जब उन पर हमले शुरू हुए तो भाजपाई समर्थन में उतर आए। हमले और तेज हुए मुख्यमंत्री योगी बचाव में खुद मैदान में उतरे। उन्होंने कहा कि सीओ ने सही बात कही पर अपने पहलवानी के अंदाज में कही। इसके बाद यूपी और बिहार समेत पूरे देश के भाजपाई और सनातनी सीओ के बचाव में उतरे। और अंततः सीओ के फार्मूले पर ही संभल में होली हुई और जुमे की नमाज भी अदा की गई। और बिना किसी बवाल के शांति पूर्वक। एहतियाती तौर पर जुलूस के रास्ते में पड़ने वाली मस्जिदों को तिरपाल से ढंक दिया गया ताकि उन पर रंग न पड़े। मस्जिद ढंकने की परंपरा वैसे तो संभल के लिए नयी थी किंतु शाहजहांपुर में काफी अरसे से चली आ रही है। इसलिए मस्जिद ढंकने को लेकर भी सवाल उठाए गए। पर इस एक घटना ने सीओ अनुज चौधरी को जो टीआरपी दे दी है वह उन्हें शायद कई सालों में भी न मिल पाती।‌ सीओ के बयान का असर ये भी हुआ कि सिर्फ संभल ही नहीं सूबे में अन्य जगहों पर भी नमाज का समय बदल गया और होली के साथ जुमा भी शांति पूर्वक संपन्न हो गया।

संभल में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीओ ने थोड़ा सख्त अंदाज में क्या समझा दिया हंगामा हो गया। जब तक होली के साथ जुमा शांति पूर्वक बीत नहीं गया तब तक सीओ संभल अनुज चौधरी विपक्षी दलों और मुस्लिमों के निशाने पर रहे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी सीओ का समर्थन कर विपक्ष के नेताओं को बयानबाजी का आधार दे दिया। इसके बाद यूपी से लेकर बिहार और अन्य प्रदेशों तक के भाजपाईयों ने एक-एक करके अनुज चौधरी के पक्ष में बयान देना शुरू कर दिया। किंतु बिहार में भाजपा की सहयोगी पार्टी जदयू की इस विषय पर स्थिति बड़ी खराब रही। उसने भी मुस्लिम तुष्टिकरण के चक्कर में भाजपा नेताओं के बयानों से असहमति जताई।

इस बारे में बलिया से भाजपा विधायक केतकी सिंह का कहना था कि संभल के सीओ ने कुछ भी गलत नहीं कहा है। अगर किसी को रंग से परहेज है तो वह घर के अंदर ही रहे, उसे बाहर निकलना ही नहीं चाहिए। और अगर रंग से परहेज़ नहीं है तो वह बाहर निकले। उन्होंने पूछा कि सीओ ने इसमें क्या गलत कहा है। होली के रंग पड़ने पर कुछ मुस्लिम इतना बवाल करते हैं कि माहौल खराब हो जाता है। इसलिए और क्या चारा है। वैसे यूपी में बहुत दिनों बाद किसी शेर की सरकार आई है, इसलिए यूपी में हिंदू तो अपना त्यौहार मनाएंगे, और अपने तरीके से मनाएंगे। अगर आपको रंग से परहेज है तो आप इससे दूर रहिए। जब केतकी सिंह से यह पूछा गया कि आपके बयान पर हंगामा हो रहा है, ऐसे में क्या आप अपना बयान वापस लीजिएगा, विधायक महोदया ने कहा कि कत्तई नहीं। हम बागी बलिया वाले हैं, इसलिए किसी कीमत पर अपना बयान नहीं बदलेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा के नेताओं को सिर्फ अपराधी ही अच्छे लगते हैं। ऐसे में हमको यह बात समझनी चाहिए कि अब यहां पर योगी आदित्यनाथ की सरकार है। उन्होंने यह भी कहा कि मैं बलिया की हूं और बलिया बगावत के लिए जाना जाता है। इसलिए मैं जो भी बोलती हूं वह डंके की चोट पर बोलती हूं। अगर किसी को मिर्ची लगती है तो लगे। इस विषय पर निषाद पार्टी के अध्यक्ष और प्रदेश सरकार के मंत्री संजय निषाद ने पूछा कि सीओ ने क्या ग़लत कहा। और अगर किसी को रंग से परहेज़ है तो उसे देश छोड़कर चले जाना चाहिए। क्योंकि लोग होली तो खेली ही जाएगी।‌ इस बाबत प्रदेश के दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री ठाकुर रघुराज सिंह ने कहा कि यदि मुसलमानों को होली के रंगों से परहेज है तो वे अपने लिए तिरपाल का हिजाब बनवा लें, और उसे पहनकर ही निकलें। उनका कहना था कि आखिर उनकी औरतें भी तो हिजाब पहन के ही बाहर निकलती हैं तो वे भी पहन लें, इसमें दिक्कत क्या है। पर अगर होली पर कोई बवाल किया तो उनकी जगह जेल या फिर ऊपर होगी। कुछ इसी तरह का बयान बिहार के भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर उर्फ बचौल ने भी दिया। उन्होंने कहा है कि संभल के सीओ ने कुछ भी गलत नहीं कहा है। अगर किसी को रंग से परहेज है तो उसे होली के दिन घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। अपने बच्चों के साथ घर में रहना चाहिए और एक दिन घर में ही नमाज पढ़ना चाहिए। उन्हें भाईचारा बनाए रखने के लिए एक दिन त्याग करना चाहिए।

उधर सीओ के बयान पर पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अमीक जमई का कहना था कि भाजपा के लोग ये बयान देकर सिर्फ मुसलमानों को ही नहीं उन गैर मुसलमानों को भी टारगेट कर रहे हैं जो होली नहीं खेलना चाहते। उनका कहना था कि अगर कोई होली नहीं खेलना चाहता तो आप उनसे जबरदस्ती नहीं कर सकते। आपको उनकी भावनाओं का भी ख्याल रखना होगा। योगी सरकार को ऐसे बयानों का संज्ञान लेना चाहिए। इसके बाद आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि संभल का सीओ लफंदर है। मीडिया बेवजह उसको हाईलाइट कर रही है। उसकी बात को इतना सीरियसली लेने की जरूरत ही नहीं है। इसके बाद अनुज चौधरी के गांव वाले नाराज हो गए और धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने संजय सिंह से माफी की मांग करते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो संजय सिंह के आवास का घेराव किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि संभल के सीओ अनुज चौधरी ने शांति समिति की बैठक के बाद लोगों को सलाह दी थी कि यदि किसी को रंगों से परहेज है तो वह होली के समय घर से बाहर न निकले। और यदि रंगों से परहेज नहीं है तो बाहर आकर होली खेले। परंतु होली के समय सिर्फ नमाज पढ़ने के लिए घर से बाहर न निकलें और घर में ही नमाज अदा करें। उन्होंने कहा कि जुमे की नमाज तो साल में 52 बार होती है, लेकिन होली एक बार होती है।‌ इसलिए होली के समय बाहर निकल कर माहौल खराब न करें। यह बयान देकर सीओ अनुज चौधरी लगातार विपक्ष और मुस्लिम नेताओं के निशाने पर रहे। उनके इस बयान से पूरे देश में कोहराम मच गया। उसके बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से सवाल किया गया कि क्या सीओ का बयान उचित है, तो योगी ने कहा कि सीओ ने कुछ भी ग़लत नहीं कहा है। हां ये हो सकता है कि अपनी बात कहते समय शब्दों के चयन में चूक हो गई हो। उन्होंने लाइटर मोड में कहा कि वैसे भी हमारा वह सीओ पहलवान रहा है, तो हो सकता है उसने पहलवानी के अंदाज में समझाया हो। योगी के इस बयान के बाद से ही भाजपाई नेताओं की फौज सीओ अनुज चौधरी के समर्थन में उतर गई। आप के सांसद संजय सिंह के द्वारा अनुज चौधरी को लफंदर कहे जाने पर सीओ के भाई किशन चौधरी ने कहा है कि आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह बहुत बदजुबान आदमी हैं। वह अनुज चौधरी को लफंदर कहते हैं, ये लफंदर क्या होता है। उन्हें सोच समझकर बोलना चाहिए। मैं संजय सिंह को अच्छी तरह जानता हूं कि वे किस किस्म के आदमी हैं। कुल मिलाकर सीओ अनुज चौधरी के बयान ने यूपी और बिहार समेत पूरे देश का सियासी माहौल गर्मा दिया था।

सीओ के बयान पर दरभंगा की मेयर अंजुम आरा ने कहा कि हम नमाज का समय नहीं बदल सकते। इसलिए होली का कार्यक्रम दो घंटे रोक देना चाहिए। इस पर भाजपा की राज्यसभा सांसद धर्मशीला गुप्ता, जो दरभंगा से ही हैं, ने कहा कि अंजुम आरा संकीर्ण मानसिकता की बात कर रही हैं, देश ऐसे लोगों के बयानों से नहीं चलेगा। इनकी सोच आतंकी मानसिकता वाली है। इसके बाद भाजपा के विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल ने भी उनके सुर में सुर मिलाते हुए कहा है कि दरभंगा की मेयर अंजुम आरा आईएसआई की एजेंट हैं। हालांकि विवाद बढ़ने पर अंजुम आरा ने अपने बयान पर खेद जताया और कहा कि मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। इस बाबत दिल्ली के भाजपा विधायक करनैल सिंह ने भी कहा कि होली पर रंगों से परहेज करने वाले घर से बाहर न निकलें और होली में खलल न डालें। इसके अलावा दरभंगा के भाजपा विधायक मुरारी मोहन झा ने भी कहा है कि आप या तो जुमे की नमाज का समय बदल लें या फिर घर में ही रहें। क्योंकि होली तो होकर ही रहेगी।

उधर इस विवाद पर पर्दा डालने और मुस्लिम तुष्टिकरण की कोशिश में जदयू प्रवक्ता अनुप्रिया का कहना था कि हरि भूषण बचौल जैसे छुटभैया नेताओं के बयान का कोई मतलब नहीं है। सरकार नीतीश कुमार चला रहे है। वैसे भी इतिहास गवाह है कि मुसलमान शासकों ने भी होली सौहार्दपूर्वक बनाने की व्यवस्था की थी। ऐसे में सरकार ऐसे नेताओं के बयानों का समर्थन नहीं करती है। और वे भाजपा के अधिकृत प्रवक्ता का बयान नहीं है।‌

अनुज चौधरी को लफंदर कहने पर घरवाले नाराज : आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह द्वारा सीओ अनुज चौधरी को लफंडर कहे जाने ने पर उनके पैतृक जिले मुजफ्फरनगर में आक्रोश फैल गया। इसके विरोध में पहलवानों और अन्य ग्रामीणों ने संजय सिंह का पुतला दहन कर उनसे माफी की मांग की है। अनुज चौधरी के पैतृक गांव में भी रोष है। उनके परिवार ने उनकी सुरक्षा की मांग की है। बीते गुरुवार को मुजफ्फरनगर के नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के गांव पचेंडा कलां में लोगों ने संजय सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर पुतला दहन किया। इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय जाट संसद के प्रदेश उपाध्यक्ष व कुश्ती संघ के जिलाध्यक्ष अर्जुन पहलवान ने कहा कि अर्जुन अवार्डी सीओ अनुज चौधरी के लिए लफंदर शब्द का इस्तेमाल कर सभी खिलाड़ियों का अपमान किया गया है। मांग की गई है कि संजय सिंह सार्वजनिक रूप से माफी मांगें, नहीं तो दिल्ली में उनके आवास का घेराव किया जाएगा। इस मौके पर नकुल पहलवान ने सीओ अनुज चौधरी के बारे में कहा कि अनुज गांव पचेंड़ा में प्रशिक्षण लेने आते थ। उन्हें गांव वालों ने गोद लिया था। अनुज ने कठिन मेहनत से कुश्ती में नाम कमाया और अर्जुन अवार्डी बने। उनके लिए इस तरह के शब्द बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। खास बात यह है कि सांसद संजय सिंह के खिलाफ मुस्लिम समाज के लोग भी अनुज चौधरी के साथ हैं। संजय सिंह के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान अन्य लोगों के अलावा आस मोहम्मद अंसारी भी मौजूद रहे। अनुज चौधरी के पैतृक गांव बढेड़ी में भी नाराजगी है। उनके परिवार का कहना है कि वह शेर है, क्षेत्रवासियों को उन पर गर्व है। उनके बारे में अपशब्द बर्दाश्त से बाहर हैं। लोगों ने माफी न मांगने पर संजय सिंह के विरुद्ध मुकदमा दाखिल करने की मांग की है। उधर सीओ के पिता चौधरी ब्रजपाल सिंह ने कहा कि संभल का मामला पाकिस्तान व आईएसआई तक पहुंच गया है, जिससे उनके बेटे को जान का खतरा हो सकता है, इसलिए उन्हें सुरक्षा मिलनी चाहिए। उनका आरोप है कि विपक्ष अपनी राजनीति चमकाने के लिए संभल में दोबारा दंगा कराना चाहता है। सीओ के छोटे भाई भाजपा जिला उपाध्यक्ष अमित चौधरी ने कहा कि जो खुद शराब घोटाले में जेल जा चुके हैं, उनके द्वारा अर्जुन अवार्डी सीओ अनुज को लफंदर कहना खराब मानसिकता को दर्शाता है। अनुज चौधरी तो शेर है।

सीओ की मेहनत से सब कुछ शांति से निपट गया : होली और रमजान के जुमे के दिन सौ करोड़ हिंदू लोग शांति से होली मना सकें इसके लिए पूरे देश में पुलिस पूरी मुस्तैदी से नगर-नगर, डगर-डगर, गली-गली गश्त लगा रही थी। संभल जैसी संवेदनशील जगहें तो छावनी बन गईं, जहां 85 प्रतिशत शांति दूत रहते हैं। पर प्रशासन और पुलिस की मुस्तैदी से संभल के कुछ हिस्सों में 46 साल बाद होली मनाई गई। और यह ऐतिहासिक था।‌ संभल में होली और जुमा एक ही दिन पड़ने के कारण थोड़ा पैनिक क्रिएट हो गया था। इसके बावजूद संभल में होली और जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गये। और इसके लिए पूरी पुलिस फोर्स और संभल जिला प्रशासन के साथ सीओ अनुज चौधरी विशेष रूप से बधाई के पात्र हैं। वैसे भी सीओ अनुज चौधरी ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा था कि जिसे इतना तूल देकर माहौल खराब किया गया। उनके बयान को बेवजह तूल दिया गया। इससे तो फायदा भी अनुज चौधरी का ही हुआ है, वे एक हीरो के रूप में उभरे हैं। अरुण शाही, वरिष्ठ राजनीतिक सम्पादक, राष्ट्रीय सहारा, लखनऊ

अभयानंद शुक्ल
राजनीतिक विश्लेषक