पूर्व आईटीओ 263 करोड़ के टीडीएस फ्राड में गिरफ्तार….. ‘अपनी पत्तल में ही छेद’ करने की पुरानी कहावत एक पूर्व आयकर अधिकारी ने उस समय चरितार्थ कर दी जब उसने कूटरचित टीडीएस के रिफंड बनाकर अपने फ्राडियल साथी के साथ मिलकर प्रोप्राइटरशिप फर्म सहित कई अन्य बैंक खातों में जमा कर आयकर विभाग के साथ ही 263 करोड़ रुपए का फ्राॅड कर डाला। फ्राॅडकर्ता आयकर अधिकारी और इसमें शामिल उसके दो साथी गिरफ्तार कर लिए गए और इस वक्त प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में हैं।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की विंग के अतिरिक्त महानिदेशक ने ‘तानाजी मंडल अधिकारी’ नाम के पूर्व आयकर अधिकारी के विरुद्ध गंभीर वित्तीय शिकायत सीबीआई में दर्ज कराई थी। सीबीआई अफसरों ने इसकी एफ आईआर दर्ज कराई और शुरुआती जांच में यह मनी लांड्रिंग का केस होने से इसे ईडी को सौंप दिया गया। ईडी द्वारा जांच किए जाने पर केस की परतें खुलती गईं। धोखाधड़ी से बनाए गए टीडीएस रिफंडों को पूर्व आईटीओ ‘तानाजी मंडल अधिकारी’ ने 2019, 15 नवंबर से लेकर 2020, 4 नवंबर तक इन टीडीएस रिफंडों को अपने साथी भूषण अनंत पाटिल की प्रोप्राइटरशिप फर्म एस बी एंटरप्राइज़ेज़ के तथा अन्य बैंक खातों में जमा किए थे। इस तरह धोखाधड़ी से बनाए गए कुल बारह टीडीएस रिफंडों को दूसरे खातों में ट्रांसफर कर दिया था। इन टीडीएस रिफंडों की कुल 263 करोड़ रुपए की धनराशि और आयकर विभाग से निकाल कर दूसरे यानी टीडीएस रिफंडों के अनधिकृत बैंक खातों में जमा हो गई। ये बैंक खाते तानाजी इसके दो साथी भूषण अनंत पाटिल, राजेश शेट्टी, सारिका शेट्टी, कृति वर्मा सहित इनके परिवारी जनों के नाम थे।
जांच में खुलासा हुआ कि टीडीएस रिफंडों की धनराशि इन्हीं 33 बैंक खातों में ट्रांसफर की गई थी। ईडी के अधिकारियों को इन बैंक खातों में कुल 96.23 करोड़ रुपए की धनराशियां जमा मिलीं। ईडी के अधिकारियों ने 2023, जनवरी में ऊपर बताए गए फ्राड में संलिप्त सभी अपराधियों से संबद्ध जमीनें, मकान-फ्लैट और महंगी कारों सहित विभिन्न परसंपत्तियों को कब्जे में ले लिया। ईडी अधिकारियों के अनुसार महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुरुग्राम में स्थित इन परिसंपत्तियों की कीमत सत्तर करोड़ रुपए है।
ईडी के अधिकारियों ने बीते दिन आईटीओ तानाजी मंडल अधिकारी, अनंत भूषण पाटिल और राजेश शेट्टी को प्रवर्तन निदेशालय की विशेष अदालत के समक्ष पेश किया। तीनों फ्राडियल ईडी की कस्टडी में हैं, इनसे और जानकारी जुटाने की कोशिश में अधिकारी लगे हुए हैं।
प्रणतेश बाजपेयी